50 साल से कम उम्र वालों में 79% तक बढ़े कैंसर के मामले, आप भी हो जाएं सर्तक, लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (ओन्कोलॉजी) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक 30 साल से नीचे वाले लोगों में 79 प्रतिशत तक कैंसर का खतरा काफी बढ़ा है।
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50 साल से कम उम्र वालों में 79% तक बढ़े कैंसर के मामले, आप भी हो जाएं सर्तक, लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

कैंसर एक गंभीर समस्या है, जिसकी वजह से हर साल लाखों लोगों की जान जाती है। युवाओं में भी आजकल इसका खतरा काफी बढ़ गया है। यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (ओन्कोलॉजी) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक 30 साल से नीचे वाले लोगों में 79 प्रतिशत तक कैंसर का खतरा काफी बढ़ा है। 50 साल से कम के लोगों में इसके नए मामले देखे गए हैं। 

200 देशों में की गई स्टडी 

कैंसर के मामलों का पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं द्वारा 200 देशों पर स्टडी की गई, जिसमें भारत में ब्रेस्ट कैंसर, ओइसोफागेल और प्रोस्टेट कैंसर के मामले काफी ज्यादा थे। पहले कैंसर के रोगियों की संख्या साल 1990 में करीब 18 लाख थी, जिसके बाद यह साल 2019 में बढ़कर 38.2 लाख हो गई थी। इस दौरान कैंसर के मामलों में करीब 28 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी। 

कैंसर की जांच जल्दी कराना क्यों जरूरी है? 

इस विषय पर ज्यादा जानकारी पाने के लिए हमने मैक्स हॉस्पिटल (गुरुग्राम) के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ देबाशीष चौधरी से बातचीत की। उन्होंने बताया कि शुरुआती स्टेज में ही कैंसर की जांच करा लेना इसके इलाज में लाभकारी साबित हो सकता है। शुरुआत में जांच कराना कैंसर कोशिकाएं बढ़ने से रोकने रोकने में मददगार हो सकती है। इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा कम होता है। ऐसा करने से कैंसर के कारण शरीर में होने वाली अन्य समस्याएं भी कम हो सकती हैं। 

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कैंसर में कैसा होना चाहिए लाइफस्टाइल? 

ब्रेस्ट कैंसर या फिर प्रोस्टेट कैंसर जैसे खतरे को रोकने में लाइफस्टाइल में होने वाला बदलाव काफी कारगर होता है। स्टडी के मुताबिक कैंसर होने या फिर उसके शुरुआती स्टेज में लाइफस्टाइल में बदलाव कर इसके खतरे और प्रभाव को कम किया जा सकता है। ऐसे में नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में शामिल हों साथ ही हेल्दी डाइट लें। तनाव लेना या फिर नींद की कमी भी इसे बढ़ाने में बड़ी वजह हो सकती है। इसके लिए शराब और धूम्रपान से भी परहेज करना चाहिए।

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