
Intestinal TB Test In Hindi: अक्सर लोगों में यह देखा जाता है कि उन्हें पेट संबंधी समस्याएं काफी परेशान करती हैं जैसे पेट दर्द, ऐंठन, उल्टी-दस्त आदि। लेकिन अगर इस तरह की समस्याओं के साथ व्यक्ति बुखार, खानपान की आदतों में बदलाव और लगातार वजन घटाने जैसी समस्याओं का सामना करता है, तो ऐसे में उन्हें सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि कुछ मामलों में यह आंत में टीबी होने का संकेत भी हो सकते हैं। आंतों की टीबी (Intestinal tuberculosis) इन दिनों लोगों में काफी तेजी से फैल रही है। यह बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को प्रभावित कर सकता है, हालांकि डायबिटीज रोगी और एचआईवी पॉजिटिव लोगों में यह अधिक जाती है। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम के डॉ अरविंद कुमार खुराना (Gastroenterologist) की मानें तो आंती की टीबी के लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं, जिसमें कुपोषण, संक्रमण या बैक्टीरिया, सिरोसिस, एचआईवी संक्रमण, डायबिटीज मेलेटस, कुपोषण, एंटीट्यूमर नेक्रोसिस आदि। आमतौर पर टीबी का यह रूप छोटी और बड़ी आंत को प्रभावित करता है।
लेकिन अक्सर लोगों इस बात को लेकर लोग काफी कंफ्यूज रहते हैं, कि आंत में टीबी का पता कैसे चलता है? क्योंकि इसके लक्षण सामान्य बीमारियों की तरह ही देखने को मिलते हैं। डॉ अरविंद की मानें तो अगर लक्षणों के आधार पर आंत की टीबी का पता लगा पाना काफी मुश्किल है, इसका पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट कराने का सुझाव दिया जाता है। हालांकि कि उपरोक्त लक्षणों को ध्यान में रखते हुए आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं, जरूर पड़ने पर वह आपको स्वयं टेस्ट का सुझाव दे सकता है। इस लेख में हम आपको ऐसे 5 आम टेस्ट के बारे में बता रहे हैं, जिनका सुझाव आमतौर पर आंत की टीबी निदान के लिए किया जाता है।
आंत की टीबी के लिए 5 जरूरी टेस्ट- Intestinal TB Test In Hindi
1. रेडियोग्राफी
इसकी मदद से पेट की इमेजिंग की जाती है, जिसमें कंप्यूटेड टोमोग्रोफी, अपर जीआई श्रृंखला, बेरियम एनीमा आदी की मदद ली जाती है।
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2. कोलोनोस्कोपी और एंडोस्कोपी
इन टेस्ट को बायोप्सी की मदद से किया जाता है, इसके लिए कल्चर टेस्ट भी भेजे जाते हैं।
3. ट्यूबरकुलिन स्किन टेस्ट
यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस संक्रमण का पता लगाने का एक मानक तरीका है।
4. बायोप्सी की जाती है
इसमें पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन, या पीसीआर टेस्ट की मदद ली जाती है। जिससे यह पता लगाया जाता है कि संवेदनशीलता और विशिष्टता का स्तर क्या है।
5. ब्लड टेस्ट कराया जाता है
यह टीबी के टेस्ट का पता लगाने के लिए किए जाने वाले सबसे आम टेस्ट में से एक है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाता है कि ट्रांसएमिनेस, ईएसआर का लेवल कितना हाई है, साथ ही रोगी को एनीमिया की समस्या है या नहीं।
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इन टेस्ट की मदद से आंत की टीबी का आसानी से पता लगाया जा सकता है। टीबी की पुष्टि के बाद आपको डॉक्टर कुछ महीनों के लिए दवाएं और कुछ जीवन शैली बदलाव का सुझाव दे सकते हैं। जरूरत पड़ने पर सर्जरी की मदद भी ली जा सकती है।
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