Best Yoga Poses Lying on Back in Hindi: योग करना न सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। योग कई तरीकों से किया जा सकता है। योग आसन, ध्यान और सांस का मिश्रण होता है। योगासन को बैठकर, खड़े होकर और लेटकर किया जा सकता है। कुछ योगासन पेट के बल लेटकर किए जा सकते हैं, तो कुछ योगासन पीठ के बल लेटकर भी आसानी से किए जाते हैं। जी हां, पीठ के बल लेटकर सिर्फ सोना नहीं, बल्कि योगासन करना भी काफी लाभकारी होता है। पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने, पीठ के दर्द को ठीक करने और रीढ़ की हड्डी का स्ट्रेस कम करने के लिए आप पीठ के बल लेटकर योग कर सकते हैं। आइए, जानते हैं पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन कौन से हैं (Yoga Poses Lying on Back)? या फिर पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कौन सा आसन सबसे अच्छा है?
1. शवासन- Shavasana Yoga Pose
शवासन पीठ के बल किए जाने वाले आसनों में से एक सबसे ईजी योगासन है। इस योगासन के नियमित अभ्यास से तन, मन और शरीर शांत रहता है। इससे तनाव और थकान दूर होती है। साथ ही मसल्स स्ट्रेस भी कम होती है। ऐसे में इस आसन को करने से पीठ की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं और दर्द से राहत मिल सकती है। आप इस आसन को सुबह या रात किसी भी समय कर सकते हैं।
कैसे करें-
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- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक मैट बिछा लें।
- इसके बाद मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। पैरों के बीच थोड़ा गैप बनाकर रखें।
- अपने दोनों हाथों को शरीर के समानांतर रखें। आप चाहें तो हाथों को फैला भी सकते हैं।
- अब इस अवस्था में गहरी सांस लें और छोड़ें। ध्यान लगाने की कोशिश करें और शांत रहें।
2. सेतु बंधासन- Setu Bandhasana Yoga
सेतु बंधासन को भी पीठ के बल लेटकर ही किया जाता है। इस आसन को रोजाना करने से रीढ़ की हड्डी, कमर, जांघ और पिंडलियों को मजबूती मिलती है। साथ ही पीठ और कंधों के दर्द में भी आराम मिलता है। इस योगासन को करना थोड़ा मुश्किल होता है, ऐसे में इसका अभ्यास धीरे-धीरे ही करना चाहिए।
कैसे करें-
- सेतु बंधासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- अपने दोनों पैरों के घुटनों को मोड़कर तलवों को जमीन पर रखें।
- इसके बाद हाथ सीधे करें और अपनी एड़ियों को पकड़ लें।
- फिर अपने कूल्हों और छाती को ऊपर ऊठाएं।
- छाती को इतने ऊपर तक ले जाएं कि ठोड़ी छाती को छूने लगे।
- इस स्थिति में आप 30-60 सेकेंड तक रुक सकते हैं।
- आप सेतु बंधासन को 3-5 बार दोहरा सकते हैं।
3. पवन मुक्तासन- Pawanmuktasana Yoga Pose
पवन मुक्तासन को गैस और कब्ज के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से पाचन में सुधार किया जा सकता है। पवन मुक्तासन करने से पैरों, हाथों और कमर की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। इस आसन के अभ्यास से पीठ में फंसी गैस को आसानी से निकाला जा सकता है। इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है, जिससे पीठ दर्द में आराम मिल सकता है।
कैसे करें-
- पवन मुक्तासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- इसके बाद अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर पेट की तरफ लाएं।
- अपने दोनों हाथों से घुटनों को पकड़ें और इंटरलॉक कर लें।
- अब हाथों से पैरों को दबाते हुए पेट के पास लाएं।
- फिर सांस लें। अब सांस छोड़ते हुए सिर से कमर तक के हिस्से को ऊपर उठाएं।
- अपने ठोढ़ी और माथे को घुटनों से छूने की कोशिश करें।
- इस अवस्था में 30-50 सेकेंड तक रुकें और फिर सामान्य स्थिति में आ जाएं।
- आप इस आसन को 3-5 बार कर सकते हैं।
Best Yoga Poses Lying on Back in Hindi: पीठ के बल लेटकर आप शवासन, सेतु बंधासन और पवन मुक्तासन कर सकते हैं। इन आसनों के नियमित अभ्यास से आपकी पीठ की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। साथ ही पीठ, कमर और रीढ़ की हड्डी के दर्द में भी आराम मिलता है।