Sleeping Tips: अच्छी नींद के लिए अपनाएं Breathing Techniques, सेहत में भी होगा सुधार

Breathing Exercises For Sleep In Hindi: नींद में सुधार के लिए आप बेली ब्रीदिंग और 4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक अपना सकते हैं। इससे स्ट्रेस भी कमी होता है।
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Sleeping Tips: अच्छी नींद के लिए अपनाएं Breathing Techniques, सेहत में भी होगा सुधार

Breathing Techniques For Better Sleep In Hindi: आज की तारीख में नींद न आने की समस्या हर दूसरे व्यक्ति में देखने को मिलती है। लंबे समय तक नींद न आने की परेशानी को अनिद्रा (Insomnia) के नाम से जाना जाता है। अनिद्रा होने पर व्यक्ति सोने की घंटो कोशिश करता है, पर अच्छी और गहरी नींद नहीं ले पाता है। इसके कई कारण (Neend Na Aane Ke Karan) हो सकते हैं, जैसे ऑफिस का तनाव, रिश्ते में परेशानियां, दोस्तों के साथ अनबन और पैसों की समस्या आदि। जब कोई भी परेशानी लंबे समय तक दिमाग में बैठ जाती है, तो व्यक्ति को नींद नहीं आती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें, अगर व्यक्ति एक दिन में पर्याप्त नींद नहीं लेता है, तो इसका उसके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। नींद न लेने से व्यक्ति में तनाव का स्तर बढ़ सकता है, कई बीमारियां हो सकती हैं और इम्यूनिटी भी कमजोर हो सकती है। अगर आपको भी नींद न आने (Neend Na Aana) की समस्या है, तो आप ब्रीदिंग तकनीक की मदद ले सकते हैं। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह की ब्रीदिंग तकनीक नींद के लिए मददगार साबित हो सकती है और इससे सेहत में सुधार कैसे हो सकता है?

अच्छी नींद के लिए ब्रीदिंग तकनीक- Breathing Techniques For Better Sleep

Breathing Techniques For Better Sleep

बेली ब्रीदिंग- Belly Breathing

बेली ब्रीदिंग, जिसे एब्डॉमिनल ब्रीदिंग (Abdominal Breathing) के नाम से भी जाना जाता है। इस तकनीक की मदद से सांस लेने की गति की कंट्रोल किया जा सकता है और व्यक्ति ज्यादा रिलैक्स्ड फील करता है। अच्छी नींद के लिए आप नियमित रूप से बेली ब्रीदिंग कर सकते हैं।

कैसे करें बेली ब्रीदिंग

  • पहले फर्श के बल आराम से लेट जाएं।
  • अपना एक हाथ पेट पर और दूसरा छाती पर के ऊपर रखें।
  • अब गहरी सांस लें। इस दौरान छाती पर रखा हाथ स्थिर रहे और पेट पर रखा हाथ हल्का ऊपर की उठे यानी जब सांस लें, तो पेट फूलना चाहिए।
  • अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस तरह एक सेट कंप्लीट होता है।
  • एक बार में करीब 20 सेट करें। अंत में रिलैक्स हों और सांस लेने की गति को सामान्य कर लें।

बेली ब्रीदिंग के फायदे

इस ब्रीदिंग तकनीक को करने के कई फायदे हैं, जैसे यह हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है, मसल्स में तनाव कम होता है और ऑक्सीजन सर्कुलेशन में बढ़ावा देता है। इसके अलवा, अगर आप नियमित रूप से बेली ब्रीदिंग तकनीक को फॉलो करते हैं, तो आप ऊर्जावान महसूस करेंगे, एकाग्रता में सुधार होगा, इम्यूनिटी बेहतर होगी और तनाव का स्तर भी कम होगा।

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4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक- 4-7-8 Breathing

Breathing Techniques For Better Sleep

4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक को रिलैक्स ब्रीदिंग तकनी के नाम से भी जाना जाता है। यह तकनीक काफी हद तक प्रणायाम जैसी है। इस तकनीक को अपनाने से सांस की गति पर पकड़ बनती है, सांस को होल्ड करने की क्षमता में विकास होता है।

कैसे करें रिलैक्स ब्रीदिंग तकनीक

  • सबसे पहले एक जगह कंफर्टेबल होकर बैठ जाएं और होंठों को बंद रखें।
  • नाक से सांस लें। सांस लेने के दौरान 4 तक गिनती करें। नंबर 4 पर पहुंचते ही सांस को होल्ड करना शुरू करें।
  • सांस को होल्ड करते वक्त 7 तक की गिनती करें।
  • 7 तक गिनती पूरी होने के बाद मुंह से सांस छोड़ने की प्रक्रिया शुरू करें।
  • सांस छोड़ते समय 8 तक काउंटिंग करें। इसका मतलब है कि सांस बहुत धीरे-धीरे छोड़ना है।
  • इस तरह आपका एक साइकिल पूरा हो गया है। इसी तरह, 6 बार एक सेट को दोहराएं।

रिलैक्स ब्रीदिंग तकनीक के फायदे

4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक अपनाने से व्यक्ति को कई तरह के फायदे मिलते हैं, जैसे एंग्जाइटी कम होती है और बेहतर नींद आने में मदद मिलती है।  इस तकनीक की मदद से बॉडी रिलैक्स होती है, मांसपेशियों पर पॉजिटिव असर पड़ता है और इस तकनीक की मदद से बॉडी में काफी ज्यादा मात्रा में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन रिलीज होता है। यह स्ट्रेस को मैनेज करने में मदद करता है।

All Image Credit: Freepik

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