डेंगू बुखार के लक्षण अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते है। इसीलिए शुरूआत में डेंगू को पहचानना मुश्किल होता है। लेकिन जैसे-जैसे ये बुखार शरीर में फैलता जाता है इसके लक्षण भी अन्य बीमारियों से अलग दिखलाई पड़ते रहते है। हालांकि डेंगू बुखार से व्यलक्ति की त्वशचा ठंडी पड़ जाती है। आइए जानते है डेंगू बुखार के लक्षणों के बारे में।
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- डेंगू की पहचान का सामान्यं तरीका है बुखार की जांच। जब व्यकक्ति बुखार में तप रहा होता है तापमान लगातार बढ़ रहा होता है और उसका कोई कारण नहीं दिखाई पड़ता, साथ ही रोगी कांप रहा होता है तो रोगी डेंगू का शिकार हो सकता है।
- आमतौर पर डेंगू के लक्षण इस बात पर निर्भर करते है कि डेंगू बुखार किस प्रकार है। डेंगू बुखार सामान्यतः तीन प्रकार के होते हैं।
- सिर, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना भी डेंगू का ही लक्षण है।
- जब व्यक्ति सामान्य से अधिक कमजोरी महसूस करें, गले में दर्द की शिकायत हो और सबकुछ बेस्वाद लगे, जी मिचलाएं और भूख न लगे तो ऐसे में डेंगू हो सकता है ।
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- व्यक्ति की ठंडी त्वचा के साथ ही ब्लड प्रेशर भी कम होना भी डेंगू के लक्षण है।
- त्वचा पर रैशिस होना, शरीर पर लाल गुलाबी चकते पड़ना भी डेंगू की निशानी है। हालांकि शुरूआत में ये चकते तलवों पर, छाती पर ही दिखाई पड़ते हैं लेकिन बाद में यह शरीर के कई हिस्सों जैसे चेहरे, गर्दन, पैरों आदि पर भी दिखाई पड़ने लगते है।
- डेंगू संक्रमण के दौरान मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है।
- डेंगू शरीर को पूरी तरह से तोड़ देता है इसीलिए इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है।
- डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या कुछ-कुछ समय के अंतराल में लगातार कम होती जाती है।
- डेंगू संक्रमण के दौरान रोगी को पेट संबंधी शिकायते होने लगती है। इसमें पेट खराब हो जाना, उसमे दर्द होना, दस्त लगना, ब्लेडर की समस्या आदि हो सकते है।
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डेंगू बुखार शरीर में फैलने में थोड़ा समय लेता है। इसीलिए इसकी पहचान में मुश्किल होती है। लेकिन डेंगू के लक्षणों को ध्या़न में रखकर डेंगू की पहचान सही समय पर की जा सकती है।
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