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पीरियड्स के दौरान महिलाओं को बुखार आने के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

Causes Of Fever During Periods: पीरियड्स के दौरान बुखार आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, आइए डॉक्टर से जानें यह सामान्य है या किसी समस्या का संकेत।

Vineet Kumar
Written by: Vineet KumarUpdated at: Mar 20, 2023 20:02 IST
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को बुखार आने के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

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Causes Of Fever During Periods: क्या आप भी पीरियड्स के दौरान बीमार महसूस करती हैं? आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है और कई बार काफी तेज बुखार जैसी स्थिति भी पैदा हो जाती है? अगर आप पीरियड्स के दौरान इस तरह की समस्याएं नोटिस करती हैं, तो आमतौर इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं होती है। बल्कि ऐसा होना नैचुरल है। क्योंकि पीरियड्स के दौरान महिलाओं में बदलाव देखने को मिलते हैं। इस दौरान महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन भी काफी अधिक होता है। लेकिन महिलाएं पीरियड्स में बुखार होने पर काफी परेशान हो जाती हैं और तनाव लेना शुरु कर देती हैं। जिसके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। बहुत सी महिलाएं डॉक्टर से भी इसके बारे में काफी बार पूछती हैं, कि उन्हें पीरियड्स के दौरान बुखार क्यों आता है या इसके लिए कौन से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। कहीं, यह किसी गंभीर समस्या का संकेत तो नहीं? अगर आपके मन में अक्सर इस तरह के सवाल आते हैं, तो इस लेख में हम आपको देंगे आपके सभी सवालों के जवाब।

Causes Of Fever During Periods In Hindi

पीरियड्स में बुखार के कारण- Causes Of Fever During Periods In Hindi

इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अल्का विजयन (BAMS Ayurveda) से बात की। उनकी मानें जब महिलाओं को पीरियड्स होते हैं, इससे पहले शरीर में हार्मोन्स में कई बदलाव होते हैं। आमतौर पर पीरियड्स में बुखार की समस्या को पीएमएस के लक्षणों से ही जोड़ा जाता है।

यह पीरियड फ्लू का संकेत भी हो सकता है। प्रोस्टाग्लैंडिंस नामक मोलेक्यूल, शरीर में हार्मोन की तरह कार्य करता है। जब बुखार महसूस होता है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है, कि आपका शरीर किसी संक्रमण से लड़ रहा है। ऐसा बैक्टीरियल, वायरल और फंगल संक्रमण के कारण भी हो सकता है। इस स्थिति में आपका इम्यून सिस्टम संक्रमण से लड़ने के लिए  एंटीबॉडी, प्रोस्टाग्लैंडीन और कई अन्य केमिकल को एक्टिव करता है। ऐसा होने पर शरीर का तापमान प्राकृतिक रूप से बढ़ जाता है और बीमार महसूस करते हैं।

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इसके अलावा जब पीरियड्स की शुरुआत होती है, तो गर्भाशय के लाइनिंग में भी प्रोस्टाग्लैंडीन का उप्पादन होता है, जिससे हाइपोथैलेमस में रिसेप्टर्स प्रभावित होते हैं। इससे मस्तिष्क का वह हिस्सा प्रभावित होता है, जो तापमान को कंट्रोल करता है।

एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में तेजी से बदलाव भी बुखार और कई समस्याओं के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। शरीर का तापमान ऑव्युलेशन की प्रक्रिया के कारण भी बढ़ सकता है।

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एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं

अगर कोई महिला पीरियड्स के दौरान बुखार का सामना करती है, तो उन्हें घबराना नहीं चाहिए। यह स्थिति पीरियड्स खत्म होने के बाद सामान्य हो जाती है। लेकिन किसी को गंभीर बुखार आ रहा है, तो ऐसे में उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी प्रकार की दवाएं लेने से बचना चाहिए।

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