Dietary And Lifestyle Changes To Prevent Vaginal Discharge: वजाइनल डिस्चार्ज या सफेद पानी की समस्या का सामना अक्सरॉ महिलाओं का करना पड़ता है। लेकिन कई बार महिलाओं को यह समस्या काफी अधिक परेशान करती है। इसको लेकर उनके मन में तरह-तरह के सवाल आते हैं। आपको बता दें, हमेाशा ही सफेद पानी होना चिंता का विषय नहीं होता है। माइल्ड या मोडरेट डिस्जार्ज होना पूरी तरह सामान्य है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसकी माध्यम से वजाइना खुद को साफ करती है। आमतौर पर साफ और पानी जैसा डिस्चार्ज होना कोई परेशानी वाली बात नहीं है। पीरियड्स की शुरूआत से पहले और खत्म होने के बाद में डिस्चार्ज होना आम बात है। यहां तक कि पीरियड्स के ठीक बाद अगर किसी महिला को लाल या खून मिक्स डिस्चार्ज हो रहा है, तो इसमें भी आमतौर पर कोई परेशानी वाली बात नहीं होती है। ऐसा पीरियड्स के कारण होता है। लेकिन अगर कोई महिला डिस्चार्ज के साथ वजाइना में खुजली, अजीब सी गंध, दही या पनीर जैसा गाढ़ा डिस्चार्ज जैसी समस्या नोटिस करती है, तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है। खासकर अगर डिस्चार्ज का रंग पीला या हरे रंग का हो रहा है। क्योंकि इस तरह की समस्या यूटीआई या फंगल इन्फेक्शन के कारण होती है।
अच्छी बात यह है कि सफेद पानी या वजाइनल डिस्चार्ज की समस्या अगर किसी महिला को बहुत अधिक परेशान कर रही है, तो कुछ आयुर्वेदिक नुस्खों को फॉलो, साथ ही डाइट और जीवनशैली में बदलाव करके प्राकृतिक रूप से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अंकिता बिस्ला (BAMS Ayurveda) ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इसके बारे में काफी-कुछ शेयर किया है। इस लेख में हम आपको विस्तार से बता रहे हैं...
सफेद पानी की समस्या से राहत के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव- Dietary And Lifestyle Changes To Prevent Vaginal Discharge In Hindi
डाइट में क्या बदलाव करें?
- बहुत तला-भुना, मसालेदार, खट्टा और फैट युक्त भोजन न करें।
- कुछ भी ऐसा भारी न खाएं जिसमें फैट की मात्रा काफी अधिक होती है। मीठे, ठंडे, पचने में भारी और अधिक कैलोरी वाले फूड्स न खाएं।
- किसी भी तरह के फर्मेंटेड फूड्स आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं। इसलिए ब्रेड, केक और पेस्ट्रीज आदि का सेवन न करें।
- दूध और इससे बने उत्पाद जैसे दही, पनीर और चीज आदि के सेवन से परहेज करें।
- बहुत मीठे फूड्स और चीना का सेवन न करें।
- कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा, डिब्बाबंद फ्रूट जूस और प्रिजर्विटिव्स वाले फूड्स का सेवन न करें।
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जीवनशैली में क्या बदलाव करें?
- योनि की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
- योनि की सफाई के लिए कभी भी केमिकलयुक्त प्रोडक्ट्स का प्रयोग न करें, क्योंकि ये योनि के पीएच स्तर को प्रभावित करती हैं।
- हमेशा साफ और सूती कपड़े से बनी पैंटी पहनें।
- तनाव और एंग्जायटी को मैनेज करने से भी शरीर में त्रिदोष को संतुलित करने में मदद मिलेगी।
- नियमित योग करें और हाइड्रेट रहें।
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