
करेले के फायदे (Bitter Gourd Benefits in Hindi) के बारे में तो हम से ज्यादातर लोग जानते हैं। ये जहां विटामिन ए, विटामिन-सी, जिंक और फोलेट आदि से भरपूर है, वहीं ये उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिन्हें डायबिटीज की बीमारी है। डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला (bitter gourd for diabetes) एक रामबाण इलाज है, जो कि ब्लड शुगर को आसानी से नियंत्रित करने में मदद करते हैं। पर अक्सर देखा गया है कि लोग करेले का इस्तेमाल (Bitter Gourd Benefits) तो करते हैं पर उनके बीजों को निकाल कर फेंक देते हैं। जबकि करेले का सही इस्तेमाल का तरीका ये है कि आप इसको बीज समेत पूरा इस्तेमाल करें, ताकि आपको इसके सभी गुणों के साथ बीज के रफेज का भी फायदा मिले। साथ ही, करेले की ही तरह करेले के बीज के फायदे भी हैं, जिसके बारे में आज हम आपको विस्तार से बताएंगे।
करेले के बीज के फायदे- Karele ke beej ke fayde
1.डायबिटीज में कब्ज की परेशानी को दूर करता है
जब आप करेले को इसके बीज समेत (Bitter Gourd Seeds for Diabetes)खाते हैं, तो ये शरीर में एक तरह के रफेज का काम करता है, जो कि हमारे मेटाबोलिज्म मेहनत करवाता है। इसके चलते हमारे मेटाबोलिज्म सही रहता है और शरीर का पाचन क्रिया सही से काम करता है। यही काम ये डायबिटीज के मरीज के लिए करता है, जिस वजह से डायबिटीज में होने वाली कब्ज की परेशानी कम हो जाती है।
2. इंसुलिन बढ़ाता है
इंसुलिन की कमी से शरीर शुगर पचा नहीं पाता है, जिससे शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और ये खून में मिल कर पूरे शरीर में सर्कुलेट होने लगता है। करेला इसी प्रोसेस को सही करता है। दरअसल, डायबिटीज में करेले का बीज का सेवन करने से ये शरीर में ब्लड शर्करा को कम करने में मदद करता है। ऐसा इसलिए है करेले में इंसुलिन की तरह काम करने वाले गुण होते हैं, जो ऊर्जा के लिए कोशिकाओं में ग्लूकोज लाने में मदद करते हैं। फिर इसके बीज पाचनतंत्र को ठीक करके इंसुलिन के रिलीज को और बढ़ाते हैं, जो कुल मिला कर कोशिकाओं को ग्लूकोज का उपयोग करने और इसे आपके लिवर, मांसपेशियों और वसा में स्थानांतरित करने में मदद करते हैं।
3.कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है
डायबिटीज के मरीज में कोलेस्ट्रोल की मात्रा ज्यादा होना दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है। दरअसल, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर आपकी धमनियों में फैटी पट्टिका का निर्माण कर सकता है, जिससे आपके हृदय को ब्लड पंप करने में परेशानी आती है। करेले का बीज एलडीएल यानी कि खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर में कमी लाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है।
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4. वजन संतुलित रखता है
करेले को कभी भी इसके बीज के साथ ही खाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये आपके वजन को संतुलित करने में मदद करेगा। ये बीज रफेज हैं, जो कि आसानी से पचेंगे नहीं और शरीर में वेस्ट को आसानी से बाहन निकाल कर आपके वजन को संतुलित रखने में मदद करेंगे।
5. इम्यूनिटी बूस्ट करेगा
अगर आपका पाचन क्रिया सही है, तो ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करेगा। इसके अलावा करेले में आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन सी और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो कि आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी है।
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करेले के बीज के इस्तेमाल का तरीका -Bitter Gourd Seeds Uses in Hindi
1. करेले का पाउडर: करेले के बीज समेत सूखा कर इसका पाउडर बना लें और इसका रोज गर्म पानी के साथ सेवन करें, इससे पेट साफ रहेगा।
2. करेला कबाब : करेले के बीज और लहसुन को पीस कर इसकी प्यूरी तैयार करें। इधर भरवे करले की तरह करले के अंदर प्याज को भून कर भर दें और उसे तल लें। अब इस प्यूरी में ये भरवा करेला डालें और हो गया तैयार आपका करेला कबाब। ये सब्जी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।
3. करेले की चटनी: करेला उबाल लें और इसके बीज समेत इसको पीस लें। फिर राई और कड़ी पत्ते के साथ इसका तड़का लगाएं।ऊपर से गुड़ डाल कर मिला लें और हो गई तैयार आपके करेले की चटनी।
इस तरह करेले के बीज को फेकें नहीं बल्कि इसका इन तरीकों से इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि जब भी करेला बनाएं पूरा बनाएं ताकि डायबिटीज के मरीज को करेले का पूरा फायदा मिले और शुगर कंट्रोल रहे।
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