कौन सी मछलियां खाना है सेहत के लिए फायदेमंद? एक्सपर्ट से जानें मछलियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फायदे

मछली सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। भारत में कई प्रजातियों की मछलियां पाई जाती हैं। आइए जानते हैं किस तरह की मछली खाना सेहत के लिए फायदेमंद है।
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कौन सी मछलियां खाना है सेहत के लिए फायदेमंद? एक्सपर्ट से जानें मछलियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फायदे

मछलियों में हाई प्रोटीन होता है, जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। हमारे देश में कई प्रजातियों की मछलियां होती हैं। यह सभी स्वाद और सेहत की दृष्टि से काफी अलग-अलग होती हैं। सभी मछलियों में अलग-अलग तरह के षोषक तत्व होते हैं। अगर आप मछली का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर को भरपूर रूप से ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन डी, प्रोटीन और फैट जैसे मिलते हैं। मछली वजन को कंट्रोल करने के साथ-साथ दिल और दिमाग के लिए भी काफी अच्छी मानी जाती है। यह डायबिटीज से लेकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में हमारी मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कौन सी मछली सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है? अगर नहीं, तो आइए नोएडा स्थित डाइट मंत्रा क्लीनिक की डाटिशियन कामिनी कुमारी से जानते हैं मछलियों के सेवन से शरीर पर किस तरह का असर होता है। साथ ही कौन सी मछली सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है। 

सालमन मछली (Salmon Fish Benefits)

समुद्र और ताजे पानी में पाई जाने वाली सैल्मन फिश सेहत के लिए बहुत ही गुणकारी होती है। बहुत से एक्सपर्ट शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर सैल्मन फिश खाने की सलाह देते हैं। सैल्मन को कई लोग रावस नाम से भी जानते हैं। यह साल्‍मोनिडे (Salmonidae) परिवार से है, इसलिए इसका सैल्मन नाम ज्यादा मशहूर है। साबुत अनाज के बाद सालमन या सैल्मन फिश सबसे अधिक पोषक तत्व देने वाली मछली होती है। आमतौर पर इस मछली का रंग गुलाबी होता है। 

डायटिशियन कामिनी बताती हैं कि सैल्मन फिश में ओमेगा-3 जैसे फैटी एसिड काफी ज्यादा होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन डी, फॉस्फोरस, जिंक, कैल्शियम और आयरन भी भरपूर रूप से होता है। इसमें कैंसररोधी गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मददगार होता है। सैल्मन फिश के सेवन से मानसिक स्वास्थ्य, दिल से संबंधित समस्याएं, हड्डियां, स्किन और जैसे शरीर के अन्य हिस्सों को काफी लाभ पहुंचता है।

रोहू मछली खाने के फायदे (Benefits of eating rohu fish) 

मीठे जल में पाई जाने वाली रोहू की मछली का वैज्ञानिक नाम लेबियो रोहिता है। भारत में ज्यादातर लोग रोहू मछली को खाना पसंद करते हैं। क्योंकि यह स्वाद में काफी ज्यादा अच्छी होती है। यह एक हड्डीयुक्त मछलती है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इस मछली की खासियत यह है कि इसमें पारा (Mercury) का स्तर काफी कम होता है, जो सेहत की दृष्टि से काफी सुरक्षित है।

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टूना मछली खाने के फायदे  (Benefits of eating tuna fish)

टूना मछली नमकीन पानी में पाई जाती है। यह मैकेरल या एसकॉमर्बिड परिवार से ताल्लुक रखता है। जिसमें अल्बकोर, बोनिटोस और मैकरल्‍स प्रजातियों की मछलियां भी शामिल है। इस मछली में सेलेनियम, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12, विटामिन डी, फास्फोरस, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयोडीन और कोलिन भरपूर रूप से होता है। वहीं, फैट काफी कम मात्रा में पाया जाता है। वजन को कंट्रोल रखने में यह मछली काफी असरकारी माना जाता है। इसके अलावा स्तन कैंसर और  हृदय रोग से संबंधित समस्याओं से बचाव करता है। 

कतला मछली खाने के फायदे  (Benefits of Eating Katla fish)

कतला यानी भाकुर मछली का सेवन ज्यादातर नेपाल, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश के लोग करते हैं। इन देशों की स्वच्छ नदियों में भाकुर मछलियां काफी ज्यादा पाई जाती हैं। इसकी खास बात यह है कि यह बहुत ही तेजी से बढ़ता है। भाकुर की प्रजातियों वाली मछलियों में ओमेगा 3 फैटी एसिड, सल्फर, प्रोटीन और जिंक भरपूर रूप से होता है। जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उन लोगो के लिए कतला मछली काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत ही कम होती है। इसके साथ ही यह इम्यून सिस्टम को बेहतर करने में भी काफी अच्छा माना जाता है। 

सिंघाड़ा मछली (catfish Benefits)

सिंघाड़ा मछली में कम कैलोरी और प्रोटीन काफी हाई होता है। इसलिए यह मछली ऐसे लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है, जो अपना वजन कम करना चाहते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन बी 12, ओमेगा 3 फैटी एसिड, सेलेनियम, ओमेगा 6 फैटी एसिड जैसे कई पोषक तत्व भरपूर रूप से होते हैं। मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह मछली बहुत ही फायदेमंद होती है। शरीर में खून की कमी और दिल से संबंधित समस्याओं के लिए भी यह मछली काफी अच्छी मानी जाती है। लेकिन ध्यान रहे कि इस मछली में पारा (Mercury) काफी ज्यादा होता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को उसका सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंच सकता है।

पिंक पर्च के फायदे  (Benefits of eating pink Perch)

नाम से ही आप जान चुके होंगे कि यह मछली गुलाबी रंग की होती है। इसकी खासियत यह है कि इसमें फैट की मात्रा बहुत ही कम होती है। इसलिए वजन को कम करने में यह असरकारी होती है। इसके अलावा प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए काफी अच्छा होता है। क्योकि इसमें पारा काफी कम होता है। इसलिए यह उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाती है।

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बांगड़ा मछली के फायदे (Benefits of eating Mackerel) 

दक्षिण और मध्य भारत के क्षेत्रों में बांगड़ा मछली का सेवन अधिक किया जाता है। सेहत की दृष्टि से भी यह हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसमें ओमेगा-3, विटामिन डी, सेलेनियम जैसे तत्व भरपूर रूप से होते हैं। यह ब्लड प्रशर, मानसिक समस्या, गर्भवती महिलाओं के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही बांगड़ा मछली के सेवन से हार्मोन भी संतुलित रहता है। 

सुरमई मछली खाने के फायदे (Surmai fish benefits)

शरीर में खून की कमी को पूरा करने में सुरमई मछली काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके साथ ही यह हड्डियों के लिए भी काफी अच्छा होता है। आंखों की रोशनी को भी बेहतर करने में भी यह अच्छा माना जाता है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी 6, प्रोटीन, विटामिन बी 12 और विटामिन डी भरपूर रूप से होता है। गर्भवती महिलाओं को भी इस मछली का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें पारा की मात्रा ज्यादा होती है। 

कामिनी कुमारी बताती हैं कि इन सभी तरह की मछलियां सेहत के लिए फायदेमंद हैं। लेकिन अगर आपको किसी तरह की डिजीज या फिर आप गर्भवती हैं, तो मछली खाने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।   

 

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