
महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज के दौर में अधिकतर महिलाओं को फाइब्रॉएड यानी गर्भाशय में गांठ की समस्या होने लगी है। ये समस्या महिलाओं के गर्भाशया से संबंधित होती है। इस समस्या में महिलाओं को कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। गर्भाशय का फाइब्रॉएड एक ट्यूमर की तरह होता है, लेकिन ये कैंसर का एक प्रकार नहीं होता है। गर्भाशय में महिलाओं की गांठ का आकार अलग-अलग हो सकता है। फाइब्रॉएड की समस्या आज के समय में मुख्य रूप से 35 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं में देखने को मिलती है। हार्मोन व आनुवांशिकता इसके कारण माने जाते हैं। फाइब्रॉएड होने पर महिलाओं की प्रेग्नेंसी और प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। मैक्स अस्पताल पहाडगंज की वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजू वली से जानते हैं फ्राइबॉएड में किस तरह की समस्याएं होती हैं और इससे महिलाओं की प्रजनन क्षमता और गर्भावस्था पर क्या असर होता है?
फाइब्रॉएड होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं? Symptoms of Fibroids In Hindi
- कब्ज की समस्या होना,
- मल त्याग करते समय परेशानी होना,
- पीरियड्स के समय अधिक रक्त निकलना,
- महिलाओं में गर्भधारण करने में समस्या आना,
- पेट में दर्द की समस्या, आदि।
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फाइब्रॉएड की वजह से प्रेग्नेंसी में होने वाले प्रभाव - What Are the Effects On Pregnancy?
वैसे फाइब्रॉएड होने पर अधिकतर महिलाओं को किसी गंभीर तरह के लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। गर्भावस्था के दौरान फाइब्रॉएड में महिलाओं को पेट में हल्का दर्द रहता है। फाइब्रॉएड गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जटिलताओं को बढ़ा सकता है।
- भ्रूण के विकास को बाधित करना - फाइब्रॉएड की एक बड़ी गांठ गर्भावस्था में बच्चे के विकास को बाधित कर सकती है।
- बच्चे का समय से पहले जन्म - फाइब्रॉएड की वजह से होने वाले दर्द से गर्भाशय में संकुचन जल्द हो सकता है और जिसके परिणामस्वरूप बच्चा समय से पहले हो सकता है।
- सिजेरियन डिलिवरी - फाइब्रॉएड वाली महिलाओं को सिजेरियन डिलीवरी (सी-सेक्शन) होने की संभावना बढ़ जाती है।
- गर्भपात - फाइब्रॉएड वाली महिलाओं में गर्भपात की संभावना दोगुनी हो जाती है।
प्रजनन क्षमता पर फाइब्रॉएड के प्रभाव क्या हैं? What are the effects of fibroids on fertility?
फाइब्रॉएड होने पर भी महिलाएं स्वाभाविक रूप से गर्भवती हो सकती हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, फाइब्रॉएड आपकी प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, सबम्यूकोसल फाइब्रॉएड (एक प्रकार का फाइब्रॉएड) गर्भाशय की भीतरी परत पर होता है, जो बांझपन और गर्भ न धारण करने की संभावनाओं को बढ़ाता है। कुछ फाइब्रॉएड महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब को अवरुद्ध करते हैं, जिससे प्रजनन के समय अंडे निषेचन में परेशानी होती है।
इसके आलवा फाइब्रॉएड कुछ महिलाओं में बांझपन का कारण बन सकता है। यदि आपको गर्भधारण करने या गर्भावस्था को बनाए रखने में परेशानी हो रही है, तो आप जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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फाइब्रॉएड की समस्या की पहचान कर आप इसका इलाज करवा सकती हैं। इस समस्या का दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलाव कर इलाज किया जाता है। इस समस्या का इलाज कराने के बाद आप आसानी से गर्भधारण कर सकती हैं।