डिमेंशिया एक मानसिक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति की याददाश्त कमजोर होने लगती है। मस्तिष्क की इस गंभीर बीमारी की कई वजह हो सकती हैं, जिसमें आपका खानपान और गलत जीवनशैली भी मुक्ष्य जिम्मेदार कारक हैं। डिमेंशिया में व्यक्ति चीजों को रखकर भूल जाना, व्यक्तियों की पहचान करने में कठिनाई, रास्ता भूल जाना आदि याददाश्त से जुड़ी परेशानियां होती हैं।
क्या कहती है रिसर्च?
हाल में डेनमार्क में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने मनोभ्रंश या डिमेंशिया पर किए गए एक अध्ययन में पाया कि लंबे लोगों में बुढ़ापे में डिमेंशिया का खतरा कम होता है। यह अध्ययन जर्नल ईलाइफ में प्रकाशित किया गया।
डिमेंशिया एक सामूहिक शब्द है, जिसका उपयोग संज्ञानात्मक गिरावट के विभिन्न लक्षणों का वर्णन करने के लिए किया जाता है, सीधे शब्दों में कहा जाए, तो यह एक भूलने की बीमारी है। पिछले कुछ अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि लंबाई डिमेंशिया का एक जोखिम कारक हो सकता है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने कहा कि इस शोध में से अधिकांश आनुवांशिक, पर्यावरणीय या अन्य प्रारंभिक जीवन के कारकों को ध्यान में नहीं रख पाए, जो ऊंचाई और मनोभ्रंश दोनों से जुड़े हो सकते हैं।
कोपेनहेगन विश्वविद्यालय और अध्ययन के सहायक प्रोफेसर टेरिस सारा होज जोर्गेनसन ने कहा, "हम यह देखना चाहते थे कि क्या युवाओं में उनकी लंबाई डिमेंशिया के निदान से जुड़ी है, जबकि यह पता लगाने के लिए कि इसके क्या इंटेलिजेंस टेस्ट स्कोर, शैक्षिक स्तर, और पर्यावरणीय और आनुवांशिक कारक इसके बीच के रिश्ते को स्पष्ट करते हैं।"
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666,333 पर किया गया अध्ययन?
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 1939 और 1959 के बीच पैदा हुए 666,333 लंबे लड़कों के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिसमें 70,608 भाई और 7,380 जुड़वां शामिल थे। उन्हें कुल 10,599 पुरुष मिले, जिन्होंने जीवन के बाद के पड़ाव में डिमेंशिया विकसित हुआ।
इस समूह के उनके समायोजित विश्लेषण से पता चला कि औसत लंबाई से ऊपर वाले पुरूषों में डिमेंशिया के विकास के जोखिम में लगभग 10 प्रतिशत की कमी थी। शोधकर्ताओं ने पाया कि लंबाई और डिमेंशिया के बीच संबंध, तब भी था जब वे भाइयों को अलग-अलग ऊंचाइयों पर देखते थे।
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कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मेरेट ओसलर ने कहा, "हमारे अध्ययन की एक प्रमुख ताकत यह है कि यह युवा पुरुषों के डिमेंशिया के जोखिम में शिक्षा और इंटेलिजेंस की संभावित भूमिका के लिए समायोजित किया गया है और इस समूह में डिमेंशिया के विकास को कम संवेदनशील बना सकते हैं"।
ओसलर ने कहा, "एक साथ, हमारे परिणाम युवा पुरुषों में लंबाई और जीवन में बाद में डिमेंशिया के निदान के कम जोखिम के बीच एक जुड़ाव की ओर इशारा करते हैं, जो शैक्षिक स्तर और इंटेलिजेंस स्कोर के लिए समायोजित होने पर भी बनी रहती है।"
ओस्लर ने कहा कि अध्ययन की एक महत्वपूर्ण सीमा अनिश्चितता है कि क्या ये निष्कर्ष महिलाओं के लिए सामान्य हैं।
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