
गर्मियों का मौसम आ चुका है और ऐसे में त्वचा संबंधी समस्याएं भी बढ़ने लगी है। गर्मियों के मौसम में तेज धूप व यूवी किरणों की वजह से त्वचा पर कई तरह के हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं। इस मौसम में ऑयली स्किन और त्वचा का टैन होना एक आम समस्या है। दरअसल सूर्य की हानिकारक किरणों के संपर्क में आने से त्वचा में टैनिंग की समस्या होने लगती है। इस वजह से त्वचा का रंग काला हो जाता है। वैसे तो टैनिंग को दूर करने के लिए बाजार में कई ब्यूटी प्रोडक्ट मौजूद हैं। लेकिन टैनिंग से बचाव के लिए आप मुख्य रूप से सनस्क्रीन का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन गर्मियों में हम सनस्क्रीन का उपयोग करते समय कुछ गलतियां (common sunscreen mistakes) करते हैं, जिसकी वजह से त्वचा पर टैनिंग की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। इस लेख में आपको सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते समय किन गलतियों से बचना चाहिए, उसे विस्तार से बताया गया है।
सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते समय न करें ये गलतियां - Common Mistakes To Using Sunscreen For Skin in Hindi
सही समय अप्लाई न करना
गर्मियों में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना ही काफी नहीं होता है। सन टैन से बचने के लिए आपको इसे सही समय पर अप्लाई करना भी बेहद आवश्यकत होता है। बाहर जाने से करीब 15 मिनट पहले आपको स्किन पर सनस्क्रीन अप्लाई करनी चाहिए। ऐसा करने से सनस्क्रीन आपकी त्वचा पर आसानी से अवशोषित हो जाती है और आपको सूर्य की यूवी किरणों से सुरक्षा प्रदान करती है।
इसे भी पढ़ें : ऑलिव ऑयल और सेब के सिरके से चमकाएं अपना चेहरा, जानें फेस पैक बनाने का तरीका
सनस्क्रीन का इस्तेमाल कम करना
बाहर निकलने के बाद हम अक्सर सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। साथ ही इसका एक बार उपयोग करना पर्याप्त समझते हैं, जबकि बाहर धूप में जाने के बाद तीन से चार घंटे के बाद आपको दोबारा से सनस्क्रीन लगाने की आवश्यकता होती है। यदि आप ड्राइविंग करते हैं, तो इसके बाद भी आपको फेस वॉश करने के बाद सनस्क्रीन को अप्लाई करना चाहिए।
डार्क स्किन पर क्रीम का उपयोग न करना
जिन लोगों की स्क्रीन डार्क होती है वह ऐसा समझते हैं कि उनको सनस्क्रीन का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। जबकि स्किन टोन को अधिक डार्क होन से बचाने के लिए आपको सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए। सनस्क्रीन यूवी किरणों की वजह से आपकी त्वचा को टेनिंग से बचाने में सहायक होती है।
एसपीएफ होना आवश्यक
धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन खरीदते समय आपको एसपीएप पर ध्यान देना चाहिए। एसपीएफ वाली सनस्क्रीन आपकी त्चवा को सूर्य के हानिकारक प्रभावों से बचाने का कार्य करती है। एसपीएफ एक तरह का रेटिंग फैक्टर है जो उसके प्रभाव को बताती है। जैसे एसपीएफ़ संख्या जितनी अधिक होगी, यूवी किरणों से त्वचा को उतनी सुरक्षा मिलेगी।
इसे भी पढ़ें : स्किन पर लहसुन का तेल लगाकर दूर कर सकते हैं ये 5 समस्याएं, जानें इसे बनाने का तरीका
क्लॉउडी मौसम में सनस्क्रीन का इस्तेमाल न करना
बारिश के मौसम में अक्सर लोग सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। लेकिन ऐसा करना गलत है। इस समय भी सूर्य की किरणों का हानिकारक प्रभाव बना रहता है। इसलिए इस मौसम में भी सनस्क्रीन का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
त्वचा पर सनस्क्रीन का उपयोग करने से आप कई तरह की समस्याओं से सुरक्षित रहते हैं। त्वचा की समस्या को दूर करने के लिए आप घरेलू उपायों का अपना सकते हैं।