
कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले भारत में लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार की दोपहर तक महज 24 घंटे में ही कोरोना वायरस के 9 नए मरीज सामने आ चुके हैं। नये मामले दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर और केरल से सामने आए हैं। इसी के साथ भारत में कोरोना से प्रभावित कुल मरीजों की संख्या 43 पहुंच गई है। नया मामलों में 1 मरीज यूपी से, 1 मरीज जम्मू कश्मीर से, 1 मरीज दिल्ली में सामने आया है। इसके अलावा एक 3 साल के बच्चे में भी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया, जो 7 मार्च को ही इटली से भारत आया है। दूसरे 5 मामले भी केरल में ही सामने आए हैं। इनसे से 5 मरीज एक ही परिवार से हैं। बीती 29 फरवरी को इस परिवार के 3 सदस्य, पति-पत्नी और उनका एक लड़का इटली से लौटे हैं। जांच में इन तीनों के साथ-साथ इनके 2 रिश्तेदारों में भी नोवल कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया।
परिवार की गड़बड़ी के कारण फैला वायरस
केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने इन ताजा मामलों के बाद राज्य में हाई एलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि केरल में सामने आए मामले मरीजों के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण हुए हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वायरस से प्रभावित देशों से लौटने वाले सभी यात्रियों को हिदायत दी गई है कि वे भारत पहुंचते ही एयरपोर्ट हेल्थ डेस्क पर या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करके अपनी जांच जरूर कराएं। मगर राज्य में लौटे इस परिवार ने ऐसा नहीं किया।
इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस के मरीजों का कैसे किया जा रहा है इलाज? इलाज के बाद कैसे की जा रही है रिकवरी
इन तीनों मरीजों में पति और पत्नी की उम्र लगभग 50 साल है, जबकि बेटे की उम्र 24 साल है। इसी गड़बड़ी के चलते इस परिवार के 2 अन्य सदस्य भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों को इस परिवार के भारत लौटने की खबर 6 मार्च को मिली, जब इनका एक रिश्तेदार ने तेज बुखार के कारण अस्पताल पहुंचा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि इस परिवार के सदस्यों ने कई फंक्शन्स भी अटेंड किए हैं और कई रिश्तेदारों से भी मिले हैं। यही नहीं स्थानीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि इस परिवार ने जांच और इलाज में सहयोग करने से भी मना कर दिया था।
43 में से 16 मरीज विदेशी
भारत में अभी फिलहाल कोरोना वायरस के जो 40 मामले मौजूद हैं, उनमें 16 मरीज इटली के नागरिक हैं, जो राजस्थान घूमने के लिए आए थे। इनमें से 2 को जयपुर के SMS हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, जिनकी स्थिति में अब काफी सुधार है। बाकियों को गुरुग्राम स्थित मेदांता मेडिसिटी में भर्ती किया गया था। असम में भी संदिग्धता के आधार पर 400 मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है। ये सभी लोग एक अमेरिकन टूरिस्ट के संपर्क में आए थे, जिसमें कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है।
Watch Video: जानें कोरोना वारस के लक्षण और बचाव से जुड़ी सभी जरूरी बातें, हमारे एक्सपर्ट से।
इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस से बचने के लिए कैसे बूस्ट करें अपनी इम्यूनिटी? न्यूट्रीशनिस्ट से जानें
3,400 से ज्यादा लोगों की कई जांच
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार चूंकि कोरोना वायरस एक दूसरे के संपर्क से फैलता है, इसलिए ऐसे सभी संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है, जो इस वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्ति के संपर्क में आ चुके हैं।भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए 52 लैब बनाई गई हैं, जहां मरीजों के सैंपल में कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। इसके अलावा 57 लैब ऐसी हैं, जहां मरीजों के सैंपल इकट्ठा किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 6 मार्च तक कुल 34,04 लोगों के कुल 4,058 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है।
Read more articles on Health News in Hindi