Kids Health: बच्चे के जन्म के बाद से ही उसके पोषण और विकास का ख्याल रखना हर माता-पिता की जिम्मेदारी हो जाती है। जब तक बच्चा मां का दूध पीता है, तब तक तो उसे सभी तरह के पोषक तत्व मिलते हैं, लेकिन जैसे ही बच्चा ठोस आहार या बाहर का दूध पीने लगता है उसको सही पोषण मिल सके ये पेरेंट्स के लिए टास्क बन जाता है। उम्र के साथ बच्चे के पोषण से जुड़ी ज़रूरतें भी बढ़ने लगती हैं। जैसी ही बच्चा 7 से 8 महीने का होता है मां उसे दूध में चॉकलेट या बाजार में मिलने वाले हेल्थ पाउडर मिलाकर देने लगती है, ताकि उसे सही पोषण मिल सके। लेकिन, आप अपने बच्चे की सेहत (Child's Health) दुरुस्त करने के लिए खुद घर पर ड्राई फ्रूट पाउडर (Dry Fruits Powder) तैयार कर सकती हैं। अगर आप बच्चे को ठोस आहार देना शुरू कर चुकी हैं, तो स्नैक्स के तौर पर उसे ड्राई फ्रूट्स का सेवन करवा सकती हैं। ड्राई फ्रूट्स में पाए जाने वाले पोषक तत्व बच्चे को शारीरिक तौर पर मजबूत देते हैं। इसमें पाए जाने वाले जिंक, आयरन और कैल्शियम बच्चे की हड्डियां मजबूत बनाने, मानसिक विकास और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मददगार साबित होते हैं। आइए जानते हैं छोटे बच्चों को कौन-कौन से नट्स का सेवन कराया जा सकता है।
बच्चों को कौन से ड्राई फ्रूट्स खिला सकते हैं?
पिस्ता
अगर आपके बच्चे को ठोस आहार देना शुरू कर दिया है, तो उसे आप पिस्ता खिला सकती हैं। पिस्ता में विटामिन ई पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। पिस्ता बच्चों के पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मददगार करता है। साथ ही आंख और हड्डियों के विकास के लिए भी काफी लाभकारी माना जाता है।
अखरोट
घर के बड़े-बुजुर्ग दिमागी विकास को बढ़ावा देने के लिए अखरोट का सेवन करने की सलाह देते हैं। अखरोट में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 और फैटी एसिड पाया जाता है। नियमित तौर पर अखरोट का सेवन करने से बच्चा दिमागी रूप से तेज बनता है। ये हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में भी मदद कर सकता है। अगर आपका बच्चा छोटा और ड्राई फ्रूट्स को सीधे तौर पर नहीं खा पा रहा है, तो उसे आप इसका पाउडर बनाकर दूध में मिलाकर भी दे सकते हैं।
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किशमिश
किशमिश में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने में मददगार साबित होते हैं। नियमित तौर पर किशमिश का सेवन करने से आंखों को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलता है। साथ ही ये बच्चों को होने वाली दांतों की बीमारियों से भी दूर रखता है। अगर आपका बच्चा शारीरिक तौर पर काफी कमजोर है, तो आप उसे किशमिश के साथ शहद मिलाकर खिला सकती हैं।
काजू
काजू स्किन और बालों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। काजू में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है। बच्चे को काजू का सेवन करवाया जाए, तो ये उसकी स्किन को ज्यादा बेहतर तरीके से विकसित करने में मदद मिल सकती है। काजू खाने से बच्चा अधिक एक्टिव भी रहता है और उसमें स्फूर्ति बनी रहती है।
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पेरेंट्स को बच्चे की एलर्जी और शारीरिक विकास को देते हुए उसकी डाइट में ड्राई फ्रूट्स को शामिल करना चाहिए। जब आप एक बार ये सुनिश्चित कर लेते हैं कि बच्चे को किसी तरह के ड्राई फ्रूट्स से एलर्जी नहीं होगी, तो आप इसे आसानी से दे सकती हैं। अगर आप 6 महीने के बाद बच्चे को ड्राई फ्रूट्स दे रहे हैं, तो इसे सूखा न दें। आप बच्चे को ड्राई फ्रूट्स का पेस्ट या पाउडर बनाकर दे सकते हैं।