Doctor Verified

क्या कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ता है? जानें डॉक्टर से

Calcium Supplements And Heart Attack Risk: निर्धारित मात्रा से अधिक कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन करने से हार्ट अटैक समेत कई अन्य स्थितियां बन सकती हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ता है? जानें डॉक्टर से


Calcium Supplements And Heart Attack Risk: शरीर को हेल्दी फिट और निरोगी बनाए रखने के लिए खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने पर गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। कैल्शियम भी शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। इसकी कमी के कारां हड्डियों, दांतों समेत कई अंगों में कमजोरी और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने पर लोग इसके बाहरी सप्लीमेंट का सहारा लेते हैं। हाल ही में सामने आई कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है, कि कैल्शियम सप्लीमेंट का ज्यादा सेवन हार्ट से जुड़ी गंभीर स्थितियों और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है। आइए इस लेख में डॉक्टर की मदद से समझते हैं, इसके बारे में।

क्या कैल्शियम सप्लीमेंट से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है?- Calcium Supplements And Heart Attack Risk in Hindi

शरीर में कैल्शियम की कमी पूरा करने के लिए कैल्शियम सप्लीमेंट या कैल्शियम की गोलियों के सेवन की सलाह दी जाती है। शरीर में हड्डियों, दांतों, नसों और मस्तिष्क को हेल्दी रखने में कैल्शियम का विशेष योगदान होता है। लेकिन हाल ही में सामने आए कुछ अध्ययनों में यह बात कही गई है कि कैल्शियम की गोलियों का सेवन करने से हार्ट अटैक जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसको लेकर कपूर हार्ट सेंटर लखनऊ के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ केके कपूर कहते हैं, अगर नियमित रूप से संतुलित मात्रा से अधिक कैल्शियम की गोलियों का सेवन किया जाता है, तो इसकी वजह से हार्ट अटैक समेत कई अन्य हार्ट की बीमारियां हो सकती हैं। आमतौर पर मरीजों को रोजाना 250 से 500 मिलीग्राम कैल्शियम का सेवन करने की सलाह दी जाती है। निर्धारित मात्रा से अधिक कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन करने से हार्ट अटैक समेत कई अन्य स्थितियां बन सकती हैं। हालांकि इसका सेवन लंबे समय तक करने से यह खतरा रहता है।"

 Calcium Supplements And Heart Attack Risk in Hindi

इसे भी पढ़ें: शरीर में कैल्शियम की कमी का पता लगाने के लिए कौन से टेस्ट होते हैं? जानें डॉक्टर से

यह आमतौर पर उस समय होता है जब शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे यह धमनियों में इकट्ठा हो सकता है। इसके अलावा, कैल्शियम की अधिक मात्रा के कारण हार्ट वेसल्स में ब्लॉकेज जैसी स्थितियों का भी खतरा बढ़ जाता है। इससे हृदय की धमनियों में चिपकाव या जमाव भी हो सकता है, जो हृदय अटैक के जोखिम को बढ़ा सकता है।

इसे भी पढ़ें: शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण, न करें नजरअंदाज

रोजाना कितनी मात्रा में करें कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन?

डॉक्टर कहते हैं हर व्यक्ति की शारीरिक जरूरतों के आधार पर उन्हें अलग-अलग मात्रा में कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि, एक दिन में 250 से 500 मिलीग्राम से ज्यादा कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा ओवर द काउंटरलेने के बजाय डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही सप्लीमेंट्स का सेवन करना चाहिए। किसी भी तरह के सप्लीमेंट की अधिक मात्रा शरीर के लिए नुकसानदायक होती है।

शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर डॉक्टर मरीजों को कैल्शियम की गोलियों के सेवन की सलाह देते हैं। एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है। खून की जांच के माध्यम से शरीर में कैल्शियम की कमी का पता लगाया जाता है। अगर खून में 8.5 से 10.5 मिलीग्राम कैल्शियम है, तो उसे किसी भी तरह के सप्लीमेंट के जरूरत नहीं पड़ती है। आप डाइट में कैल्शियम युक्त फूड्स को बढ़ा कर भी इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं।

(Image Courtesy: freepik.com)

References

1. Bolland MJ, Avenell A, Baron JA, et al. Effect of calcium supplements on risk of myocardial infarction and cardiovascular events: meta-analysis. BMJ. 2010;341:c3691. doi:10.1136/bmj.c3691. [स्रोत](https://www.bmj.com/content/341/bmj.c3691)

2. Bolland MJ, Grey A, Avenell A, Gamble GD, Reid IR. Calcium supplements with or without vitamin D and risk of cardiovascular events: reanalysis of the Women's Health Initiative limited access dataset and meta-analysis. BMJ. 2011;342:d2040. doi:10.1136/bmj.d2040. [स्रोत](https://www.bmj.com/content/342/bmj.d2040)

3. Mao PJ, Zhang C, Tang L, et al. Effect of calcium or vitamin D supplementation on vascular outcomes: a meta-analysis of randomized controlled trials. Int J Cardiol. 2013;169(2):106-111. doi:10.1016/j.ijcard.2013.08.075. [स्रोत](https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S0167527313014447)

4. Scragg R, Stewart AW, Waayer D, Lawes CMM, Toop L, Sluyter J, Murphy J, Khaw K-T, Camargo Jr CA. Effect of Monthly High-Dose Vitamin D Supplementation on Cardiovascular Disease in the Vitamin D Assessment Study: A Randomized Clinical Trial. JAMA Cardiol. 2017;2(6):608–616. doi:10.1001/jamacardio.2017.0175. [स्रोत](https://jamanetwork.com/journals/jamacardiology/fullarticle/2626583)

Read Next

क्या बाईं ओर करवट लेकर सोना हार्ट के लिए नुकसानदायक होता है? डॉक्‍टर से जानें

Disclaimer