प्रेगनेंसी रोकने के लिए आईयूडी (IUD) का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें इससे जुड़ी जरूरी बातें

गर्भनिरोध (प्रेगनेंसी रोकने) के उपायों में आईयूडी (IUD) अच्छा विकल्प है। जानें ये कितना सुरक्षित है और इसके प्रयोग में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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प्रेगनेंसी रोकने के लिए आईयूडी (IUD) का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें इससे जुड़ी जरूरी बातें

प्रेगनेंसी रोकने के बहुत से तरीके आज के समय मे उपलब्ध हैं। जिनमें से एक है इंट्रा यूटरीन डिवाइस या आईयूडी (IUD)। यह तरीका गर्भनिरोध का सबसे अच्छा और 99% सुरक्षित तरीका माना जाता है। यह अनचाहे गर्भधारण से आपको बचाने का दावा करता है। लेकिन कोई भी तरीका पूरे 100% की गारंटी नहीं दे सकता है। माना कि आईयूडी के साथ भी गर्भवती होना बहुत कम संभव है, लेकिन असंभव नहीं। मदरहुड हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट आब्सट्रिशियन एंड गायनोकोलॉजिस्ट डॉ मनीषा रंजन के मुताबिक आईयूडी के साथ भी आपके गर्भवती होने के चांस केवल 0.1 या 0.2% होते हैं। इसका मतलब होता है कि हर एक हजार महिलाओं में केवल कोई एक या दो महिला ही ऐसी होती हैं, जिन्हें IUD के साथ गर्भधारण हो सकता है। अगर आप आईयूडी के साथ भी गर्भवती हो जाती हैं तो इसके पीछे तीन कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं।

आईयूडी के साथ गर्भवती होने के कारण (Factors for Getting Pregnant With An IUD)

आईयूडी को अच्छे से आपके यूटरस में नहीं लगाया गया था।

आईयूडी तो आपके यूटरस में अच्छे से लगाई गई थी लेकिन आपका यूटरस कॉन्ट्रैक्ट हो जाता है और इस वजह से या तो आपकी आईयूडी की स्ट्रिंग बाहर निकल जाती हैं या फिर वह पूरी ही बाहर निकल जाती है।

महिला के अंदर कोई यूटरस से जुड़ी एब्नॉर्मिलिटी हो जिस के बारे में उसे या फिर डॉक्टर को पता न चल पाया हो।

इसलिए आपको यह उपचार करवाने के बाद भी एक बार अपनी डॉक्टर के पास फॉलो अप जरूर करवाना चाहिए।

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Inside 1 PRegnant lady: Everydayhealth.com

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आईयूडी के प्रकार जो आपको गर्भवती होने से बचाते हैं (Types Of IUD That Can Prevent Pregnancy)

IUD के दो प्रकार होते हैं । दोनों ही प्रकार की IUD स्पर्म को एक ऐसा वातावरण दे देती हैं ताकि वह एग के साथ फर्टिलाइज न हो पाए।

एक जिसमें कॉपर होता है- कॉपर IUD में कॉपर के आयन्स रिलीज होते हैं जोकि स्पर्म को नहीं आने देते हैं।

दूसरा जिसमें प्रोजेस्टिन प्रोड्यूस होता है- प्रोजेस्टिन भी ऐसे बदलाव लेकर आता है, ताकि प्रेग्नेंसी का रिस्क बहुत कम हो सके। आपकी यूटरिन लाइनिंग पतली हो जाती है और सर्विकल म्यूकस और मोटा हो जाता है। इससे स्पर्म का एग तक पहुंचने का रास्ता ब्लॉक हो जाता है।

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Inside 2 (IUD): Miracare.com

IUD और पिल में क्या अन्तर होता है? (Difference Between IUD & Pills)

अगर आप एक IUD तरीके का प्रयोग करती हैं तो इससे आपको रोज रोज किसी ताम झाम की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन अगर आप पिल्स का प्रयोग करती हैं तो इनका सेवन आपको रोजाना ही करना पड़ता है। आप के वजन, उम्र आदि फैक्टर्स के हिसाब से IUD हर तरह की महिलाओं के लिए प्रभावी होती है।

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अगर आप IUD के साथ गर्भवती हो जाती हैं (If You Get Pregnant With An IUD)

अगर आप IUD के साथ गर्भवती हो जाती हैं तो आप को तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए। ऐसा इसलिए करना चाहिए क्योंकि इस तरह की प्रेग्नेंसी में बहुत से रिस्क शामिल होते हैं। इसे एक्टोपिक प्रेग्नेंसी कहा जाता है। इस तरह की प्रेग्नेंसी से महिला की जान भी जा सकती है। इस प्रकार के केस में आपको सचेत रहना चाहिए और अपने डॉक्टर से सारी राय लेनी चाहिए। बहुत सी महिलाओं को खासकर प्रोजेस्टिन IUD वाली महिलाओं को पीरियड्स भी आने बंद हो जाते हैं। जिस वजह से उन्हें यह जान पाने में बहुत मुश्किल होता है कि वह प्रेगनेंट हैं भी या नही।

अगर आपको असामान्य रूप से ब्लीडिंग होने लगती है या कोई समस्या देखने को मिलती है तो वह IUD में प्रेग्नेंसी का एक लक्षण हो सकता है। एक्टोपिक प्रेग्नेंसी में एग यूटरस के बाहर अटैच हो जाता है जिससे मुसीबतें बढ़ सकती हैं।

Main: Wexnermedical.osu.edu

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