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गर्मियों में पित्ती उछलने के कारण और बचाव के तरीके, आयुर्वेदाचार्य से जानें

शरीर पर पित्ती उछलने के कारण लोगों को जलन और खुजली की शिकायत बढ़ जाती है। यहां जानिए, आयुर्वेद के अनुसार पित्ती की समस्या से कैसे बचें।
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गर्मियों में पित्ती उछलने के कारण और बचाव के तरीके, आयुर्वेदाचार्य से जानें

गर्मियों के मौसम में स्किन से जुड़ी समस्याएं कई गुना बढ़ जाती हैं। इस मौसम में जरा सी लापरवाही भी आपकी सेहत और स्किन पर बुरा असर डाल सकती है। खासकर, जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव होती है उन्हें गर्मियों में कई तरह की सावधानियां रखनी पड़ती हैं। ज्यादातर सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को इस मौसम में पित्ती की शिकायत होती है, जिसमें व्यक्ति के शरीर के किसी भी हिस्से में अचानक खुजली, जलन या उभरे हुए पैच बनने लगते हैं। जिसके कारण लोगों का उठना-बैठना भी दूभर हो जाता है। पित्ती उछलने के कई कारण हो सकते हैं, कुछ लोगों को खानपान की चीजों से एलर्जी के कारण ये समस्या होती है तो वहीं कुछ लोगों को गर्मी के कारण पित्ती उछलने की समस्या का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेद में पित्ती को लेकर कई बातें और सावधानियां बताई गई हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) गर्मियों में पित्ती उछलने के कारण और बचाव के तरीके बता रहे हैं।

गर्मियों में पित्ती उछलने के कारण - Causes Of Hives

डॉक्टर श्रेय ने बताया कि लोग गर्मियों के मौसम में भी ऐसी चीजों का सेवन करते रहते हैं, जिनकी तासीर गर्म होती है या जो पचाने में भारी होते हैं। इस मौसम में भारी अनाज या अन्य चीजों जैसे कि बैंगन, नया चावल, छोले, सफेद मटर, तिल से बनी चीजें, ज्यादा मात्रा में पनीर, चिकन, मछली, मटन, अंडा या जो फूड्स सीजन के नहीं होते हैं यानी गर्मियों में मूली, गाजर, फूल गोभी ज्यादा खाते हैं तो इनके कारण पित्ती उछलने की समस्या ज्यादा होती है। इसके साथ ही डॉक्टर ने बताया कि आजकल लोगों को सादा सात्विक भोजन कम पसंद आता है, इसकी जगह लोग ज्यादा गरम मसालों, मिर्च और तेल का इस्तेमाल करके मसालेदार खाना और चटपटी चीजें खाते हैं, जिसके कारण भी पित्ती की समस्या हो सकती है। डॉक्टर ने बताया कि जब आप भारी और गर्म चीजें खाते हैं तो इससे नेचुरली शरीर के अंदर गर्मी बढ़ जाती है, जिससे पित्ती जैसी दिक्कतें होती हैं।

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डॉक्टर का कहना है कि लोगों को लगता है कि वह घर में बने पराठे और अचार खाएंगे तो इससे उनको नुकसान नहीं होगा, जबकि ऐसा नहीं है। गर्मियों में अगर आप बेसन का ज्यादा इस्तेमाल खाने में करते हैं अचार, पराठे, बासी सब्जियां, गुड़ खाते है तो इसके कारण भी पित्ती की समस्या हो सकती है। इसके अलावा मिल्क शेक के नाम पर लोग खट्टे फलों को दूध के साथ मिलाकर पीते हैं, ये भी पित्ती का कारण बन सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे शरीर में टॉक्सिंस बढ़ जाते हैं, जो कि नुकसानदायक होते हैं।

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पित्ती की समस्या से बचने के लिए क्या करें? - How To Get Rid Of Hives

डॉक्टर ने बताया कि आयुर्वेद में इसका इलाज शरीर की गर्मी और टॉक्सिंस को निकालकर और तासीर को सम करके किया जाता है। जो कि डॉक्टर की सलाह और निगरानी में होता है। वहीं अगर आप घरेलू आयुर्वेदिक उपचारों की बात करें तो इसके लिए आप रोजाना गोंद कतीरा, नींबू पानी, शिंकजी, खीरा, खरबूजा, तरबूज, नारियल पानी का सेवन करें। जिससे कि शरीर हाइड्रेटेड और ठंडा रहे। इसके अलावा आप रोटी के आटे में जौ का आटा मिला सकते हैं, इससे भी आपको लाभ मिल सकता है। खाने में नए चावलों की जगह पुराने चावल खाएं। इसके अलावा आप शरीर पर चंदन का लेप लगा सकते हैं, चंदन के पानी से नहा सकते हैं। पित्ती की समस्या में मटके का पानी और धनिए के बीजों का पानी फायदेमंद होता है। 

ध्यान रखें कि इन उपायों को आजमाकर आपको लाभ मिल सकता है, लेकिन अगर आपकी समस्या ज्यादा है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उचित इलाज फॉलो करें।

All Images Credit- Freepik

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