अस्थमा आज के समय में एक आम बीमारी बन गई है, अस्थमा के रोगियों को सबसे ज्यादा डर इस बात से लगता है कि कभी उन्हें कभी भी अस्थमा का अटैक आ सकता है जो उनके लिए एक गंभीर स्थिति बन सकती है। अस्थमा या अस्थमा अटैक से बचने के लिए डॉक्टर एक अस्थमा इनहेलर का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। अस्थमा इनहेलर अटैक के दौरान गंभीर स्थिति पैदा होने से बचाने का काम करता है और रोगी को जल्द सांस लेने की क्षमता देता है। अस्थमा इनहेलर सभी सांस और अस्थमा के रोगी लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ज्यादा इनहेलर का इस्तेमाल करने के भी की नुकसान होते हैं। नहीं जानते तो कोई नहीं, आइए हम आपको इस लेख के जरिए बताते हैं कि अस्थमा इस्तेमाल क्यों किया जाता है और इसके फायदे और नुकसान आपके लिए क्या हो सकते हैं।
कब इस्तेमाल किया जाता है अस्थमा इनहेलर ?
ये इनहेलर फ्लेयर को रोकने में मदद करते हैं और आपके अस्थमा के लक्षणों को खराब होने से बचाते हैं। अस्थमा रोग के दौरान या फिर जिन लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है उन्हें आमतौर पर जितनी बार आपका डॉक्टर आपको बताता है, उसका इस्तेमाल आप दिन में एक या दो बार ही करें। जब आप इस तरह के इन्हेलर का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं, तो दवाओं पर काम शुरू होने से पहले आपको 2 से 4 हफ्ते तक का समय लग सकता है।
इनहेलर का तुरंत इस्तेमाल करने से आपको जल्दी सांस लेने में आसानी होती है और आप आसानी से सांस लेने लगते हैं और अस्थमा अटैक से बचने में कामयाब रहते हैं। जैसे: सांस की कमी, घबराहट, अपनी छाती में कसावट महसूस करना, खांसना। आपको बता दें कि एक इनहेलर सिर्फ आपके अस्थमा के गंभीर लक्षणों को कम करने का काम करते हैं। राहत के लिए है, न कि दीर्घकालिक में अपने अस्थमा को नियंत्रित करने के लिए। यदि आप सप्ताह में 2 या अधिक दिन, या महीने में 2 से अधिक रातों का उपयोग कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से दैनिक नियंत्रण इन्हेलर के बारे में बात करें।\
टॉप स्टोरीज़
अस्थमा के नुकसान:
- अचानक गले में दर्द पैदा होना।
- निगलने में परेशानी।
- आपके मुंह के कोनों पर दरार और सूखी त्वचा पड़ जाना।
- आपके मुंह में एक बुरा स्वाद आना।
- आपके हाथों और पैरों में सूजन पैदा होना।
- उच्च रक्तचाप का खतरा।
- भूख में बदलाव आना।
- मधुमेह।
- ऑस्टियोपोरोसिस।
- संक्रमण का खतरा बढ़ गया।
- मोतियाबिंद।
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