क्या प्रेग्नेंसी के दौरान कोविड वैक्सीन सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें वैक्सीन लगवाने से पहले जरूरी बातें

अगर आप मां बनने की सोच रही हैं या आप गर्भवती हैं तो वैक्सीन लगवाना सुरक्षित है या नहीं, इस बात को लेकर संशय में तो नहीं।
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या प्रेग्नेंसी के दौरान कोविड वैक्सीन सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें वैक्सीन लगवाने से पहले जरूरी बातें

जैसा कि हम जानते हैं इस कोविड महामारी को आए एक साल से ऊपर हो चुका है और अब हम इसकी बहुत सारी वैक्सीन के बारे में जान चुके हैं। कुछ वैक्सीन का प्रभाव 90% से भी ऊपर है तो कुछ वैक्सीन केवल कुछ ही प्रतिशत प्रभावी है। इसी बीच बहुत से लोगों के मन में शंका है कि क्या यह वैक्सीन लगवानी चाहिए?  क्या यह उनके लिए सुरक्षित होगी? वहीं इस दुविधा में सबसे अधिक गर्भवती महिलाएं भी हैं। वह अपने से ज्यादा सुरक्षित अपने बच्चे को रखना चाहती हैं इसलिए उनके लिए यह जानना बहुत आवश्यक है कि क्या वैक्सीन लगवाना गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है या नही।

COVID Vaccine in Pregnancy

क्या गर्भवती महिलाएं कोविड वैक्सीन लगवा सकती हैं?

डॉक्टर रंजना बेकन, गायनेकोलॉजिस्ट, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, गाजियाबाद के मुताबिक अगर आप एक गर्भवती महिला हैं या आप ब्रेस्ट फीडिंग करवा रही हैं तो यह बातें आपको वैक्सीन लगवाने से नहीं रोक सकतीं। हालांकि हर एक व्यक्ति का शरीर अलग अलग होता है तो उस पर वैक्सीन के प्रभाव भी अलग अलग हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: 18 साल+ वालों के लिए कोरोना वैक्सीन से जुड़ी 5 महत्वपूर्ण बातें, जानें कब से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन और टीकाकरण

क्या गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन सुरक्षित है?

गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन लगवाना सुरक्षित है या नहीं इस पर बहुत कम जानकारी उपलब्ध है क्योंकि क्लीनिकल ट्रायल के दौरान गर्भवती महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था। लेकिन जिन जिन महिलाओं को पी फाइजर और बायो एन टेक जैसी वैक्सीन दी गई उन्हें वैक्सीन के कारण प्रेगनेंसी में किसी प्रकार की कोई समस्या देखने को नहीं मिली। जो महिलाएं गर्भवती थीं और जिन्होंने वैक्सीन ली उनके मिसकैरेज, कम वजन के बच्चों का जन्म होना या समय से पहले जन्म हो जाना जैसी स्थितियों का दर उतना ही था जितना वैक्सीन लगवाने से पहले था।

एक शोध में यह भी पाया गया कि गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन सुरक्षित है। एक छोटी सी स्टडी जिसमें 131 गर्भवती महिलाएं शामिल थी उसमें पाया गया कि वैक्सीन लगवाने वाली गर्भवती महिलाओं के शरीर में भी उतनी ही एंटीबॉडी बनती हैं जितनी जो महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हैं, उनमें बनती हैं। गर्भवती महिलाओं को भी थोड़े बहुत आम साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं जैसे शरीर में दर्द रहना या थकान होना। सबसे अच्छी बात यह पाई गई कि जब एक गर्भवती महिला वैक्सीन लगवाती है तो उसका बच्चा और अधिक प्रोटेक्ट हो जाता है। इसलिए अगर आप गर्भवती महिला हैं और वैक्सीन लगवाने की इच्छा जता रही हैं तो इसके बारे में आपको एक बार अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए और अपने दिल से सारे संदेह दूर करने चाहिए।

इसे भी पढ़ें: किन्हें नहीं लगवाना चाहिए Covaxin और Covishield वैक्सीन और क्या हो सकते हैं दुष्प्रभाव? जानें सभी जरूरी बातें

क्या होगा अगर आप गर्भवती हैं और पहले से ही वैक्सीन लगवा ली है?

अगर आप गर्भवती हैं और आपने पहले ही कोई वैक्सीन लगवा ली है और आपको उस वजह से कुछ ऐसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं जिसमें सिर दर्द, धुंधला दिखना, चक्कर आना, छाती या पेट में दर्द होना, पैरों में दर्द होना या सूजन आना, सांस फूलना, स्किन पर छोटे छोटे लाल दाने होना आदि शामिल है तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर के पास जाएं और इन सब लक्षणों के बारे में बताएं।

vaccine effect

माता पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

हाल ही में हुये शोध के मुताबिक जिन गर्भवती महिलाओं ने वैक्सीन लगवाई है उनके बच्चों को प्लेसेंटा या ब्रेस्ट मिल्क के माध्यम से एंटी बॉडीज के द्वारा एक सुरक्षा मिल जाती है। हालांकि उनके जन्म के बाद आपको उसका मीस़ल वैक्सीन जैसी वैक्सीन लगवा देनी चाहिए।

वायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन ही एक समाधान है। इसलिए अगर आप गर्भवती भी है और वैक्सीन लगवाने की सोच रही हैं तो आपको ऐसा अवश्य करना चाहिए। हालांकि वायरस खत्म करने के लिए केवल वैक्सीन के ही भरोसे नहीं रहना चाहिए। आपको अपनी सुरक्षा नियमों जैसे मास्क लगाना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना आदि का प्रयोग करना चाहिए ताकि आप और आपके परिवार वाले सुरक्षित रह सकें। इसी माध्यम से आप भी इस महामारी को खत्म करने में एक योगदान दे सकेंगी। जितना हो सके उतना घर पर ही रहें।

डॉक्टर रंजना बेकन, गायनेकोलॉजिस्ट, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, गाजियाबाद से बातचीत पर आधारित।

Read More Articles on Women's Health in Hindi

Read Next

क्यों होता है बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) और क्या हैं इसके लक्षण और कारण

Disclaimer