क्या डायबिटीज़ आपकी नींद को प्रभावित करता है

क्‍या डायबिटीज के मरीजों की नींद डायबिटीज से प्रभावित होती है।
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क्या डायबिटीज़ आपकी नींद को प्रभावित करता है

kya diabetes aapki neend ko prabhavit karta hai

यह तो सभी जानते हैं डायबिटीज आज एक खतरनाक रूप लेता जा रहा है। आज महानगरों के साथ-साथ पूरा देश डायबिटीज की चपेट में आ रहा है। क्या आप जानते हैं डायबिटीज के प्रभाव शरीर पर बहुत ही नकारात्‍मक पड़ते हैं यह शरीर को आंतरिक और बाहरी तौर पर बहुत नुकसान पहुंचाता है। क्या आप जानते हैं डायबिटीज के मरीजों को रात को सोने में भी तकलीफ होने लगती है। लेकिन यह सवाल उठना भी लाजमी है कि क्या डायबिटीज आपकी नींद को प्रभावित करता है। यह वाकई जानने के लिए एक दिलचस्प मुद्दा है कि कैसे डायबिटीज हमारी नींद को प्रभावित करती है। आइए जानें इस बात में कितनी सच्चाई कि डायबिटीज मरीजों की नींद डायबिटीज से प्रभावित होती है।

 

  • यह तो सभी जानते ही हैं डायबिटीज का मरीजों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और ऐसे में नींद पर भी प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है।
  • दरअसल, डॉक्टर्स सबको कम से कम छह घंटे सोने की सलाह देते हैं और बच्चों को कम से कम आठ घंटे सोने की सलाह दी जाती है, लेकिन यदि आप हर दिन किन्हीं कारणों से अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते या फिर आप छह घंटे से कम सो रहे हैं तो इसका एक कारण हो सकता है कि आप डायबिटीज की चपेट में आ गए हैं।
  • शोधों में भी साबित हो चुकी है कि जो लोग प्रतिदिन चार से पांच घंटे की नींद लेते हैं उनके टाइप टू डायबिटीज की चपेट में आने की संभावना अधिक होती है।
  • जो लोग नींद पूरी नहीं करते या फिर जिन लोगों को रात में बार-बार उठना पड़ता है या नींद खुल जाती है, इसका अर्थ है कि उनकी डायबिटीज बढ़ रही है।
  • दरअसल, जिन लोगों को डायबिटीज होती है उन्हें बहुत बार पेशाब के लिए जाना पड़ता है और यही समस्या रात को भी रहती है, ऐसे में नींद का बार-बार टूटना या नींद पूरी ना होना जायज है।
  • कई लोगों को बढ़ते शुगर लेवल के कारण नींद नहीं आती या फिर उनके शरीर के कुछ हिस्सों जैसे कमर में, सिर में इत्यादि जगहों पर दर्द होने लगता है जिससे डायबिटीज मरीज सारी रात करवटें बदलते रहते हैं।
  • बढ़ते डायबिटीज के कारण मरीज को सारा दिन थकान रहने लगती है जिससे उसे दिन में बहुत नींद आती है और दिन में अधिक सोने के कारण रात की नींद भी ठीक से पूरी नहीं हो पाती।
  • शोधों में भी साबित हुआ है कि जो लोग बहुत ज्यादा या जो लोग बहुत कम सोते हैं उनके हार्मोंस में असंतुलन पैदा हो जाता है, जिससे उनके मेटाबॉजिल्म पर भी बुरा असर पड़ता है, जिसके कारण नींद भी सही तरीके से पूरी नहीं हो पाती।
  • क्या आप जानते हैं डायबिटीज के कारण भूख भी बहुत लगती है जिससे आपको खाना खाने के कुछ ही देर बाद फिर से भूख लगने लगती है, जबकि कई डायबिटीज मरीजों को रात को खाना खाने के बाद भी देर रात को भूख लग जाती है जिससे उनकी नींद में भी खलल पड़ता है।
  • शोधों में ये भी साबित हुआ है कि जो लोग छह घंटे की नींद नहीं लेते उनको भी डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है यानी उन्हें ग्लूकोज़ फास्टिंग को प्रभावित करने वाली बाधाओं के उत्पन्न होने का डर रहता है।
  • यदि आपको डायबिटीज है और आपको ठीक तरीके से नींद नहीं आती है तो आपको चाहिए कि आप अपनी इस समस्या को दूर करने के लिए प्रतिदिन एक्सरसाइज करें और हेल्दी डायट लें। इसके साथ ही पानी और तरल पदार्थों को अधिक मात्रा में लें।

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