कई बार व्यक्ति को खांसते, छींकते या भारी सामान उठाने के बाद सीने के किनारे में दर्द दर्द महसूस होता है। ज्यादातर मामलों में यदि सीने के बाईं तरफ दर्द महसूस हो तो अधिकतर लोग इसे हार्ट से जुड़ी समस्या का संकेत मान बैठते हैं। साथ ही, व्यक्ति घबरा जाते हैं। लेकिन, आपको बता दें कि हर बार सीने में होेने वाला केवल हार्ट की समस्या की ओर संकेत नहीं करता है। यह पसलियों के बीच में मौजूद मांसपेशियों में लगी चोट भी हो सकती है। इन मांसपेशियों को इंटरकोस्टल मांसपेशियां कहा जाता है। यह मांसपेशियां पसलियों से जुड़कर छाती की लेयर बनाने और सांस लेने में सहायता करती है। जब किसी कारण वश आपकी इंटरकोस्टल मसल्स मुड़ जाता हैं, तो यह दर्द का कारण बन सकती है। इस लेख में यशोदा अस्पताल में अर्थोपैडिक सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर अमित शर्मा से जानते हैं कि इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन क्या है, इसके प्रमुख कारण क्या हो सकते हैं, और इसके लक्षण कैसे पहचाने?
इंटरकोस्टल मसल्स क्या होती हैं?
इंटरकोस्टल मसल्स (Intercostal Muscles) वे मांसपेशियां होती हैं जो आपकी पसलियों (ribs) के बीच पाई जाती हैं। ये मांसपेशियां तीन परतों में होती हैं।
टॉप स्टोरीज़
- एक्सटर्नल इंटरकोस्टल (External Intercostals) यह सांस लेने में सहायक होती हैं।
- इंटरनल इंटरकोस्टल (Internal Intercostals) यह मांसपेशियां सांस छोड़ने में सहायक होती है।
- इनरमोस्ट इंटरकोस्टल (Innermost Intercostals) छाती की गहराई में स्थित और ढांचे को सपोर्ट देती है।
ये मांसपेशियां सांस लेने और छोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और आपके ऊपरी शरीर को लचीलापन और मजबूती प्रदान करती हैं।
इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन क्या है?- What Is Intercostal Muscles Strains in Hindi
इंटरकोस्टल मांसपेशियां आपकी पसलियों के बीच स्थित होती हैं, जो उन्हें एक दूसरे से जोड़ती हैं। वे आपके ऊपरी शरीर को स्थिर करने और आपको सांस लेने में मदद करती हैं। इंटरकोस्टल मांसपेशियों की तीन परतें होती हैं। इनमें दर्द तब होता है जब आपकी मांसपेशी खिंचती है, या हल्का सा क्रैक पड़ जाती है। इंटरकोस्टल मांसपेशियों की किसी भी परत में खिंचाव से दर्द और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इन मांसपेशियों में खिंचाव सीने में दर्द का एक आम कारण है। सीने में दर्द के ज्यादातर मामले इसी के होते हैं। जब आप अपने ऊपरी शरीर को घुमाते हैं तो इससे इंटरकोस्टल मांसपेशियों में खिंचाव आता है, ऐसे में व्यक्ति को दर्द महसूस होने लगता है।
इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन के कारण - Causes Of Intercostal Muscles Strains In Hindi
अचानक झटका लगना या मुड़ना
तेजी से शरीर को मोडने या झटका देने से इंटरकोस्टल मांसपेशियां में खिंचाव आ सकता हैं। यह अक्सर खेलते समय या भारी सामान उठाते समय होता है।
जोर से खांसना या छींकना
लगातार और जोरदार खांसी या छींक से मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है, जिससे उनमें सूजन या खिंचाव हो सकता है।
भारी वजन उठाना
गलत ढंग से भारी वजन उठाने पर शरीर के ऊपरी हिस्से पर अचानक दबाव पड़ता है, जिससे मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
खेल या व्यायाम के दौरान चोट
खिलाड़ियों को, खासकर तैराकों, पहलवानों या क्रिकेट/टेनिस खिलाड़ियों को इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन का खतरा अधिक होता है।
गलत मुद्रा (Poor Posture)
लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठने या झुककर काम करने से मांसपेशियों पर तनाव बढ़ता है।
सड़क दुर्घटना या गिरना
छाती पर सीधा प्रभाव, जैसे किसी दुर्घटना में, इंटरकोस्टल मांसपेशियों को क्षति पहुंचा सकता है।
इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन के लक्षण - Symptoms Of Intercostal Muscles Strains in Hindi
- पसलियों के बीच या किनारे दर्द
- चोट की जगह पर सूजन या मांसपेशियों में जकड़न
- गहरी सांस लेने में कठिनाई
- चलने-फिरने या झुकने में परेशानी, साथ ही लेटने में दिक्कत आने लगती है।
- छूने पर दर्द, आदि।
इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन से बचाव के लिए क्या करें? - Prevention Tips Of Intercostal Muscles Strains in Hindi
- शरीर को पर्याप्त आराम दें और कोई भारी कार्य न करें।
- शुरुआत में बर्फ से सिकाई करें ताकि सूजन कम हो, और 48 घंटे बाद गर्म पानी से सिकाई करें जिससे मांसपेशियों को राहत मिले।
- फिजियोथेरेपिस्ट के मार्गदर्शन में हल्के व्यायाम और स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों की गति और ताकत लौटाई जा सकती है।
- काम करते समय और बैठने के दौरान सही पोस्चर बनाए रखना मांसपेशियों पर अनावश्यक तनाव से बचाता है।
इसे भी पढ़ें: खांसते समय पसलियों में दर्द क्यों होता है? डॉक्टर से जानें इसका कारण
इंटरकोस्टल मसल्स स्ट्रेन एक आम लेकिन तकलीफदेह स्थिति है, जो सामान्य गतिविधियों को भी कठिन बना सकती है। समय पर लक्षणों को पहचानकर उचित देखभाल और उपचार से इससे जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है। जीवनशैली में थोड़े से सुधार और सावधानी से इस समस्या से बचा भी जा सकता है।
FAQ
पसली में दर्द होने के क्या कारण हैं?
पसली में दर्द कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ सामान्य कारण में चोट, मांसपेशियों में खिंचाव, या पसलियों का फ्रैक्चर आदि को शामिल किया जाता है।पसली में पानी भरने के क्या लक्षण हैं?
पसली में पानी भरने के मुख्य लक्षणों में सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, खांसी, थकान और पेट में सूजन शामिल हैं। यदि आपको ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।पसलियों का दर्द कैसे ठीक करें?
पसलियों में दर्द को ठीक करने के लिए सबसे पहले आराम करना और ठंडी सिकाई करना चाहिए। यदि दर्द ज्यादा है, तो पेन किलर ले सकते हैं। गंभीर मामलों में, डॉक्टर को दिखाना आवश्यक हो सकता है।