आपने नोटिस किया होगा कि मौसम बदलते ही कुछ लोगों को सर्दी, जुकाम व एलर्जी हो जाती है। दरअसल, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उनको मौसम बदलने पर होने वाले से एलर्जी की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। इस तरह की एलर्जी को पर्यावरणीय एलर्जी (Environmental Allergy) के नाम से जाना जाता है। इसमें व्यक्ति को खांसी, सिरदर्द, आंखों से पानी निकलना, बार-बार छींक आना व खुजली, गले में दर्द आदि कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। मेडिकवर अस्पताल के कंसल्टेंट और फिजीशियन डॉक्टर सचिन नालवाड़ से जानते हैं कि पर्यावरणीय एलर्जी के क्या कारण होते हैं और इसका बचाव कैसे किया जा सकता है।
पर्यावरणीय एलर्जी क्या है?
पर्यावरणीय एलर्जी में व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता एलर्जेन के प्रति प्रतिक्रिया करती है। जब यह प्रतिक्रिया बढ़ जाती है तो इससे एलर्जी होने लगती है। इसमें व्यक्ति को सिरदर्द, सर्दी, जुकाम, खुजली, खांसी और गले में दर्द की समस्या हो सकती है। व्यक्ति में इस तरह की एलर्जी का कारण आनुवांशिक हो सकता है। इसके अलावा अन्य कारणों को आगे बताया गया है।
पर्यावरणीय एलर्जी के कारण - Causes Of Environmental Allergies In Hindi
पराग से एलर्जी
पराग, फूल, पेड़ों, घासों और खरपतवारों से निकलने वाले छोटे कण होते हैं। यह पर्यावरणीय एलर्जी के लिए एक प्रमुख ट्रिगर होते हैं, जिन्हें आमतौर पर हे फीवर (hay fever) या मौसमी एलर्जिक राइनाइटिस (seasonal allergic rhinitis) के रूप में जाना जाता है। इससे बचने के लिए आप मौसम में बदलाव होने पर बाहर कम से कम जाएं।
धूल के कण
धूल के कण से भी व्यक्ति को मौसम के कारण होने वाली एलर्जी हो सकती है। धूल में मौजूद में एलर्जेन की वजह से आपको एलर्जी हो सकती है। यह एलर्जेन बिस्तर, कालीन या सोफे के कवर में भी हो सकते हैं।
कीट से एलर्जी
संवेदनशील व्यक्तियों को कीड़े के काटने और डंक से एलर्जी हो सकती है। डॉक्टर के अनुसार मौसम बदलने के साथ ही कई तरह के कीड़े पनपने लगते हैं। ऐसे में सावधानी न बरतने पर यह कीड़े आपको काट कर एलर्जी का कारण बन सकते हैं।
पालतू पशुओं की रूसी
अगर, आपके घर में पालतू पशु हैं तो इनके बालों की रूसी भी आपकी एलर्जी को ट्रिगर कर सकती है। ऐसे में यह रूसी सांस के जरिए आपके फेफड़ों में जा कर एलर्जी का कारण बन सकती हैं। इससे बचने के लिए पशुओं को साफ रखें और उन्हें गंदगी में न ले जाएं।
मौसम के कारण होने वाली एलर्जी का बचाव कैसे करें - Prevention Tips Of Environmental Allergy in Hindi
- पराग कणों से बचने के लिए पेड़, फूलों और बाहर जाने से बचें।
- घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें। साथ ही, धूल और डस्ट वाले क्षेत्रों में न जाएं।
- यदि आपके घर में कुत्ता या कोई पालतू पशु है तो उसे साफ रखें।
- बाहर जाते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- घर के खिड़की दरवाजों को जाली से कवर करें, ताकि बाहर के कीटाणु अंदर न आ सके।
- घर में बिस्तर की चादर और सोफे के कपड़ों को नियमित रूप से साफ करें।
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एलर्जी से बचने के लिए आप लाइफस्टाइल में बदलाव करें, योग व एक्सरसाइज के लिए समय निकालें। इसके साथ ही, तुलसी, लहसुन व गिलोय आदि का सेवन कर सकते हैं। इससे एलर्जी में आराम मिलता है।