मौजूद समय में खानपान और खराब जीवनशैली के कारण डायबिटीज (मधुमेह) की समस्या काफी लोगों में हो रही है। डायबिटीज के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता तो प्रभावित होती ही है इसके साथ ही उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज के समय में डायबिटीज होना बहुत आम बात है। जिस तरह का आजकल लाइफस्टाइल हो गया है उसमें डायबिटीज बहुत तेजी से अपनी पकड़ बना रहा है। स्थिति यह है कि न सिर्फ अधिक उम्र के लोगों को बल्कि आज के समय में युवा और बच्चे भी डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं। यह एक ऐसा खतरनाक रोग है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देता है। जब आपका अग्नाशय शरीर में पर्याप्त इंसुलिन का निर्माण नहीं कर पाता है तो इसकी वजह से टाइप 1 डायबिटीज की समस्या होती है और जिन लोगों में इंसुलिन का सही ढंग से इस्तेमाल नहीं हो पाता है उन्हें टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होती है। डायबिटीज के मरीजों के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या डायबिटीज के मरीज रक्त दान (ब्लड डोनेट) कर सकते हैं? आइये जानते हैं इस सवाल का जवाब।
क्या डायबिटीज के मरीज कर सकते हैं रक्त दान? (Can Diabetes Patient Donate Blood?)
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डायबिटीज की समस्या में कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि क्या वे इस समस्या के साथ रक्त दान कर सकते हैं? दरसल यह एक ऐसा सवाल है जो डॉक्टर्स से बहुत ज्यादा पूछा जाता है। पीजीआई चंडीगढ़ के हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसलटेंट डॉ आनंद देशपांडे के मुताबिक आमतौर पर डायबिटीज की समस्या से ग्रसित मरीज रक्तदान कर सकते हैं। ऐसे मरीज जो गंभीर रूप से बीमार होते हैं या जो इंसुलिन ले रहे होते हैं उन्हें एक्सपर्ट्स ब्लड डोनेट करने से मन करते हैं। किसी भी डायबिटिक मरीज को रक्त दान करने से पहले कुछ बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए।
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- ऐसे मरीज जो डायबिटीज की समस्या से ग्रस्त हैं आमतौर पर ब्लड डोनेट कर सकते हैं।
- रक्त दान करने से पहले आपकी स्थिति कंट्रोल में होनी चाहिए।
- मरीज का स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए।
- इंसुलिन न लेने वाले डायबिटिक मरीज ही ब्लड डोनेट कर सकते हैं।

डायबिटीज होने पर इन मरीजों को नहीं करना चाहिए रक्त दान (Who Cannot Donate Blood When Suffering From Diabetes?)
डायबिटीज मेटाबोलिज्म से जुड़ी बीमारी है। इस बीमारी की वजह से मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ-साथ उनका शरीर भी बुरी तरह से प्रभावित होता है। लेकिन इस बीमारी में ब्लड बुरी तरफ से प्रभावित नहीं होता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों द्वारा रक्तदान को सामान्य माना जाता है। हालांकि डॉक्टर्स कुछ मरीजों को ऐसा करने से रोकते जरूर हैं। दरअसल ऐसे लोग जो डायबिटीज से पीड़ित हैं और इंसुलिन ले रहे हैं उन्हें रक्त दान करने से मन किया जाता है। इसके साथ ही ऐसे मरीज जो डायबिटीज के साथ ही किडनी, लिवर या हार्ट से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित हैं उन्हें भी ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज से बचाव के टिप्स (Diabetes Prevention Tips)
डायबिटीज एक ऐसा रोग है जिसका इलाज किसी दवा पर निर्भर नहीं है। यह एक लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ रोग है और आप अपने लाइफस्टाइल को बदलकर ही इस रोग से छुटकारा पा सकते हैं। जो लोग डायबिटीज जैसे खतरनाक रोग की चपेट में आने के बाद भी गंभीर नहीं होते हैं यानि कि मीठा खाना नहीं छोड़ते, फास्ट फूड का शौक रखते हैं, बढ़ते वजन पर ध्यान नहीं देते, व्यायाम या योग नहीं करते, शराब पीते हैं व मीठा खाना बंद नहीं करते उन लोगों के लिए जीना बहुत मुश्किल हो जाता है। जबकि अगर रोगी अपने रोग को लेकर गंभीर रहें और अपनी जीवनशैली में जरूरी बदलाव करें तो डायबिटीज से छुटकारा पाना संभव है।
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