मसूड़े (Gums) अक्सर हंसते समय ही दिखाई देते हैं, इसलिए सामान्य बातचीत में इनपर लोगों की नजर नहीं जाती है। आमतौर पर स्वस्थ मसूड़ों का रंग गुलाबी या लाल होता है, जैसा कि मुंह के अंदरूनी हिस्से का रंग होता है। मगर कई बार कुछ लोगों के मसूड़े काले हो जाते हैं, जिसके कई कारण हो सकते हैं। काले मसूड़ों के कारण हंसते या किस करके समय आपको शर्मिन्दा होने पड़ता है। इसके अलावा कई बार मसूड़ों का कालापन मसूड़ों की किसी समस्या का भी संकेत हो सकता है, इसलिए इनपर तुरंत ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है। आइए आज हम आपको बता रहे हैं मसूड़ों के काले होने के 5 बड़े कारण। अगर आपके मसूड़े भी काले हैं, तो ध्यान दें कि कहीं इनमें से कोई कारण तो इसका जिम्मेदार नहीं!
मेलानिन ज्यादा जमा हो जाने के कारण
आमतौर पर जिन लोगों की त्वचा काली होती है, उनके शरीर में मेलानिन ज्यादा जमा होता है। ऐसे लोगों के मसूड़े काले हो सकते हैं। मेलानिन एक तरह का तत्व होता है, जिसे त्वचा प्राकृतिक रूप से बनाती है और जो त्वचा की रंगत को गहरी करता है। इसलिए अगर आपकी त्वचा काली है, तो संभव है कि आपके मसूड़े गुलाबी नहीं, बल्कि हल्के काले रंग के हों। ऐसे लोगों में काले मसूड़े कोई परेशानी की बात नहीं हैं। मगर यदि आपके मसूड़ों पर सिर्फ कुछ-कुछ काले धब्बे दिखें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलने की जरूरत है, क्योंकि ये सामान्य नहीं है।
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कुछ दवाओं के प्रयोग से
कई बार कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण भी आपके मसूड़े काले हो सकते हैं। रिसर्च बताती हैं कुछ खास डिप्रेशन की दवाएं (एंटी-डिप्रेसेंट्स), मलेरिया की दवाएं और एंटीबायोटिक्स के सेवन से व्यक्ति के मसूड़े काले हो सकते हैं। अगर आपने पिछले कुछ समय में अपने मसूड़ों को काला होता हुआ देख रहे हैं और आप ऐसी किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं और उनसे सही सलाह लें।
धूम्रपान करने के कारण
यह तो आप जानते हैं कि धूम्रपान के कारण कैंसर, फेफड़ों की बीमारियां, सांस की बीमारियां, हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि का खतरा बढ़ जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि धूम्रपान आपके मसूड़ों को भी काला कर सकता है? जी हां, जो लोग सिगरेट, बीड़ी ज्यादा पीते हैं, उन्हें भी होठों और मसूड़ों के कालेपन की समस्या हो सकती है। इस तरह धूम्रपान की लत आपकी मुस्कुराहट की खूबसूरती खराब कर सकती है। कई बार पूरा मसूड़ा काला होने के बजाय मसूड़ों पर सिर्फ कुछ-कुछ काले धब्बे दिखाई देते हैं। ये मुंह के कैंसर का शुरुआती संकेत भी हो सकते हैं, इसलिए ऐसा संकेत दिखने पर आपको तुरंत सावधान हो जाने की जरूरत है।
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जिंजिवाइटिस के कारण
मसूड़ों की एक खास बीमारी होती है, जिसे अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस कहते हैं। ये एक तरह का इंफेक्शन है, जिसके कारण मसूड़ों में दर्द, बुखार और सांसों की बदबू की समस्या हो सकती है। इस इंफेक्शन के कारण मसूड़ों के टिशूज मर सकते हैं, जिसके कारण उनका रंग काला हो सकता है। अगर आपको जिंजिवाइटिस की समस्या है, तो जल्द से जल्द इसका समुचित इलाज करवाना बेहद जरूरी है। वर्ना ये आपके मसूड़ों को हमेशा के लिए काला बना सकता है।
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