व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए प्राचीन काल से ही योग करने की सलाह दी जाती रही है। योग को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाकर हम छोटी बड़ी कई तरह की समस्याओं से आसानी से निजात पा सकते हैं। आपने नोटिस किया होगा कि ऑफिस में 8 से 9 घंटे बैठे रहने के कारण आपकी पीठ में अक्सर दर्द बना रहता है। पीठ में दर्द (Back Pain) होने के पीछे गलत पोश्चर (Wrong Posture) में बैठना या गलत तरीके से सोना भी शामिल है। लेकिन, पीठ दर्द आपकी लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकता है। इससे बचने के लिए आप विपरीत शलभासन (Viparita Shalabhasana) कर सकते हैं। इसे रिवर्स लोकस्ट पोज भी कहा जाता है। यह आसान पीठ दर्द को कम करने के लिए फायदेमंद (yoga asanas for back pain) होता है। साथ ही, यह आपके कमर के भाग को लचीला बनाता है। इससे पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत बनती है। योगा एंड मेडिटेशन सेंटर की योगाएक्सपर्ट ऋपसी अरोड़ा से जानते हैं कि पीठ के लिए विपरीत शलभासन किस तरह से फायदेमंद (Benefits Of Viparita Shalabhasana For Back Pain) है।
पीठ दर्द में विपरीत शलभासन के क्या फायदे होते हैं? - Benefits Of Viparita Shalabhasana For Back Pain In Hindi
पीठ दर्द से राहत - Reduce Back Pain
विपरीत शलभासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है और रीढ़ की हड्डी के आसपास के क्षेत्र में खिंचाव लाता है। यह आसन निचले पीठ के दर्द (lower back) को कम करने और रीढ़ की हड्डी के समग्र स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
शरीर की मुद्रा में सुधार - Correct Your Posture
नियमित रूप से विपरीत शलभासन का अभ्यास करने से शरीर की मुद्रा में सुधार होता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को संतुलित करता है, जिससे शरीर की सामान्य मुद्रा सुधरती है।
पाचन तंत्र में सुधार करें - Improve Your Digestion
इस आसन के दौरान पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार (digestion system) होता है। यह कब्ज, एसिडिटी (acidity) और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकता है।
मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं में राहत - Reduce Menstrual Cycle Related Problems
विपरीत शलभासन करने से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द (reduce menstrual pain) और असुविधा में राहत मिल सकती है। यह आसन पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और रक्त संचार को सुधारता है।
शारीरिक थकान को कम करें - Reduce Tiredness
इस आसन के अभ्यास से शरीर में ऊर्जा (improve your energy level) का संचार होता है और थकान दूर होती है। यह मांसपेशियों की टोनिंग में मदद करता है और शरीर को ताजगी का अनुभव कराता है।
विपरीत शलभासन करने का तरीका - Steps Of Viparita Shalabhasana In Hindi
- सबसे पहले, योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। हाथों को शरीर के पास सीधा रखें और पैरों को मिलाकर रखें।
- गहरी सांंस लें और धीरे-धीरे अपने पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। ध्यान रखें कि आपके घुटने सीधे रहें और पैर ऊपर की ओर तने हुए हों।
- अब, अपने हाथों को पीछे की ओर ले जाकर उन्हें पीठ के निचले हिस्से पर रखें। यह हाथ आपके शरीर को संतुलित रखने में मदद करेंगे।
- धीरे-धीरे अपने पैरों और छाती को जितना संभव हो सके ऊपर उठाएं। ध्यान रखें कि आपकी ठोड़ी फर्श पर रहे और सिर ऊपर की ओर न उठाएं।
- इस स्थिति में 10-15 सेकंड तक रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें। अगर आप सहज महसूस करें तो इस स्थिति को 30 सेकंड तक बनाए रखें।
- धीरे-धीरे पैरों और छाती को वापस जमीन पर लाएं और श्वास छोड़ते हुए प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं। इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।
- इस आसन को खाली पेट करना बेहतर होता है, इसलिए इसे सुबह के समय या भोजन के 4-6 घंटे बाद करें।
इसे भी पढ़ें: Upper Back Pain: पीठ के ऊपरी हिस्से का दर्द दूर करते हैं ये 3 योगासन, ऐसे करें अभ्यास
Benefits Of Viparita Shalabhasana For Back Pain: विपरीत शलभासन एक सरल और प्रभावी योग आसन है जो पीठ दर्द से राहत दिलाने के साथ-साथ कई अन्य शारीरिक और मानसिक लाभ प्रदान करता है। इसे नियमित रूप से अपने योग अभ्यास में शामिल करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।