रोजाना योग और ध्‍यान करने से मिल सकता है क्रॉनिक पेन से छुटकारा, शोध ने किया खुलासा

नए शोध के अनुसार योग और ध्‍यान आपके सभी पुराने दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे पता चलता है कि योग और ध्यान आपके लिए कितना फायदेमंद है। 
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रोजाना योग और ध्‍यान करने से मिल सकता है क्रॉनिक पेन से छुटकारा, शोध ने किया खुलासा

योग और ध्‍यान आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है, यह तो आप सभी ने सुना होगा। लेकिन कितना? यह इस नए अध्‍ययन से पता लगाया जा सकता है। जी हां, क्‍योंकि यह नया अध्‍ययन क‍हता है कि ध्यान और योग आपके समग्र कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपके मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने से लेकर शारीरिक दर्द को दूर करने और शरीर के कोर को मजबूत करने में मददगार हो सकते हैं। लेकिन इसके अलावा, इस नए अध्‍ययन से योग और ध्‍यान से जुड़ा एक और संकेत मिला है, जिसमें शोधकर्ताओं का मानना है कि यह क्रोनिक पेन या पुराने दर्द को कम कर सकता है। आइए यह शोध क्‍या कहता है, यह विस्‍तार में जानने के लिए इस लेख को आगे पढ़ें। 

Yoga Benefits

क्‍या कहता है ये नया शोध?

जर्नल ऑफ अमेरिकन ओस्टियोपैथिक एसोसिएशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 8 सप्ताह का एक कोर्स है, जिसका नाम माइंडफुलनेस-बेस्‍ड स्‍ट्रेस रिडक्‍शन (MBSR)कोर्स है, जो क्रोनिक पेन यानि सभी पुराने दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इस कोर्स से 89% से अधिक प्रतिभागियों को लाभ मिला है। इसने उनके मनोदशा, कार्यात्मक क्षमता और दर्द की धारणाओं को बेहतर और कम दर्दनाक करके उनको एक आरामदायक जीवन जीने में मदद की है।

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ऑस्टियोपैथिक फिजिशियन और डायरेक्‍टर ऑफ ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन, कम्‍युनिटी हेल्‍थ क्लीनिक बेंटन और लिन काउंटी के सिंथिया मार्सके कहते हैं, ''कई लोगों ने उम्मीद खो दी है, क्योंकि ज्यादातर मामलों में, पुराने दर्द पूरी तरह से हल नहीं होते। हालांकि, माइंडफुल योगा और मेडिटेशन दोनों शरीर की संरचना और कार्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जो हीलिंग की प्रक्रिया का समर्थन करता है।”

Chronic Pain And Yog

कैसे योग और ध्‍यान से मिल सकती है क्रोनिक पेन में मदद?  

जैसा कि डॉ. सिंथिया मार्सके द्वारा बताया गया है कि ये दर्द को हील कर सकते हैं लेकिन ठीक नहीं करते हैं। इन दोनों में बहुत अंतर है। “इलाज का मतलब या क्रोनिक पेन के साथ, हीलिंग में दर्द के स्तर के साथ जीना सीखना शामिल है, जो प्रबंधनीय है। इसके लिए, योग और ध्यान बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। ”

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डॉ. मार्सके के अनुसार, “पुराना दर्द अक्सर लंबे समय तक डिप्रेशन की ओर जाता है। ऐसे में माइंडफुलनेस-बेस्‍ड मेडिटेशन और योगा दोनों रोगी के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बहाल करने में मदद कर सकते हैं और अकेले या थेरेपी और दवा जैसे अन्य उपचारों के साथ संयोजन में प्रभावी हो सकते हैं।”

इसलिए पुराने दर्द से निपटने वाले रोगियों को स्वस्थ जीवन के लिए और स्थिति का सामना करने के लिए योग और ध्‍यान को जीवन का हिस्‍सा बनाना चाहिए। क्‍योंकि इस अध्ययन से पता चलता है कि योग और ध्‍यान क्रोनिक पेन या पुराने दर्द से राहत के लिए एक बेहद फायदेमंद विकल्प साबित हो सकता है।

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