दुनियाभर में कोरोना का असर जारी है। ऐसे में इसके नए-नए वेरिएंट देखने को मिल रहे हैं। कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे लोगों को ठीक होने के बाद भी कुछ समस्याएं हो रही हैं। हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक कोविड 19 माइट्रोकॉन्डिया जीन्स पर असर डालता है। दरअसल, यह जीन्स शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद करते हैं। जर्नल साइंस ट्रांसलेश्नल मेडीसिन में प्रकाशित इस स्टडी की मानें तो इसके डैमेज होने से लिवर, किडनी समेत शरीर के अन्य अंगों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
क्या है माइट्रोकॉन्ड्रिया?
दरअसल, माइट्रोकॉन्ड्रिया सेल्स का एक समूह है। यह कोशिकाओं में एनर्जी का उत्पादन करने का काम करती है। यह मानव शरीर की सेल्स में पाया जाता है। ऐसे में शोधकर्ताओं का कहना है कि कोविड से प्रभावित लोगों में माइट्रोकॉन्ड्रिया जीन्स के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे हार्ट, किडनी और लिवर को भी नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में इन सभी अंगों में हो रही माइट्रोकॉन्ड्रियल प्रक्रिया बाधित हो सकती है।
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हार्ट और फेफड़ों पर कैसे असर डालता है कोविड?
इस विषय पर अधिक जानकारी लेने के लिए हमने लखनऊ के पल्स हार्ट सेंटर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक शुक्ला से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कोविड एक प्रकार की रेस्पिरेटरी डिजीज है। इंफेक्शन होने पर फेफड़ों पर प्रभाव पड़ता है। ऐसी स्थिति में फेफड़े सामान्य रूप से काम करने में असमर्थ हो जाते हैं, जिससे हार्ट तक ऑक्सीजन या फिर ब्लड फ्लो पहुंचने में भी समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आप हार्ट या फिर फेफड़ों से जुड़ी किसी समस्या से पीड़ित हैं तो ऐसे में अधिक सावधानी बरतें।
मरीजों को विशेषतौर पर रखना चाहिए ध्यान
कोविड होने के बाद हार्ट, लंग और किडनी से की समस्या से पीड़ित मरीजों में सामान्य लोगों की तुलना में इससे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए सीने में दर्द होने, सांस लेने में कठिनाई होने या फिर ज्यादा एंग्जाइटी होने पर बिना देरी किए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। ऐसे में जितना हो सके खान-पान और लाइफस्टाइल को हेल्दी रखने की कोशिश करें।