कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। WHO के अनुसार साल 2018 में कैंसर से लगभग 96 लाख लोगों की मौत हुई थी। दुनियाभर में होने वाली मौतों का एक बड़ा कारण कैंसर भी है। कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है और एक पीढ़ी से दूसरी में ट्रांसफर हो सकता है, इसलिए इस बीमारी से बचाव बहुत जरूरी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कोई फूड आपको कैंसर से नहीं बचा सकता है, लेकिन सही डाइट को फॉलो करने से कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है। मोटापा कैंसर के खतरे को बहुत अधिक बढ़ा देता है। क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार कैंसर के कुल मामलों में से लगभग 18% मामले ऐसे होते हैं, जिनका कारण शरीर का ज्यादा वजन, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, शराब की लत और पोषक तत्वों की कमी है। इसका मतलब है कि कैंसर के इन 18% मामलों को सही खानपान और लाइफस्टाइल से रोका जा सकता है।
क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार अपनी डाइट में 6 बदलाव करके आप कैंसर से बचने का प्रयास कर सकते हैं।
पौधों से प्राप्त भोजन ज्यादा करें
आपको 'प्लांट बेस्ड डाइट' यानी पौधों से प्राप्त भोजन ज्यादा करना चाहिए। इसलिए अपने खाने में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, हेल्दी फैट्स (एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल), नट्स और बीज, लेग्यूम्स (सभी प्रकार की दालें, चना, मटर, बीन्स, राजमा आदि) को शामिल करें। इसके अलावा अपने खाने में रेड मीट और हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कम करें। इस तरह की डाइट को मेडिटेरेनियन (Mediterranean Diet) डाइट कहते हैं।
इसे भी पढ़ें: 2020 में भारत में लगभग 14 लाख बढ़े कैंसर के मरीज, 27% मरीज तंबाकू खाने वाले, 14% को ब्रेस्ट कैंसर: ICMR
कम से कम 3 फल और सब्जियां हर रोज खाएं
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार रंगीन फल और सब्जियां आपको कैंसर से बचा सकती हैं। इसके लिए उन्होंने “Eat the rainbow” वाक्यांश दिया है। रेनबो का अर्थ है इंद्रधनुष। यानी जिस तरह इंद्रधनुष में कई रंग होते हैं, उसी तरह आपको हर रोज कई अलग-अलग रंगों के फल और सब्जियां खानी चाहिए। क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार आपको हर रोज कम से कम 3 तरह के फल और सब्जी जरूर खाने चाहिए। आपके खाने की थाली का 50% हिस्सा फलों और सब्जियों से भरा होना चाहिए और बाकी 50% हिस्सा प्लांट बेस्ड फूड्स और साबुत अनाज से।
सफेद चीनी का सेवन बहुत कम कर दें
चीनी को कैंसर का एक बड़ा कारण माना जाता है क्योंकि चीनी के सेवन से कैंसर सेल्स को बढ़ने की शक्ति मिलती है। हालांकि शुगर को अपनी जिंदगी से पूरी तरह निकालना संभव नहीं है, लेकिन नैचुरल शुगर आपके लिए उतना खतरनाक नहीं है, जितना ऐडेड शुगर (अतिरिक्त शुगर) है। इसलिए मीठी ड्रिंक्स, मीठी टॉफीज, मीठे व्यंजन, ब्रेड, बिस्कुट, ग्रैनोला बार्स, सैलेड ड्रेसिंग्स आदि का सेवन कम कर दें। सफेद चीनी के इस्तेमाल से बनने वाले फूड्स का सेवन बहुत-बहुत कम करें।
ज्यादा नमक खाने से बचें
नमक ज्यादा खाने से एसोफेगल और पेट का कैंसर हो सकते हैं। इसलिए अपने खाने में नमक की मात्रा भी कम करें। आप घर के बने खाने में जितना नमक लेते हैं, वो तो ठीक है, लेकिन बाजार में मिलने वाले रेडीमेड फूड्स का सेवन कम से कम करें क्योंकि इनमें नमक का इस्तेमाल प्रिजर्वेटिव के रूप में किया जाता है। इसलिए कोशिश करें कि आप नमक का सीमित सेवन करें और पैकेटबंद या डिब्बाबंद रेडीमेड चीजों को कम से कम खाएं।
इसे भी पढ़ें: देर तक बैठे रहते हैं तो हो जाएं सावधान, वैज्ञानिकों का दावा- ज्यादा देर बैठने से बढ़ता है कैंसर का खतरा
एल्कोहल और धूम्रपान से बचें
वैज्ञानिकों के अनुसार धूम्रपान और शराब दोनों ही बहुत गलत आदतें हैं, जो कैंसर को बढ़ावा देती हैं। इसलिए अगर आप कैंसर से बचना चाहते हैं, तो आपको धूम्रपान यानी सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, ई-सिगरेट आदि का प्रयोग बिल्कुल बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा आपको एल्कोहल का सेवन कम कर देना चाहिए। एल्कोहल के कारण एसोफेगल कैंसर, गले का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर आदि का खतरा बढ़ता है। जो लोग ज्यादा बीयर पीते हैं, उन्हें आंतों के कैंसर का भी खतरा होता है। एल्कोहल से ही लिवर कैंसर का भी खतरा बढ़ता है। इसलिए इसका सेवन बहुत-बहुत कम करें।
Read Next
Brain Foods: ध्यान केंद्रित करने और दिमाग को तेज करने के लिए डाइट में जरूर शामिल करें ये 5 चीजें
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version