
कैंसर ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसके कारण हर साल दुनियाभर में करोड़ों लोग जान गंवाते हैं। दुनिया में अबतक 200 से ज्यादा तरह के कैंसर पाए गए हैं और इनमें से किसी के लिए भी अभी कोई सटीक दवा या इलाज नहीं खोजा जा सका है। मगर हाल में आई एक ड्रग ट्रायल की रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया है क्योंकि इस मेडिकल ट्रायल में एक खास ड्रग की मदद से ट्रायल में शामिल सभी कैंसर मरीजों को पूरी तरह ठीक होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि ये ट्रायल बहुत छोटे स्तर पर किया गया है, लेकिन अगर ये ड्रग बड़े ट्रायल में भी सफल हो जाता है, तो ये मेडिकल इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि की तरह गिना जाएगा। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
6 महीने तक दी गई दवा और ठीक हो गए मरीज
The New England Journal of Medicine में 5 जून को छपी रिपोर्ट के मुताबिक यूएस में हुए एक ड्रग ट्रायल के दौरान डोस्टरलिमैब (Dostarlimab) नामक दवा को रेक्टल कैंसर के मरीजों के लिए पूरी तरह कारगर पाया गया। इस ट्रायल के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने रेक्टल कैंसर (Rectal Adenocarcinoma) के स्टेज 2 और स्टेज 3 के मरीजों को डोस्टरलिमैब दवा हर 3 हफ्ते के अंतर पर 6 महीने तक दी। थेरेपी के पूरा हो जाने के 12 महीने बाद शोधकर्ता ये देखकर हैरान थे कि ट्रायल में शामिल सभी मरीजों में कैंसर पूरी तरह ठीक हो चुका था।
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दवा का नहीं दिखा कोई साइड इफेक्ट
द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के अनुसार सभी 12 मरीजों में थेरेपी पूरी होने के बाद जब मैग्नेटिक रेजोनेंस् इमेजिंग (MRI), टोमोग्राफी, बायोप्सी आदि तकनीकों के जरिए जांच की गई तो ट्यूमर का कोई निशान नहीं मिला। इस रिपोर्ट के मीडिया में आने तक इनमें से किसी भी मरीज को न कीमोथेरेपी दी गई है और न ही कोई सर्जरी की गई है। इसके अलावा ठीक हुए मरीजों में दोबारा कैंसर होने के संकेत भी नहीं पाए गए। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि किसी भी मरीज पर इस दवा का कोई खास (ग्रेड 3 का) दुष्प्रभाव भी नहीं देखा गया।
दवा कैसे करती है काम
इस स्टडी के सहलेखक और न्यूयॉर्क के Memorial Sloan Kettering Cancer Centre के ओंकोलॉजिस्ट Dr. Andrea Cercek ने CNN ने बातचीत में बताया कि यह ड्रग कैसे काम करती है। उन्होंने कहा, "डोस्टरलिमैब शरीर के नैचुरल इम्यून सिस्टम को कैंसर से लड़ने के लिए अनलॉक करता है। ये ड्र एक तरह की इम्यूनोथेरेपी है। ये बॉडी को कैंसर से लड़ने के लिए तैयार करती है।" उन्होंने आगे कहा, "गौर करने वाली बात ये है कि इसने कैंसर को पूरी तरह खत्म कर दिया। सारे ट्यूमर्स पूरी तरह गायब हो गए।"
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क्यों होगी ये मेडिकल जगत के लिए बड़ी उपलब्धि
मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर ये ट्रायल बड़े लेवल पर भी सफल हो जाता है, तो ये मेडिकल जगत के लिए बहुत बड़ी उपबल्धियों में गिना जाएगा। दरअसल कैंसर एक दर्दनाक बीमारी है, जिसका इलाज बहुत मंहगा होता है। ज्यादातर मरीजों को इसके इलाज के लिए कीमोथेरेपी और सर्जरी आदि से गुजरना पड़ता है, जो काफी दर्दनाक और परेशान करने वाला होता है।
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