कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनका कोई इलाज नहीं होता है। कुछ रेयर डिजीज को डॉक्टर भी नहीं समझ पाते हैं। फिट दिखने वाले एथलीट्स और क्रिकेटर्स भी कई बार इन बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। ऐसे बहुत से क्रिकेटर्स हैं, जो कुछ गंभीर और रेयर बीमारियों का शिकार हैं। आइये जानते हैं रेयर डिजीज से जूझने वाले कुछ क्रिकेटर्स के बारे में।
ब्रेन लारा
वेस्ट इंडीज के क्रिकेटर ब्रेन लारा को हेपाटाइटिस बी की समस्या था, जिसने उनके जीवन में उथल-पुथल मचा दी थी। उन्हें लिवर से जुड़ी यह बीमारी साल 2002 में डायग्रोस हुई थी। यह समस्या कुछ मामलों में ठीक नहीं होती है। ऐसी स्थिति में शरीर में सूजन और खुजली होती है साथ ही यह संक्रमण शरीर में भी फैल जाता है। इसे नजरअंदाज करना अन्य समस्याओं का भी खतरा बन सकता है।
युवराज सिंह
भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज युवराज सिंह को साल 2011 में कैंसर डायग्रोस हुआ था, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए लंबे समय तक क्रिकेट से ब्रेक लेना पड़ा था। उन्हें फेफड़ों का कैंसर था। जिसके बाद लगातार उनकी कीमोथेरेपी चली। हालांकि, इस दौरान उन्होंने अपने लाइफस्टाल और खान-पान को पूरी तरह हेल्दी रखा और कैंसर को मात देने में वे कामयाब रहे।
इसे भी पढ़ें - क्लिनिकल डिप्रेशन का शिकार हो गए थे MTV Splitsvilla फेम एक्टर आकाश चौधरी, खुद बता रहे हैं कैसे आए इससे बाहर
माइकल
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर माइकल को भी एक गंभीर और रेयर डिजीज का सामना करना पड़ा था। दरअसल, उन्हें एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या थी, जो बेहद कम लोगों को होती है। इस समस्या में शरीर में जकड़न आने के साथ ही पीठ, गर्दन और कमर में भी तेज दर्द होता है। एलोपैथी में इसे पूरी तरह से ठीक करने के लिए अबतक कोई इलाज नहीं बना है। हालांकि, इसके लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है।
विराट कोहली
भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को हर्नियेटेड डिस्क का सामना करना पड़ा था। दरअसल, उन्हें साल 2011 में इंजरी होने के बाद हर्नियेटेड डिस्क यानि स्लिप डिस्क का सामना करना पड़ा था। दरअसल, इस स्लिप डिस्क होने की स्थिति में झुकने और चलने में तेज दर्द होता है साथ ही कमर और पीठ के आस-पास के हिस्से में दर्द होता है।