Diet Chart For Spondylitis: स्पॉन्डिलाइटिस एक क्रॉनिक सूजन संबंधी रोग है, जो मुख्य रूप से रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) और उससे जुड़ी हड्डियों को प्रभावित करता है। इस बीमारी में सूजन, दर्द और जकड़न महसूस होती है। स्पॉन्डिलाइटिस के कारण पीठ, कूल्हों, कंधों, घुटनों, उंगलियों, एड़ियों और अन्य जोड़ों में सूजन और दर्द का एहसास होता है। दर्द से राहत पाने के लिए डाइट का सहारा लिया जा सकता है। स्पॉन्डिलाइटिस में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स रिच फूड्स का सेवन करने से लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। स्पॉन्डिलाइटिस में एक संतुलित और पोषण युक्त आहार का पालन करना जरूरी है। सही डाइट से सूजन कम हो सकती है, साथ ही हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाया जा सकता है और दर्द से राहत पाई जा सकती है। हर साल 1 से 7 सितंबर के बीच राष्ट्रीय पोषण दिवस (National Nutrition Week 2024) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य है पोषण की जरूरत के बारे में लोगों को बताना। हेल्थ कंटेंट बनाने के कारण हमारा फर्ज यह भी है कि हम लोगों को पोषण से जुड़ी सही जानकारी दें। इसी कड़ी में आज जानेंगे कि स्पॉन्डिलाइटिस के लक्षणों (Spondylitis Symptoms) को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट प्लान। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटिशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
स्पॉन्डिलाइटिस के लिए डाइट चार्ट- Spondylitis Diet Chart
स्पॉन्डिलाइटिस में दर्द से राहत पाने के लिए एक संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट का सेवन करना चाहिए-
सुबह का नाश्ता- 8:00 AM
- उबला अंडा या दलिया (ओट्स) दूध के साथ
- एक फल जैसे सेब, केला, या पपीता
- ग्रीन टी या लेमन हनी टी
मिड-मॉर्निंग स्नैक- 11:00 AM
- एक मुट्ठी नट्स (बादाम, अखरोट)
- ताजे फल या गाजर के स्टिक्स
दोपहर का खाना- 1:30 PM
- एक कटोरी दाल (मूंग, मसूर)
- ब्राउन राइस या चपाती
- एक कटोरी सब्जी (हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी)
- सलाद (खीरा, गाजर, टमाटर, और प्याज)
शाम का स्नैक- 4:00 PM
- फ्रूट सलाद या दही
- मुट्ठीभर भुने हुए चने या मखाने
रात का खाना- 8:00 PM
- ग्रिल्ड फिश या चिकन और वेजिटेरियन के लिए ग्रिल्ड पनीर
- एक कटोरी सब्जी
- सूप (टमाटर, पालक, या मिक्स वेजिटेबल)
- चपाती या ब्राउन राइस
सोने से पहले- 10:00 PM
हल्दी वाला गुनगुना दूध
इसे भी पढ़ें- स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों की तकलीफ बढ़ाती हैं ये 5 आदतें, डॉक्टर से जानें इनसे बचाव के उपाय
स्पॉन्डिलाइटिस में क्या खाएं और क्या नहीं?- Foods For Spondylitis
स्पॉन्डिलाइटिस के दो सबसे कॉमन प्रकार हैं सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस और एंकाइलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस। सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस रीढ़ की हड्डी के ऊपरी हिस्से (गर्दन) को प्रभावित करता है। वहीं एंकाइलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस मुख्य रूप से रीढ़ की हड्डी और कूल्हों को प्रभावित करता है। दोनों ही प्रकार के स्पॉन्डिलाइटिस में ये आहारा शामिल करने चाहिए-
1. ओमेगा-3 फैटी एसिड्स- Omega 3 Fatty Acids
मछली, अखरोट, अलसी के बीज, चिया सीड्स आदि को डाइट में शामिल करें। अखरोट की बर्फी बनाकर भी खा सकते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड्स सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे जोड़ों का दर्द और जकड़न कम हो सकती है।
2. विटामिन-डी और कैल्शियम युक्त आहार- Vitamin D and Calcium
दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, ब्रोकोली), बादाम आदि को डाइट का हिस्सा बनाएं।विटामिन-डी और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, जो स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए जरूरी है।
3. एंटी-ऑक्सीडेंट्स रिच फूड्स- Antioxydents Rich Foods
बेरीज (ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी), हरी पत्तेदार सब्जियां, ग्रीन टी, टमाटर आदि को डाइट में शामिल करें। एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और सूजन को कम करते हैं, जिससे दर्द में राहत मिलती है।
4. फाइबर युक्त आहार- Fiber Rich Diet
डाइट में ओट्स, ब्राउन राइस, साबुत अनाज, फल (सेब, नाशपाती), सब्जियां (गाजर, खीरा) आदि शामिल करें। फाइबर युक्त आहार पाचन को सुधारता है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे सूजन और दर्द में कमी आ सकती है।
5. प्रोटीन युक्त आहार- Protein Rich Diet
पनीर, टोफू, दालें, चिकन, मछली, अंडे आदि का सेवन करें। प्रोटीन मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत बनाता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है और मांसपेशियों की जकड़न को कम किया जा सकता है।
6. हर्ब्स और मसाले- Herbs and Spices
हल्दी, अदरक, लहसुन आदि का सेवन करें। हल्दी में करक्यूमिन और स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द को कम करने के लिए अदरक के फायदे अनगिनत हैं। अदरक में जिंजरोल जैसे तत्व होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। लहसुन भी एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी है।
स्पॉन्डिलाइटिस में क्या न खाएं?- Foods to Avoid in Spondylitis
- प्रोसेस्ड और फ्राइड फूड्स का सेवन न करें। ये सूजन को बढ़ा सकते हैं।
- शुगर और रिफाइंड कार्ब्स का सेवन न करें। इनसे सूजन बढ़ सकती है और वजन भी बढ़ सकता है, जो जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
- अत्यधिक कैफीन और शराब का सेवन न करें। ये शरीर में पानी की कमी का कारण बन सकते हैं और सूजन को बढ़ा सकते हैं।
- इस डाइट का सेवन करने से स्पॉन्डिलाइटिस के लक्षणों से निजात पाने में मदद मिलेगी।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।