कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर ने शेयर किया अपना अनुभव, बताए जरूरी सावधानियां और टिप्स जो कोविड से लड़ने में आएंगी काम

कोरोना संक्रमित होकर ठीक होने वाले डॉ अव्यक्त अग्रवाल ने वीडियो शेयर करके बताया कि कोविड होने पर आपको कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए और क्या करना चाहिए
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कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर ने शेयर किया अपना अनुभव, बताए जरूरी सावधानियां और टिप्स जो कोविड से लड़ने में आएंगी काम

कोरोना वायरस भारत में तेजी से फैल रहा है और हर दिन आंकड़ों का रिकॉर्ड टूटता जा रहा है। पिछले सप्ताह से ही 80,000 से ज्यादा मामले हर दिन रिकॉर्ड किए जा रहे हैं। इस वायरस की चपेट में बड़ी संख्या में डॉक्टर्स भी आए हैं। ऐसे ही एक कोरोना संक्रमित डॉक्टर ने, जो अब कोविड संक्रमण से रिकवर हो रहे हैं, सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया है। इनका नाम डॉ. अव्यक्त अग्रावल है, जो जबलपुर मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध पीडियाट्रिशियन और एलर्जिस्ट हैं। पिछले दिनों जब डॉ. अग्रवाल कोरोना वायरस से संक्रमित हुए और फिर ठीक भी हुए, तो ठीक होने के बाद इन्होंने कोरोना वायरस से लड़ने का अपना अनुभव बतौर मरीज और जरूरी सावधानियां बतौर डॉक्टर बताते हुए एक वीडियो जारी किया। डॉ. अव्यक्त अग्रवाल अपने यूट्यूब चैनल के जरिए और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को हेल्थ के बारे में जागरूक करते रहे हैं और लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं। आइए आपको बताते हैं कि डॉ. अग्रवाल ने अपने वीडियो के जरिए लोगों को कोरोना संक्रमित होने के बाद किन बातों की सावधानी रखने की बात कही है।

coronavirus in india

कैसे हुई कोरोना के लक्षणों की शुरुआत?

डॉ. अव्यक्त अग्रवाल के अनुसार उन्हें कोरोना किससे मिला और कब मिला, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। लेकिन सबसे पहले गले में हल्की सी खिंचखिंचाहट और शरीर में कंपकंपी महसूस हुई। उन्होंने लगातार अपना टेम्प्रेचर लेना जारी रखा, लेकिन बुखार नहीं आया। लेकिन 4 दिन बाद जब डॉ. अग्रवाल सीढ़ियां चढ़ रहे थे, तो उन्हें अजीब सी थकावट महसूस हुई, उन्हें खाना अच्छा नहीं लग रहा था, शरीर में अजीब सी थकावट थी। इसके बाद डॉक्टर ने ऑक्सीमीटर से अपना पल्स ऑक्सीजन चेक किया तो पाया कि उनका हार्ट रेट काफी तेज चल रहा था। उनका हार्ट रेट 130-140 तक जा रहा था। तो डॉक्टर के अनुसार उन्हें इस प्रकार लक्षणों की शुरुआत हुई- खाना खाने का मन न करना, शरीर में दर्द, थकावट, गले में खराश, बुखार।

80% लोग हो सकते हैं खुद से घर पर ही ठीक

डॉ. अव्यक्त अग्रवाल बताते हैं कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद घबराना नहीं चाहिए क्योंकि 80 से 85 प्रतिशत लोग, घर पर ही ठीक हो सकते हैं। कुछ को सामान्य दवाओं की जरूरत पड़ती है और बहुत सारे लोगों को तो पता भी नहीं चलता है कि उन्हें कोरोना हुआ है, वो अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। इसका खतरा 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ज्यादा है। लेकिन फिर भी सावधानी बहुत जरूरी है क्योंकि बहुत सारे युवा लोगों को भी इस मामले में गंभीर देखा गया है और जान भी गई है।

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कोरोना टेस्ट के अलावा कई टेस्ट कराएं

इन लक्षणों के दिखने के बाद डॉ. अग्रवाल ने जो किया, वो अन्य संक्रमित मरीजों के बहुत काम आ सकता है, इसीलिए डॉ. अग्रवाल ने वीडियो भी जारी किया है। डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि लक्षण दिखने और हार्ट रेट तेज होने के बाद उन्होंने कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल दिया। आम लोगों को डॉ. अग्रवाल संदेश देते हैं कि लक्षण दिखने पर सबसे पहले कोविड टेस्ट तो कराएं ही कराएं, साथ ही साथ छाती का एक्स-रे करवाएं। इसके अलावा कुछ ब्लड टेस्ट जैसे- CBC, CRP और D-Dimer टेस्ट भी कराएं। ये टेस्ट इसलिए होते हैं कि अगर आप कोविड पॉजिटिव हैं और आपका CRP या D-Dimer ज्यादा है, तो आप ज्यादा गंभीर लक्षणों की तरफ बढ़ सकते हैं।

इसके अलावा जिन लोगों को सांस लेने में तकलीफ भी है, उनके लिए एक और टेस्ट बहुत जरूरी है CT Scan Chest, यानी छाती का सीटी स्कैन। डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि जब उन्होंने अपनी छाती का सीटी स्कैन देखा तो उन्हें फेफड़ों में छोटे-छोटे से धब्बे दिखे, जो कि कोरोना मरीजों में देखे जाते हैं। इन सब टेस्ट के नॉर्मल से ज्यादा होने या पॉजिटिव आने पर मरीज को हॉस्पिटल में एडमिट करने की जरूरत पड़ती है।

spO2 पर नजर रखें

डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि ऐसे मरीजों पर नजर रखने के लिए ऑक्सीमीटर का होना बहुत जरूरी है। ऑक्सीमीटर की मदद से मरीज का spO2 (खून में ऑक्सीजन की मात्रा) जांचते रहना चाहिए। नॉर्मल spO2 95 से 100 के बीच होता है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति का spO2 94 से नीचे जा रहा है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, बिना देरी किए। इसके बाद डॉक्टर आपको दवाएं देंगे।

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5 से 11 दिन में दिखते हैं सभी लक्षण

आमतौर पर कोविड संक्रमित होने के बाद मरीज को इसके सभी लक्षण 5 से 11 दिन के भीतर दिखते हैं। इसलिए इस बीच बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बतरनी चाहिए। डॉ. अग्रवाल के अनुसार छाती का सीटी स्कैन बहुत जरूरी है। आप इस टेस्ट को जिस दिन से लक्षण शुरू हुआ उसके 5 से 7 दिन के बीच करा लेना चाहिए। इलाज के साथ-साथ व्यक्ति को मेंटल सपोर्ट की जरूरत होती है इसलिए परिवार और दोस्तों से बात करतें रहें।

डॉ. अव्यक्त अग्रवाल अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं। उनकी बॉडी रिकवर कर रही है। हम Onlymyhealth की तरफ से डॉ. अग्रवाल के जल्द से जल्द बिल्कुल ठीक होने की दुआ करते हैं और इस बात के लिए धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने ऐसे समय पर जब कोरोना वायरस लगातार तेजी से फैलता जा रहा है, वीडियो जारी कर लोगों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं, जिससे बहुत सारे लोगों को लाभ होगा और उनकी जान बचाई जा सकेगी।

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