
कई बार मौसम में बदलाव के कारण डेंगू, चिकनगुनिया और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों का कहर शुरु हो जाता है. वैसे तो ये बीमारियां किसी को भी हो सकती हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसका खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में प्रेगनेंट महिलाओं को ज्याेदा सर्तक होकर रहने की जरुरत हैं। दरअसल, प्रेगनेंसी के दौरान शरीर का इम्युनिटी लेवल कम रहता है जिस वजह से संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान ये 4 हेल्थ प्रॉब्लम्स बच्चे पर भी असर डाल सकती हैं
डेंगू क्यों खतरनाक है
प्रेगनेंसी के दौर में डेंगू होने वाले बच्चे और मां दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है. इसके कारण प्रीमैच्योर डिलीवरी होने का खतरा भी रहता है और कई मामलों में मां की मृत्यु होने की भी संभावना रहती है. इस इन्फेक्शन के कारण यह बीमारी मां से बच्चे में भी फैल सकती है और उसके लिए नुकसानदायक हो सकती है।
मलेरिया क्यों खतरनाक है
डेंगू की ही तरह मलेरिया होना भी प्रेगनेंसी के दौर में बहुत खरनाक है. इससे गर्भपात जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा मलेरिया के कारण गर्भवती महिलाओं को एनीमिया, किडनी फेल होना और कई महत्वपूर्ण अंगो के डैमेज होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इसे भी पढें: डेंगू से पीडि़त होने पर भूलकर भी न खाएं ये 3 चीजें, पड़ सकता है सेहत पर भारी
प्रेगनेंसी में डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए क्या करें:
1. ऐसी जगहों पर बिल्कुल भी ना जायें जहां पहले से ही इन बीमारियों का प्रकोप हो।
2. अपने आस पास की जगहों को साफ सुथरा रखें और सुबह और शाम को घर की खिड़कियां बंद रखें।
3. पूरी बांह की शर्ट और फुल लेंथ वाली पेंट पहनें, अगर आपके इलाके में मच्छर ज्यादा हों तो मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
प्रेगनेंसी में डेंगू और मलेरिया का इलाज कैसे करें
अधिक मात्रा में पानी, जूस और नारियल पानी पिएं जिससे शरीर में पानी की कमी ना रहे. बुखार होने पर एस्पिरिन या ऐसी कोई दवा बिना डॉक्टर की सलाह के ना खाएं.इससे ब्लीडिंग भी हो सकती हैं अगर ऐसे कोई लक्षण दिखे तो बिना देरी किये डॉक्टर के पास जायें।
Read More Articles On Other Diseases In Hindi