डायबिटीज रोगी अगर अपनी डाइट को मेनटेन करें तो वो ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की समस्या और मोटापा दोनों समस्याओं से बच सकते हैं। डायबिटीज में लोगों की सबसे बड़ी समस्या होती है चीनी का सेवन कम करना पर चीनी का सेवन न करने के बावजूद भी उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल नहीं होता, कहीं इसका कारण आपका आटा तो नहीं जी हां, जो आटा हम बाजार से लेकर खाते हैं वो केवल गेहूं का बना होता है जिसके कारण उसमें ग्लूटन की मात्रा ज्यादा होती है बल्कि मल्टीग्रेन आटे जो बाजार में मिलते हैं उनका स्वाद बढ़ाने के लिए भी उनमें शुगर मिलाकर बेचा जाता है जिसे खाकर डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, इसे कंट्रोल करने के लिए आपको हेल्दी आटे का सेवन करना चाहिए, इसे बनाने का तरीका और फायदे हम आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डायटीशियन डॉ स्मिता सिंह से बात की।
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डायबिटीज में सही आटे का सेवन जरूरी है नहीं तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। डॉ स्मिता ने बताया कि आपको गेहूं का आटा खाने के बजाय अलग- अलग ग्रेन्स के आटे को मिक्स करके खाना चाहिए। इससे आपके शरीर को फाइबर की सही मात्रा मिलेगी। आप कई तरह के ग्रेन्स जैसे रामदाना, सोयाबीन, बाजरा, जौ आदि को मिलाकर आटे को तैयार कर सकते हैं।
डायबिटीज रोगियों के लिए सेहतमंद आटा कैसे बनाएं? (How to make healthy flour for diabetic patients)
डायबिटीज रोगियों के लिए सेहतमंद आटा बनाने के लिए ये स्टेप्स फॉलों करें-
सामग्री: बाजरा, जौ, रागी, सोयाबीन, राजगीरा, काबुली चना
विधि:
1. डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी आटा आप घर पर ही तैयार कर सकते हैं। इस आटे में कैमिकल्स और ग्लूटन व शुगर नहीं होगी और ये आटा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में भी मदद करेगा।
2. इस आटे को बनाने के लिए आपको राजगीरा, काबुली चने का मिश्रण, रागी का मिश्रण, जौ, बाजरा आदि को पीस लेना है उसके बाद मिश्रण को मिलाकर आटा तैयार हो जाएगा।
3. आटा बनाने के लिए आपको सभी सामग्री की समान मात्रा लेनी है, आप हर सामग्री का 400 ग्राम मिश्रण में मिला सकते हैं, जब आटा बन जाए तो उसे एयरटाइट कंटेनर में रख दें।
4. आटा तैयार है आप इससे ताजी रोटियां तैयार करें और खाएं, साथ ही इस आटे में प्रिजर्वेटिव मौजूद नहीं है इसलिए इसका सेवन सीमित समय के लिए और रेसिपी की सीमित मात्रा ही तैयार करें।
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आटे की न्यूट्रिशनल वैल्यू
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इस आटे की अगर 100 ग्राम मात्रा ली जाए तो उसमें करीब 8 प्रतिशत प्रोटीन, 3 प्रतिशत कॉर्ब्स, 1 एमजी फोलिक एसिड, 15 एमजी आयरन, 3 एमजी जिंक, करीब 1 एमजी मैग्निशियम मौजूद होगा। आपको इस आटे की 100 ग्राम की मात्रा में करीब 300 कैलरीज मिलेंगी। डायबिटीज के रोगियों को अपनी डाइट में एक बार में दो रोटी का सेवन करना चाहिए जिसके साथ आप सलाद भी शामिल करें।
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डायबिटीज मरीजों के लिए क्यों हेल्दी है ये आटा? (Benefits of healthy flour for diabetic patients)
- इस आटे में साबुत अनाज के पोषक तत्व मौजूद हैं और डाइट्री फाइबर की भी अच्छी मात्रा है।
- इस आटे में कॉम्प्लेक्स कॉर्ब्स की भी अच्छी मात्रा है, इस आटे में मौजूद कई प्रकार के ग्रेन्स से वजन भी कंट्रोल रहेगा।
- इस आटे में आपको बाजरा मिलेगा जिसमें डायट्री फाइबर की अच्छी मात्रा होती है और इसका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।
- इस आटे में प्रोटीन, मिनरल, विटामिन के गुण है जिससे आपके शरीर को एनर्जी मिलेगी और आलस्य या कमजोरी की शिकायत नहीं होगी।
अगर आप किसी अन्य बीमारी के लिए दवा का सेवन करते हैं तो आपको डॉक्टर या डायटीशियन की सलाह पर ही इस आटे का सेवन करना चाहिए।
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