महिलाओं में पेट दर्द का कारण हो सकती है ओवरी की समस्या, डॉक्टर से जानें कैसे करें बचाव

महिलाओं के पेट में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। ये दर्द ओवरी से जुड़ी समस्या के कारण भी हो सकता है। 

 

Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: May 25, 2023 18:11 IST
महिलाओं में पेट दर्द का कारण हो सकती है ओवरी की समस्या, डॉक्टर से जानें कैसे करें बचाव

मलेरिया और डेंगू दिवस 2023: बुखार के कारण, लक्षण और रोकथाम गाइड - Onlymyhealth

Causes Of Pain In The Ovaries In Hindi : महिलाओं को हर महीने दर्द पीरियड साइकिल से गुजरना पड़ता है। इस दौरान उनके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं और उनको कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। दरअसल, महिलाओं के शरीर में हर माह एक निश्चित प्रक्रिया के अंतर्गत एग रिलीज होते हैं। ये एग अंडाशय (ओवरी) के द्वारा रिलीज किए जाते हैं। यह पेल्विक एरिया के दाईं और बाईं दोनों ही तरफ दो छोटे अंग होते हैं। कई बार महिलाओं को ओवरी से संबंधित कुछ समस्याओं में पेट दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में सुमित्रा अस्पताल की स्री रोग विभाग की डॉक्टर अकांक्षा गुप्ता ने बताया कि महिलाओं की ओवरी में दर्द के क्या कारण हो सकते हैं।

ओवरी में दर्द के क्या कारण होते हैं? What Causes Of Ovaries Pain In Hindi

महिलाओं के शरीर में हर महीने एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत ओवरी से एग रिलीज होता है। यह महिलाओं की फर्टिलिटी का आवश्यक प्रक्रिया मानी जाती है।    ओवरी महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और पीरियड्स को ट्रिगर करते हैं। ओवरी का दर्द नाभि के नीचे महसूस होता है। आगे जानते हैं इसके कुछ मुख्य कारण।

ओवेरियन सिस्ट

ओवेरियन सिस्ट फ्लूयड से भरी गांठ होती हैं। ये गांठ एक या दोनों ओवरी में हो सकती है। इसमें स्थिति में भी पेट में हल्का दर्द, सूजन और पेट फूलने आदि की समस्या हो सकती है। अधिकांश ओवेरियन सिस्ट हानिकारक नहीं होते हैं।

इसे भी पढ़ें : प्रेग्नेंसी में जीभ के छाले होने पर अपनाएं ये घरेलू उपाय, मिलेगा जल्द आराम

causes of pain in ovaries in hidi

एंडोमेट्रियोसिस

महिलाओं के गर्भाशय में टिशू की एक लेयर होती है, इसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है। जब ये टिशू गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगते हैं तो इसमें समस्या को एंडोमेट्रियोसिस कहा जा सकता है। यह टिशू ओवरी, पेल्विक एरिया और आंतों में बढ़ने लगे हैं। इस समस्या की वजह से महिलाओं के एग रिलीज की प्रक्रिया प्रभावित होती है। यह इनफर्टिलिटी की भी वजह बनती है।

गर्भाशय फाइब्रॉएड

आज के समय में अनियमित जीवनशैली और खाने की गलत आदतों के कारण महिलाओं के गर्भाशय में फाइब्रॉएड की समस्या हो सकती हैं। यह महिलाओं के गर्भाशय की परत के रूप में विकसित होती है। इसमें गर्भाशय में दर्द महसूस होता है। फाइब्रॉएड की समस्या में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अधिक रक्तस्राव होता है। इस समस्या में भी महिलाओं को महिलाओं को पेट में ऐंठन और दर्द महसूस होता है।

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी)

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) एक इंफेक्शन हैं, जो महिलाओं की ओवरी सहित पेल्विक अंगों को प्रभावित करता है। पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज में महिलाओं को फर्टिलिटी पर प्रभावित होता है। इसमें महिलाओं को पेट में दर्द व पीरियड्स के दौरान अनियमिति रक्तस्राव होता है।

इसे भी पढ़ें : क्या प्रेग्नेंसी में एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल करना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें इसके बारे में

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी, गर्भधारण से जुड़ी हुई समस्या है। इस स्थिति में फर्टिलाइज एग गर्भाशय की परत की बजाय फैलोपियन ट्यूब व एब्डोमिनल कैविटी के पास जुड़ बढ़ने लगता है। यह ओवरी में गंभीर दर्द का कारण बनता है। इसमें रक्तस्राव, थकान, कमजोरी महसूस हो सकती है।

पेट में दर्द के कारण में ओवरियन ट्यूमर, ओवरी कैंसर, पीरियड्स और ओवूलेशन दर्द को शामिल किया जा सकता है। पेट में दर्द यदि तीव्र हो, तो इसे अनदेखा न करें। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।

Disclaimer