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क्या फैटी लिवर होने पर शरीर के दूसरे अंगों को भी पहुंचता है नुकसान? जानें कौन-से अंग होते हैं प्रभावित

ज्यादातर लोगों को लगता है कि फैटी लिवर कोई गंभीर बीमारी नहीं है। जबकि, फैटी लिवर शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है।
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क्या फैटी लिवर होने पर शरीर के दूसरे अंगों को भी पहुंचता है नुकसान? जानें कौन-से अंग होते हैं प्रभावित


Can Fatty Liver Damage Other Organs: फैटी लिवर, जिसे हेपेटिक स्टीटोसिस के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जब लिवर के आसपास बहुत सारा खराब फैट जमा हो जाता है। हालांकि, फैटी लिवर अपने आप में किसी तरह का स्वास्थ्य नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन इसकी अनदेखी की जानी भी सही नहीं है। नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर की वजह से कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे लिवर में सूजन, फाइब्रोसिस और लिवर में अलग किस्म की समस्याएं। फैटी लिवर की बीमारी से शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित हो सकते हैं। सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. पुनीत गुप्ता से जानें सभी जरूरी बातें।

liver problem

फैटी लिवर से प्रभावित होने वाले अंग

लिवरः फैटी लिवर को सही तरह से मैनेज न किया जाए, तो मुख्य रूप से लिवर खुद प्रभावित होता है। इससे लिवर को फ्यूचर में भी कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। फैटी लिवर की वजह से सूजन (नॉन-एल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस या एनएएसएच), फाइब्रोसिस, सिरोसिस और यहां तक कि लिवर फेलियर जैसी चीजें भी देखी गई हैं। सही समय पर इसका इलाज करके, इन्हें रोका जा सकता है।

  • पैंक्रियाजः फैटी लिवर इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह का कारण बन सकता है। इस कारण पैंक्रियाज में समस्या पैदा हो सकती है। इससे कई अन्य रिस्क फैक्टर भी बढ़ सकते हैं।
  • कार्डियोवास्कुलर सिस्टमः फैटी लिवर हृदय रोग के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। फैटी लिवर के कारण दिल का दौरा और स्ट्रोक हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा बहुत गंभीर मामलों में ही दिखाई देता है। फैटी लिवर की वजह से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है, जैसे एथेरोस्क्लेरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर आदि।
  • किडनीः कई अध्ययन ये स्पष्ट करते हैं कि फैटी लिवर की वजह से किडनी भी प्रभावित होती है।
  • मेटाबोलिक सिस्टमः फैटी लिवर अक्सर मोटापे, हाई कोलेस्ट्रॉल और मेटाबोलिक सिंड्रोम से जुड़ा होता है, जो शरीर के कई अंगों पर नेगेटिव असर डालता है। इसमें डिसलिपिडेमिया, इंसुलिन प्रतिरोध और मोटापा शामिल है, जो विभिन्न अंगों को भी रखराब कर सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

fatty liver

  • वजन संतुलित रखेंः मोटापे के कारण फैटी लिवर हो सकता है। अगर आप फैटी लिवर से होने वाले जोखिमों यानी रिस्क को कम करना चाहते हैं, तो अपने वजन को कम करें। वजन घटाने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, जंक फूड से दूर रहें और हेल्दी डाइट फॉलो करें।
  • शराब का सेवन सीमित करेंः अत्यधिक शराब के सेवन से फैटी लिवर की बीमारी हो सकती है। यदि आपका फैटी लिवर है, तो शराब के सेवन से बचना चाहिए या फिर सीमित करना बहुत जरूरी है।
  • हेल्थ को बैलेंस करेंः अगर आपको डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी जैसी हेल्थ प्रॉब्लम है, जो इन्हें बैलेंस करके रखने की कोशिश करें। ध्यान रखें, फैटी लिवर आपकी इस तरह की समस्या को बढ़ा सकता है।
  • हेल्दी डाइट लेंः अपनी डाइट से रिफाइंड स्वीट और शुगर को कम करें। अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को रखें, इनमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट हों।
  • अनावश्यक दवाओं से बचेंः पहली बात तो आप कोई भी खुद केमिस्ट की दुकान से खरीदकर न खाएं। इसके अलावा, किसी बीमारी की दवा चल रही है, तो डॉक्टर से जान लें कि वे लिवर के लिए अनुकूल है या नहीं।

आपको बता दें कि यहां दी गई जानकारियां, महज स्वास्थ्य के प्रति आपको जागरूक करने के लिए उद्देश्य से दी गई है। अगर आपको फैटी लिवर से किसी भी तरह की दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाएं।

image credit: freepik

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