Doctor Verified

क्या डायबिटीज आपकी त्वचा के रंग को प्रभावित कर सकती हैं? डॉक्टर से जानें

डायबिटीज में व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में स्किन से जुड़ी परेशानी भी हो सकता है। इस  लेख में जानते हैं कि क्या डायबिटीज से त्वचा के रंग में बदलाव आ सकता है?
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या डायबिटीज आपकी त्वचा के रंग को प्रभावित कर सकती हैं? डॉक्टर से जानें

आज के समय में डायबिटीज एक आम समस्या मानी जाती है। हाल के दिनों में लाइफस्टाइल में हुए बदलाव की वजह से डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की समस्या के मामलों में भारी इलाजा देखने को मिला है। डायबिटीज शरीर के अन्य अंगों और कार्यों को भी प्रभावित करती है। इसकी वजह से यूरिन से जुड़ी समस्या, डायबिटीक न्यूरोपैथी, आंखों से संबंधित समस्याओं का जोखिम अधिक रहता है। इस दौरान कुछ लोगों को स्किन से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। कुछ लोगों की त्वचा के सामान्य रंग में बदलाव आ जाता है। इस लेख में अपोलो अस्पताल मुंबई के सीनियर कंसल्टेंट जनरल मेडिसिन डॉ भरत अग्रवाल से जानते हैं कि क्या डायबिटीज के कारण त्वचा के रंग में बदलाव क्यों होता है। साथ ही, इसके क्या कारण हो सकते हैं?

डायबिटीज और त्वचा के रंग में बदलाव से जुड़ी समस्या - Connection Between Diabetes And Skin Conditions In Hindi

डायबिटीज के कारण शरीर में इंसुलिन की मात्रा असंतुलित हो जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर, त्वचा की नमी और पिगमेंटेशन प्रभावित होते हैं। इसके चलते त्वचा के रंग में बदलाव दिखाई दे सकता है।

एकैंथोसिस निग्रिकन्स (Acanthosis Nigricans)

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा का रंग गहरा और मोटा हो जाता है। यह आमतौर पर गर्दन, कांख, घुटनों, कोहनियों और उंगलियों के जोड़ों पर दिखाई देता है। इस समस्या का मुख्य कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) है, जो टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ा होता है।

डायबिटिक बुलोसिस (Diabetic Bullosis)

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा पर बड़े, पानी से भरे छाले (Blisters) बन जाते हैं। यह समस्या आमतौर पर डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic Neuropathy) से पीड़ित लोगों में देखी जाती है। यह छालों की जगह पर त्वचा के रंग में बदलाव हो सकता है।

does-diabetes-cause-discoloration-skin-in

डायबिटिक डर्मोपैथी (Diabetic Dermopathy)

इसमें त्वचा पर भूरे या लाल रंग के धब्बे बन जाते हैं, जो अक्सर पैरों पर देखे जाते हैं। यह ब्लड प्रेशर को हुए नुकसान के कारण होता है और इसे "शिन स्पॉट्स" भी कहा जाता है।

येलो स्किन (Yellow Skin) और पेल स्किन (Pale Skin)

डायबिटीज से ग्रसित लोगों में त्वचा का रंग सामान्य से अधिक पीला या हल्का हो सकता है। यह रक्त संचार की समस्याओं और त्वचा की कोशिकाओं के सही तरीके से कार्य न करने के कारण होता है।

नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका (Necrobiosis Lipoidica)

यह एक दुर्लभ त्वचा रोग है जिसमें त्वचा पतली हो जाती है और उस पर लाल-भूरे धब्बे बनने लगते हैं। यह समस्या डायबिटीज के कारण होने वाली रक्त संचार की दिक्कतों से उत्पन्न होती है।

डायबिटीज से त्वचा का रंग क्यों बदलता है? - Causes Of Skin Discoloration in Diabetes In Hindi

  • जब शरीर इंसुलिन का सही ढंग से उपयोग नहीं कर पाता, तो त्वचा की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं, जिससे रंग गहरा हो सकता है।
  • डायबिटीज के कारण ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता, जिससे त्वचा की कोशिकाएं पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं प्राप्त कर पाती हैं।
  • हाई ब्लड शुगर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे त्वचा की बनावट और रंग में बदलाव हो सकता है।
  • डायबिटीज के कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे त्वचा की पिगमेंटेशन बदल सकती है।
  • डायबिटीज वाले लोगों में त्वचा संक्रमण का खतरा अधिक होता है, जो त्वचा के रंग को प्रभावित कर सकता है।

डायबिटीज से होने वाले त्वचा के रंग बदलाव से बचाव कैसे करें? - Prevention Tips Of Skin Discoloration During Diabetes In Hindi

  • नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करें और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाएं लें।
  • हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन का सेवन करें।
  • व्यायाम से रक्त संचार बेहतर होता है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार आता है।
  • त्वचा को साफ और हाइड्रेटेड रखें। शुष्क त्वचा संक्रमण की संभावना को बढ़ा सकती है।
  • धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन का उपयोग करें ताकि त्वचा को अतिरिक्त नुकसान से बचाया जा सके।
  • मोटापा इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाता है, जिससे त्वचा में रंग परिवर्तन हो सकता है।

इसे भी पढ़ें: डायबिटिक न्यूरोपैथी क्या है? डॉक्टर से समझें इस बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज

डायबिटीज केवल ब्लड शुगर की समस्या नहीं है, बल्कि यह शरीर के अन्य हिस्सों पर भी प्रभाव डालती है, जिसमें त्वचा प्रमुख है। यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं और आपकी त्वचा में कोई असामान्य परिवर्तन हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही लाइफस्टाइल अपनाने और उचित देखभाल करने से आप त्वचा के रंग में बदलाव को कंट्रोल कर सकते हैं।

Read Next

एसी की ठंडी हवा बन सकती है गले में सूजन और खराश की वजह, बचाव के लिए अपनाएं ये 7 उपाय

Disclaimer