
क्या आप अपने बच्चे के मल में खून देखकर परेशान हैं? अगर ऐसा है तो आप अकेले नहीं हैं ऐसा और भी माता-पिता के साथ होता रहता है। बहुत बार खानपान के बदलाव के कारण मल का रंग बदल सकता है, लेकिन अगर मल में खून आ रहा है तो एक बार विशेषज्ञ की सलाह लेना भी जरूरी है। मदरहु हास्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट एंड पीडियाट्रिशन डॉक्टर अमित गुप्ता बताते हैं कि बच्चों को एक से दो साल की उम्र तक एक बार तो स्टूल (मल) में ब्लड देखने को मिलता ही है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जिसमें स्मॉल एनल फिशर, अन्य छोटी मोटी स्थितियां आदि शामिल हैं। हालांकि कई बार यह कारण ज्यादा खतरनाक और नुकसानदायक नहीं होते हैं। इसे देखकर घबराना सही नहीं है। अगर आपके बच्चे को भी यह लक्षण देखने को मिल रहा है तो उसकी संभाल करनी जरूरी है। आइए जानते हैं ऐसा किन कारणों की वजह से होता है।
मल में ब्लड आने के कारण
कब्ज होना
अगर बच्चे को कब्ज जैसी स्थिति है, तो बच्चे को मल बाहर निकालते समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इससे बच्चे के स्टूल में खून आ सकता है। इस स्थिति को एनल फिशर भी कहते हैं। यह अधिकतर केसों में अपने आप ही ठीक हो जाती है। इसमें दर्द कम करने के लिए डॉक्टर से पूछकर किसी क्रीम या ऑइंटमेंट का प्रयोग कर सकते हैं।
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डाइट और दवाइयां
अगर बच्चे के स्टूल में चंक दिखाई देते हैं और आप उसे टमाटर, लाल स्टीक, चुकंदर आदि खिला रहे हैं तो आपको उसकी डाइट पर ध्यान देना चाहिए। कुछ दवाइयों के कारण भी बच्चे का स्टूल लाल हो सकता है। इसलिए आपको डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए कि कहीं यह दवाई ही तो बच्चे के स्टूल को प्रभावित नहीं कर रही है।
ब्रेस्ट मिल्क में खून आना
कई बार मां के दूध में भी खून आता है। ऐसा निपल्स में चोट लगने या दरार पड़ने के कारण होता है। जब बच्चा इसी खून वाले दूध को पी लेता है तो इससे भी उसके स्टूल में खून देखने को मिल सकता है। इसके अलावा अगर मां को एचआईवी जैसी बीमारी है तो बच्चे को दूध पिला सकती हैं या नहीं इसके बारे में डॉक्टर से राय जरूर ले लें।
डायरिया
अगर ब्लड वाला डायरिया बच्चे को देखने को मिलता है तो यह बैक्टीरियल इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है। ऐसा बच्चे में डिहाइड्रेशन के कारण भी हो सकता है। इसलिए अगर यह स्थिति खुद से ठीक नहीं हो रही है तो डॉक्टर को जरूर दिखा लें।
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फूड एलर्जी होना
कुछ बच्चों को कई चीजों से एलर्जी होती है जैसे गाय के दूध से। अगर आप उन्हें वही चीजें खिलाते या पिलाते हैं तो उनके मल में खून आना आम बात है। इसलिए आपको अपने बच्चे की फूड एलर्जी के बारे में पता करना चाहिए और फिर वह चीजें उनको नहीं देनी चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर से भी इस बारे में राय लेनी चाहिए।
डॉक्टर को कब दिखाएं
- मल में खून आने के साथ-साथ बुखार होना
- ब्लड डायरिया
- पेट में सूजन आना और मल में खून आना।
- खाना न खाना।
- बच्चा समय से पहले ही पैदा हो गया हो और उनके मल में खून आना।
- बहुत बीमार होना, आलसी होना और कन्फ्यूज रहना।
बच्चों के मल में खून आने की स्थिति आसानी से ठीक हो सकती है। इसे ठीक करने के लिए डॉक्टर एंटी बायोटिक्स, फ्लूइड का सेवन करने और डाइट में कुछ बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं। ज्यादा गंभीर केस में डॉक्टर सर्जरी भी कर सकते हैं। बच्चे को इस समय पानी और नारियल पानी जैसी चीजें पिलाएं।