Does Gond Katira Reduce Pitta Dosha In Hindi: आयुर्वेद के अनुसार, तीन तरह के दोष या ऊर्जाएं होती हैं। इन्हीं में से एक पित्त दोष है। ध्यान रखें कि ये हमारे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विशेषताओं को नियंत्रित करते हैं। अग्नि और जल के तत्वों के आधार पर, पित्त की कई विशेषताएं हैं, जैसे गर्मी, तेलीयता, तीक्ष्णता, हल्कापन, तरलता और गतिशीलता। जिन लोगों का शरीर पित्त प्रधान होता है, माना जाता है वे लोग एथलेटिक होते हैं, अपने लक्ष्य की ओर उन्मुख होते हैं, हमेशा प्रेरित रहते हैं। आपको बता दें कि पित्त हमारे शरीर में पाचन, मेटाबॉलिज्म, शरीर का तापमान और ऊर्जा उत्पादन को नियंत्रित करता है। शरीर में पित्त का संतुलित होना बहुत जरूरी होता है। कई लोग पित्त को कंट्रोल करने के लिए गोंद कतीरा का सेवन करते हैं। वैसे तो गोंद कतीरा बहुत ही उपयोगी और हमारे शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है। इसके बावजूद, यह जान लेना हम सभी के लिए जरूरी है कि क्या वाकई पित्त दोष को कम करने के लिए गोंद कतीरा फायदेमंद है या नहीं? इस बारे में रामहंस चैरिटेबल अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे आयुर्वेदचार्य डॉ. श्रेय शर्मा (Dr. Shrey Sharma, Ayurvedacharya, Sirsa) से जानते हैं।
पित्त असंतुलन के लक्षण- Pitta Dosha Symptoms In Hindi
पित्त होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आते हैं, जैसे-
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- पित्त असंतुलन के कारण दाने-कील मुंहासे और सूजन की समस्या हो जाती है।
- पित्त दोष के कारण पेट में एसिड बनने लगता है।
- पित्त दोष होने पर स्किन से कई समस्याएं होने लगती हैं, जैसे रैशेज आदि।
- पित्त दोष में पाचन संबंधी समस्या भी ट्रिगर होने लगती है।
- पित्त दोष के कारण व्यक्ति को बहुत ज्यादा गर्मी लगने लगती है।
क्या पित्त दोष को कम करने के लिए गोंद कतीरा फायदेमंद है?- Is Gond Katira Good For Pitta Dosha In Hindi
आयुर्वेद की मानें, तो गोंद कतीरा को पित्त दोष को कम करने उपयोगी माना गया है। इसकी तासीर ठंडी होती है, जिसकी वजह से यह पित्त को संतुलित करने में सहयोग कर सकता है। गोंद कतीरे के सेवन से शरीर की गर्मी नियंत्रित होती है, पाचन दुरुस्त होता है, मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है।
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गोंद कतीरा पित्त को कैसे संतुलित करता है
कूलिंग प्रॉपर्टी
गोंद कतीरा में ऐसे तत्व होते हैं, जो इसे ठंडा रखता है। पित्त के कारण शरीर गर्म होता है। ऐसे में गोंद कतीरा का डाइट का हिस्सा बनाने पर पित्त की गर्मी को शांत किया जा सकता है।
सूजन में कमी
गोंद कतीरा स्निग्ध होता है। इसका मतलब है कि इसमें लुब्रिकेट करने की क्वालिटी होती है। यही कारण है कि जब आप इसका सेवन कतरे हैं, तो इसकी वजह से पाचन क्षमता में सुधार होता है, जो कि पित्त असंतुलन को संतुलित कर स्वास्थ्य में सुधार करता है।
कब्ज से छुटकारा
जैसा कि आपको पहले ही बताया है कि गोंद कतीरा में ऐसे तत्व होते हैं, जिससे यह पाचन क्षमता में सुधार करता है। इसकी वजह से कब्ज और पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं भी दूर होती हैं। इस तरह पित्त भी संतुलित रहता है।
हाइड्रेट रखे
गोंद कतीरा का सेवन से शरीर को हीट संबंधी समस्या जैसे हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, नाक से खून बहना आदि से बचाया जा सकता है। असल में, गोंद कतीरा में पाए जाने वाले तत्व बॉडी को ठंडा रखते हैं और शरीर को हाइड्रेट रहने में भी मदद करते हैं। इस तरह शरीर ठंडा रहता है और पित्त भी संतुलन में रहता है।