
भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। 10 मार्च की रात तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इसके मरीजों की संख्या 62 पहुंच गई है। होली (Holi) के दिन 18 नए मामले सामने आए, जिनमें केरल से 8, महाराष्ट्र से 5, कर्नाटक से 4 और जम्मू कश्मीर से 1 मामला सामने आया। पुणे के एक कैब ड्राइवर में भी कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। इस कैब ड्राइवर ने 1 मार्च को पुणे से लौटे एक ऐसे कपल को मुंबई एयर पोर्ट से पुणे छोड़ा था, जिनमें पहले ही कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी थी।
सबसे ज्यादा प्रभावित है केरल
देश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आए हैं, जहां अब तक इस वायरस की चपेट में 17 लोग आ चुके हैं। हालांकि इनमें से 3 को ठीक भी किया जा चुका है, मगर फिर भी सरकार और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद हैं और राज्य में लॉक डाउन की स्थिति हो गई है। केरल में सभी स्कूलों और सिनेमा हॉल्स को महीने के अंत तक बंद रखने की बात कही गई है।
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भारत में करोड़ों लोग रोजाना पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे- कैब, बस, ऑटो, मेट्रो, ट्रेन आदि से सफर करते हैं। ऐसे में आपके लिए ये जानना जरूरी है कि कोरोना वायरस यानी कोविड-19 (COVID-19) से बचने के लिए आपको इन पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
इन बातों का ध्यान रखना है जरूरी
- अगर आपको खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ जैसी कोई भी समस्या है, तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर करने से बचें। ऐसी स्थिति में मुंह पर मास्क लगाएं और अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करके जांच और इलाज कराएं।
- कैब और ऑटो में सफर करते समय ध्यान रखें कि आप ड्राइवर को या गाड़ी के बॉडी पार्ट्स को छुएं नहीं। अपने साथ सैनिटाइजर की छोटी बॉटल रखें। पैसों के लेनदेन और कैब का दरवाजा बंद करने के बाद एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर से अपना मुंह जरूर साफ करें।

- अगर आप रोजाना पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं, तो जहां कहीं भी आपको सुविधा मिले, अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोते रहें। अगर ऐसा संभव नहीं है, तो कम से कम अपने पास एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर रखें और कुछ भी छूने के बाद इससे हाथों को अच्छी तरह साफ करें।
- कैब और टैक्सी में सफर करते समय ध्यान रखें कि आपका ड्राइवर कहीं बीमार तो नहीं लग रहा है। अगर ऐसा है, तो आप कैब बदल सकते हैं या मुंह पर मास्क लगाने के बाद ही सफर करें।
- मेट्रो, बस और ट्रेन के सफर में इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपका कोई सहयात्री बार-बार खांस या छींक रहा है, तो उससे कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें और उसे हिदायत दें कि वो अपने मुंह पर रूमाल या टिश्यू पेपर रखकर ही छींके या खांसे।
- ध्यान रखें कि बस स्टेशन, मेट्रो स्टेशन या रेलवे स्टेशन के परिसर और गाड़ी में रेलिंग, दरवाजे, होल्डर, सीट कवर, डस्टबिन, वॉशरूम का नल, सिंक आदि न छुएं। अगर आपको इन्हें छूना पड़ रहा है, तो बिना भूले कम से कम इतना जरूर करें कि आप अपने हाथों से मुंह, नाक और आंखों को न छुएं।
- लिफ्ट की बटन या किसी भी ऐसी चीज को छूने से बचें, जहां लोग सबसे ज्यादा हाथ लगाते हैं। आप अपने घुटनों या कोहनियों के इस्तेमाल से लिफ्ट की बटन प्रेस कर सकते हैं या सीढ़ियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- मास्क की जरूरत स्वस्थ लोगों से ज्यादा उन्हें है जो बीमार हैं क्योंकि वायरस उन्हीं के छींकने, खांसने से फैलता है। अगर आप बीमार हैं, तो हर स्थिति में आपको अपने मुंह पर मास्क लगाए रखना है। अन्यथा वायरस आपके परिवार, दोस्तों और सहयात्रियों में फैल सकता है।
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