
Papaya In Pregnancy: प्रेगनेंसी का नाम आते ही लोगों के दिमाग में मां और बच्चे दोनों की ही सेहत का ख्याल आ जाता है। जन्म के दौरान बच्चा स्वस्थ हो और बच्चे को जन्म देने के बाद मां सेहतमंद रहे इसके प्रेगनेंसी के दौरान उनके पोषण, डाइट, एक्सरसाइज और भी कई सारी चीजों का ख्याल रखने के लिए कहा जाता है। प्रेगनेंसी के दौरान दादी-नानी से लेकर डॉक्टर तक महिलाओं को कुछ खास चीजें खाने की सलाह देते हैं और कुछ चीजें खाने के लिए मना कर देते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान जो चीजें खाने के लिए मना की जाती है उन्हीं में से एक है पपीता। ऐसा कहा जाता है कि प्रेगनेंसी के दौरान अगर महिलाएं पपीते का सेवन करती हैं तो इससे गर्भ में पलने वाले बच्चे को नुकसान हो सकता है। कुछ लोग ये भी कहते हैं कि प्रेगनेंसी में अगर पपीता खाया जाए तो ये गर्भपात का कारण बन सकता है।
प्रेगनेंसी के दौरान पपीता खाना चाहिए या नहीं इस बारे में जानने के लिए हमने दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. सीमा जैन से बातचीत की, आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में पपीता खाना चाहिए या नहीं।
क्या गर्भावस्था के दौरान पपीता खाना सुरक्षित है?
गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. सीमा जैन का कहना है कि स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए अच्छे खानपान की बहुत ज्यादा जरूरत होता है। गर्भावस्था के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इस बारे में बहुत सतर्क रहना बहुत जरूरी माना जाता है। पपीता एक ऐसा फल है जिसके आसपास बहुत सारे मिथक और विवाद हैं। पपीते में विटामिन ए, बी, सी फोलिक एसिड, पोटेशियम और बीटा कैरोटीन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। पपीते का सेवन करने से इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने में मदद मिलती है। इसके अलावा पपीते में फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान पपीते का सेवन करना बिल्कुल सुरक्षित है। डॉ. सीमा जैन का कहना है कि प्रेगनेंसी के दौरान सिर्फ पका हुआ पपीता ही खाना चाहिए।
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प्रेगनेंसी में पपीता खाने के नुकसान
प्रेगनेंसी के दौरान कच्चे पपीते का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। कच्चे पपीते में पपेन और लेटेक्स पाया जाता है, जो गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकते हैं। प्रेगनेंसी में कच्चे पपीते का सेवन करने से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। डॉ. सीमा का कहना है कि कच्चा पपीता हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है और यह भ्रूण की झिल्लियों को कमजोर कर सकता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान कितनी मात्रा में पपीता खाना चाहिए ?
एक्सपर्ट का मानना है कि प्रेगनेंसी के दौरान एक दिन में 50 से 80 ग्राफ पका हुआ पपीता खाना बिल्कुल सुरक्षित है। प्रेगनेंसी के दौरान पपीता खाते हुए ध्यान रहे कि ये पूरी तरह से पका हुआ हो। इसके अलावा आपको पपीता हमेशा साफ और ताजा लेना चाहिए। उसमें दाग-धब्बे या बासीपन न हो। प्रेगनेंसी के दौरान पपीता खाते वक्त ध्यान रहे कि इसमें छिलके और बीज बिल्कुल न हों। प्रेगनेंसी में पपीते के बीज का सेवन करने से गर्भ में पलने वाले बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए सही तरीके से इसके बीज निकालकर ही इसका सेवन करें।
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With inputs : Dr. Seema Jain, Obstetrics And Gynaecology, Max Super Speciality Hospital, Shalimar Bagh