क्या कच्ची है आपकी नींद? जानें इसके कारण और गहरी नींद सोने के उपाय

हल्की आहट से भी अगर नींद टूट जाए, तो समझ लीजिए कि यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है। इसकी वजह जानकर उपचार किया जा सकता है। 
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क्या कच्ची है आपकी नींद? जानें इसके कारण और गहरी नींद सोने के उपाय


Causes and treatment of a light sleeper: कामकाजी लोगों के जीवन में वर्कलोड काफी बढ़ गया है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग अच्छी और गहरी नींद नहीं ले पाते हैं। कुछ हद तक इसकी वजह जिंदगी में बढ़ता गहरा तनाव भी है। जबकि गहरी नींद लेना हमारे मन-मस्तिष्क का स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जिनकी नींद इतनी कच्ची होती है कि हल्की सी आहट भी उन्हें नींद से उठा देती है। इन लोगों को लाइट स्लीपर कहा जाता है। क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? अगर हां, तो एलर्ट हो जाइए क्योंकि कच्ची नींद कई गंभीर बीमारियों की ओर संकेत कर रहा है। आइए इस संबंध में विस्तार से जानते हैं। स्लीप फाउंडेशन के विशेषज्ञों भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि हल्की नींद लेने से आपको कई बीमारियों का खतरा हो सकता है। कई एक्सपर्ट्स कंफर्म करते हैं कि खराब गुणवत्ता वाली नींद टाइप 2 डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से से जुड़ी है।

हाई ब्लड प्रेशर

causes of light sleeper

विशेषज्ञों के अनुसार हाईबीपी होने पर कोई विशेष लक्षण दिखाई नहीं देते हैं लेकिन कुछ मामलों में संकेत नजर आ सकते हैं जैसे आंखों का कमजोर होना, नकसीर, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, सिर घूमना और सिरदर्द। इसी तरह नींद का कम होना भी इसी के लक्षणों में से एक है। बीपी की वजह से रात बेरात नींद टूट जाती है क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती रहती है। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर होने पर लोगों को सामान्यतः कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर होने पर इसका पता नहीं चल पाता है। हाई ब्लड प्रेशर होना जानलेवा है क्योंकि इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर का पता लगाना है तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर के पास जाएं और अपनी जांच करवाएं।

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टाइप 2 डायबिटीज

लाइट स्लीपर यानी जिनकी नींद बहुत हल्की होती है, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। दरअसल जो लोग नींद में बार-बार उठते हैं या फिर 7 घंटे से कम नींद लेते हैं, उनका इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ सकता है। इस वजह से व्यक्ति की शुगर क्रेविंग बढ़ सकती है, जिससे शुगर इंबैलेंस हो जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है यानी रात को बार-बार भूख लगने की वजह से आपकी नींद बाधित हो रही है तो आपको टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। विशेषज्ञ डायबिटीज के मरीजों को पर्याप्त नींद लेने की सलाह देते हैं। टाइप 2 डायबिटीज के सामान्य लक्षण हैं, बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में, बार-बार प्यास लगना, बहुत थकान महसूस करना, बिना किसी एक्सरसाइज के वजन का कम होना, गुप्तांग में खुजली होना, घाव सूखने में बहुत ज्यादा समय लगना आदि।

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हृदय रोग

हल्की नींद को हृदय रोग के लक्षण के तौर पर भी देखा जाता है। जिन्हें हृदय रोग का रिस्क हो, वे सोते हुए पार्टनर के करवट लेने से, कमरे में लाइट जलाने से या किसी की बातचीत करने भर से उठ जाते हैं। हृदय रोग के अन्य लक्षण हैं छाती में दर्द होना, पैर या हाथ सुन्न हो जाता है या कमजोरी महसूस करना, सांस फूलना, धड़कन की गति में बदलाव, शरीर के कई अंगों में सूजन आदि।

लाइट स्लीपर कैसे लें गहरी नींद

  • अगर आपकी भी नींद बहुत कच्ची है और हल्के आहट से ही नींद टूट जाती है तो ऐसे में जरूरी है कि आप कुछ जरूरी बातों पर अमल करें-
  • आप सोने के लिए अपने समय को फिक्स करें। 
  • रोजाना उसी समय में सोने जाएं। 
  • सोते समय अपने पास मोबाइल या कोई भी गैजेट न रखें। 
  • रात को खाना खाने के तुरंत बाद सोने न जाएं। 

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