हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल से हो सकता है महिलाओं में गर्भाशय कैंसर, स्टडी हुआ में खुलासा

हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक कैंसर को बढ़ाने में कहीं न कहीं गलत हेयर प्रोडक्ट्स भी जिम्मेदार हो सकते हैंं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल से हो सकता है महिलाओं में गर्भाशय कैंसर, स्टडी हुआ में खुलासा


कैंसर एक गंभीर स्थिति है, जिसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीमारी के चलते हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत होती है। पिछले 30 सालों में कैंसर के मरीजों की संख्या 79 प्रतिशत तक बढ़ी है। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक कैंसर को बढ़ाने में कहीं न कहीं गलत हेयर प्रोडक्ट्स भी जिम्मेदार होते हैं। 

क्या कहती है स्टडी? 

दरअसल, स्टडी के मुताबिक महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हेयर केयर प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करने से भी कई बार उनमें कैंसर विकसित होने की आशंका बढ़ जाती है। स्टडी में 35 से 74 वर्ष की महिलाओं को शामिल किया गया, जिसमें उनपर 11 सालों तक नजर रखी गई। ऐसे में हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने वाली 378 महिलाओं में कैंसर डायग्रोस हुआ। कैंसर के 3 प्रतिशत तक मामले गर्भाशय का कैंसर (Cervical cancer) के पाए गए। शोधकर्ताओं के मुताबिक इस कैंसर के ज्यादातर मामले गलत प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से महिलाओं में विकसित हो रहे हैं। ऐसे में महिलाओं को जागरूक और सतर्क होने की जरूरत है। 

इसे भी पढ़ें - जल्दी मेनोपॉज और कम उम्र में मां बनना, महिलाओं में बढ़ाते हैं फेफड़ों के कैंसर का जोखिम, नई स्टडी में खुलासा

गर्भाशय के कैंसर से बचने के तरीके 

  • गर्भाशय के कैंसर से बचने के लिए आपको अपनी दिनचर्या में सुधार करने की जरूरत है। ऐसे में हेल्दी डाइट लें। जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने से भी परहेज करें। 
  • इस कैंसर से बचने के लिए नियमित तौर पर व्यायाम करें और शारीरिक रूप से भी सक्रिय रहें। 
  • गर्भाशय के कैंसर से बचने के लिए आपको मोटापे को कंट्रोल करने की जरूरत है। ऐसे में वजन नियंत्रित रखें। 
  • इससे बचने के लिए आपको अपने ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखना चाहिए। ब्लड शुगर ज्यादा होने पर इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। 
  • कई बार हार्मोन थेरेपी कराने वाली महिलाओं में भी इस कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है इसलिए ऐसे में इस थेरेपी से भी बचें। 
  • इस कैंसर के लक्षण दिखने पर इसे नजरअंदाज करने के बजाय ऐसे में चिकित्सक की राय लेना जरूरी होता है। 

Read Next

सीएम योगी ने कहा स्वस्थ और समर्थ भारत की नींव है पोषण अभियान, आंगनवाड़ी केंद्रों में पहुंच रहा पोषाहार

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version