क्या डायबिटीज और हेपेटाइटिस सी में काेई संबंध है (Diabetes and Hepatitis C )? हेपेटाइटिस एक वायरस है। यह वायरस खून के माध्यम से लिवर में प्रवेश करता है और कई तरह की गंभीर बीमारियाें काे जन्म देता है। हेपेटाइटिस लिवर फेलियर (Liver Failure) का भी कारण बनता है। हेपेटाइटिस के वायरस पांच तरह के हाेते हैं, जिसमें हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई शामिल हैं ( Hepatitis A, B,C, D and E)। इनमें सबसे खतरनाक हेपेटाइटिस सी है।
वॉकहार्ट अस्पताल, मुंबई सेंट्रल के डायबेटोलॉजिस्ट और एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉक्टर अल्तमश शेख (Dr Altamash Shaikh, Diabetologist and Endocrinologist, Wockhardt Hospital, Mumbai Central) बताते हैं कि भारत में लगभग 12 मिलियन से अधिक लाेग हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं। वही दुनियाभर में कुल 325 मिलियन लाेग हेपेटाइटिस से जूझ रहे हैं। हेपेटाइटिस सी लिवर का एक पुराना संक्रमण है। यह लिवर काे गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। इसके लक्षण 2 सप्ताह और 6 महीने के बीच पैदा हाे सकते हैं। लेकिन कई लाेगाें में इसके काेई लक्षण नजर नहीं (Asymptomatic) आता है।
हेपेटाइटिस सी के लक्षण (Hepatitis C Symptoms)
- बुखार (Fever)
- पीलिया (त्वचा और आंखाें का पीला हाेना)
- थकान (Tiredness)
- भूख न लगना (Loss of Appetite)
- जी मिचलाना (Nausea)
- पेट में दर्द (Stomach Ache)
- उल्टी (Vomiting)
- जोड़ों का दर्द (Joints and Muscles Pain)
- खुजली (Itching)
- मिट्टी के रंग का मल और गहरे रंग का पेशाब
डॉक्टर अल्तमश शेख बताते हैं कि इंसुलिन प्रतिरोध (आईआर) दोनों के लिए आम है। एचसीवी (HCV) में परिधीय आईआर है, जो मधुमेह या डायबिटीज का कारण बन सकता है। एचसीवी यकृत कोशिकाओं (Liver Cells) पर हमला करता है, मांसपेशियों और वसा कोशिकाओं में आईएस (इंसुलिन संवेदनशीलता) को कम करता है। लीवर कैंसर, मृत्यु और सह-अस्तित्व वाले मधुमेह के साथ तेजी से होता है।
इसे भी पढ़ें - वायरल हेपेटाइटिस क्या है? जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके
टॉप स्टोरीज़
हेपेटाइटिस सी के कारण (Causes of Hepatitis C)
हेपेटाइटिस सी HCV वायरस से हाेता है। हेपेटाइटिस सी एक प्रकार का लिवर का संक्रामक राेग है, यह लिवर काे बुरी तरह से प्रभावित कर देता है।
- अधिक मात्रा में शराब का सेवन करना
- दूषित भाेजन और पानी भी हेपेटाइटिस सी का कारण बनता है।
- हेपेटाइटिस सी खून और इंजेक्शन शेयर करने से भी फैलता है।
- असुरक्षित यौन संबंध बनाने

डायबिटीज और हेपेटाइटिस सी में संबंध (Relation Between Diabetes and Hepatitis C)
मणिपाल अस्पताल, ओल्ड एयरपोर्ट रोड के एचओडी और सलाहकार-मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉक्टर राज विग्ना वेणुगोपालन (Dr. Raj Vigna Venugopalan, HOD & Consultant – Medical Gastroenterology, Manipal Hospitals Old Airport Road) बताते हैं कि डायबिटीज मेलिटस के मरीज हेपेटाइटिस सी का खतरा अधिक नहीं हाेता है। लेकिन अगर उन्हें डायलिसिस की आवश्यकता वाले ईएसआरडी (ESRD) के साथ डायबिटिक नेफ्रोपैथी है या अगर उन्हें रक्त आधान (जिसमें डाेनर हेपेटाइटिस सी पॉजिटिव हाे) प्राप्त होता है, तो डायबिटीज मरीज में हेपेटाइटिस सी का जाेखिम बढ़ जाता है। लेकिन वर्तमान में यह जाेखिम बहुत कम हाे गया है। डॉक्टर राज विग्ना वेणुगोपालन बताते हैं कि अगर किसी व्यक्ति काे मधुमेह और हेपेटाइटिस सी दोनों हैं, तो लिवर में की समस्या हाे सकती है। इस स्थिति में लिवर बुरी तरह से डैमेज हाे सकता है। इसलिए इसके लिए मरीज काे तुरंत निगरानी और उपचार की आवश्यकता हाेती है।
इसे भी पढ़ें - World Hepatitis Day 2021: गंदगी के कारण फैलता है हेपेटाइटिस, एक्सपर्ट से जानें इसके बचाव के टिप्स
हेपेटाइटिस सी के बचाव टिप्स (Prevention Tips for Hepatitis C)
हेपेटाइटिस से बचाव के लिए आपकाे कुछ जरूरी बचाव टिप्स काे फॉलाे करना जरूरी हाेता है। इससे आप काफी हद तक अपने लिवर काे सुरक्षित रख सकते हैं।
- जीवन शैली में बदलाव करके जोखिम कारकों को नियंत्रित करें।
- मधुमेह से बचाव करें (Prevent from Diabetes)। मोटापा, डिस्लिपिडेमिया (Obesity, Dyslipidemia) सहित मधुमेह पर नियंत्रण करें। इसके लिए अपने ब्लड शुगर लेवल काे कंट्राेल में रखें।
- शराब का सेवन बंद कर दें।
- असुरक्षित यौन संबंध बनाने से परहेज करें।
अगर आप डायबिटीज के राेगी हैं, ताे आपकाे अपना खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत हाेती है। डायबिटीज राेगियाें काे अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्राेल में रखना चाहिए, इससे वे इस गंभीर बीमारी से बच सकते हैं।
Read More Articles on Other Diseases in Hindi