
शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या 5 लाख पार हो गई। वहीं इस वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या 24,000 से भी ज्यादा हो गई है। इस बीच सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि युनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में अब कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या चीन और इटली से भी ज्यादा हो गई है। अमेरिका में ये वायरस तेजी से फैला है और बहुत कम समय में फैला है। यही कारण है कि अब यूएसए कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश बन गया है।
जहां चीन में अब तक लगभग 81,000 मामले सामने आ चुके हैं और अब वहां पर वायरस को लगभग रोक लिया गया है। वहीं इटली में इस वायरस के संक्रमितों की संख्या 80,000 पार हो गई है। मगर अमेरिका में गुरूवार को ये संख्या 85,000 से भी ज्यादा हो गई।
क्या है भारत की स्थिति?
भारत में भी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। गुरूवार को कोरोना के 88 नए संक्रमितों की पहचान हुई है। इसके साथ ही कुल संक्रमित लोगों की संख्या 694 पहुंच गई। कोरोना वायरस के कारण अब तक भारत में 16 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, जहां अब तक 121 मामले सामने आए हैं और 3 लोगों की मौत हुई है। वहीं दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य केरल है, जहां अब तक 110 मामले सामने आए हैं, मगर अच्छी बात ये है कि केरल में अभी तक कोविड-19 के कारण किसी की मौत नहीं हुई है।
इसके अलावा दिल्ली में 35, गुजरात में 42, हरियाणा में 16, चंडीगढ़ में 7, उत्तर प्रदेश में 40, पंजाब में 33, राजस्थान में 39, तेलंगाना में 34 और मध्य प्रदेश में 20 मामले सामने आ चुके हैं।
इसे भी पढ़ें:- कोरोना वायरस पर प्रियंका चोपड़ा ने WHO चीफ से पूछे 10 सबसे जरूरी सवाल, WHO के ये जवाब दूर करेंगे आपका कंफ्यूजन
कम्यूनिटी लेवल पर नहीं फैला वायरस: स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरूवार को बताया कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस के कम्यूनिटी लेवल तक फैलने का कोई प्रमाण नहीं है। संक्रमण भारत में अभी स्थिर मालूम पड़ता है। देश में अभी कोरोना के एक्टिव मामले 633 हैं, जिनका इलाज चल रहा है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि जिन लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है, उनसे मिलने वाले लोगों को पहचानकर तेजी से आइसोलेट किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द इस वायरस को रोका जा सके।
लॉकडाउन के कारण रुका है प्रसार
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि चीन, इटली और अमेरिका की तरह भारत ने कोरोना वायरस को बहुत दिन तक नजरअंदाज नहीं किया है। वायरस के फैलाव की शुरुआत में ही लॉकडाउन के फैसले से इस वायरस के प्रसार में काफी हद तक कमी आई है। आज अमेरिका में जो हालात हैं, अगर वो भारत में हुए होते, तो करोड़ों लोग अपनी जान गंवाते। हालांकि कुछ विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि भारत जब अपने यहां जांच का दायरा बढ़ाएगा, तो और भी मामले सामने आएंगे। मगर फिलहाल लॉकडाउन से वायरस के व्यापक स्तर पर फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी।
इसे भी पढ़ें:- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा खाने से कोरोना वायरस के एक मरीज की मौत, जानें क्यों खतरनाक है सेल्फ मेडिकेशन
डरने की बात नहीं, लोग ठीक हो रहे हैं
भारत में इस एक बड़ी जनसंख्या ऐसी है, जो इस समय कोरोना वायरस को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित है। मगर आंकड़े और एक्सपर्ट्स बताते हैं कि भारत में कोरोना वायरस की स्थिति अभी जैसी है, उस हिसाब से डरने की नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। भारत में कोरोना के अब तक 44 मरीजों को ठीक किया जा चुका है। बहुत सारे लोगों में हल्के-फुल्के लक्षण सामने आए हैं, जिन्हें जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा।
Read More Articles on Health News in Hindi