डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से मिलते हैं ये 6 फायदे, जानें इनके बारे में

डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। यह ब्लड शुगर मेंटेन रखने और एनर्जी बूस्ट करने के लिए भी अच्छी एक्सरसाइज है।   
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डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से मिलते हैं ये 6 फायदे, जानें इनके बारे में

How Does Resistance Training Help In Diabetes: डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्या है जिसे कंट्रोल किया जा सकता है। यह इंसुलिन हार्मोन के इंबैलेंस होने की वजह से हो सकती है। इसलिए हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के जरिए इंसुलिन कंट्रोल रखने की कोशिश की जाती है। डायबिटीज की समस्या में फिजिकली एक्टिव रहना जरूरी है। क्योंकि इससे ब्लड शुगर और हार्मोन्स बैलेंस रखने में मदद मिलती है। डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करना भी फायदेमंद होता है। अगर आपको डायबिटीज है तो ऐसे में आपको रेजिस्टेंस ट्रेनिंग ट्राई करनी चाहिए। क्योंकि इससे फुल बॉडी एक्टिव होती है। रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से मसल्स स्ट्रांग होती है और हार्मोन्स बैलेंस रखने में भी मदद मिलती है। आइए इस लेख में जानें डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से क्या फायदे मिलते हैं। इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि योबिक्स वर्कआउट की फाउंडर और टीवी सेलिब्रिटीज फिटनेस ट्रेनर डॉक्टर कविता नालवा (Yobics Workout Founder and TV Celebrities Fitness Trainer Dr. Kavita Nalwa)

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डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने के फायदे- Benefits of Resistance Training In Diabetes

मसल्स स्ट्रांग होती हैं- Keep Muscles Strong

डायबिटीज में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से मसल्स हेल्थ को फायदा होता है। इससे मसल्स मास बढ़ता है और मसल्स स्ट्रांग भी बनती हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रहता है और डायबिटीज कंट्रोल होती है।

शरीर की सूजन कम होती है- Reduce Swelling

डायबिटीज में इंसुलिन इंबैलेंस होने से शरीर में सूजन आ सकती है। ऐसे में शरीर फूला हुआ नजर आने लगता है। ऐसे में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से फायदा होता है। रेजिस्टेंस ट्रेनिंग में की गई एक्सरसाइज शरीर की सूजन कम करने में मदद करती हैं।

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वेट मैनेज करने में मदद मिलती है- Manage Weight

ब्लड शुगर इंबैलेंस होने की वजह से डायबिटीज होती है, जो वजन बढ़ने की वजह भी बन सकती है। ऐसे में वेट मेंटेन करने के लिए आप रेजिस्टेंस ट्रेनिंग कर सकते हैं। इससे मसल्स स्ट्रांग होती हैं और बॉडी शेप में आती है। 

इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर होती है- Improve Insulin Sensitivity

इंसुलिन एक हार्मोन है जो पैंक्रियाज में बनता है। इसका संतुलन बिगड़ने की वजह से इंसुलिन सेंसिटिविटी की समस्या हो सकती है। यह समस्या नॉन डायबिटीक व्यक्ति को भी हो सकती है। ऐसे में अगर आप रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करते हैं, तो बॉडी में इंसुलिन सेंसिटिविटी इंप्रूव होती है। रेजिस्टेंस ट्रेनिंग हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद करती है, जिससे इंसुलिन भी बैलेंस होता है। 

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ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होना- Control Blood Sugar 

डायबिटीज में सबसे बड़ी परेशानी ब्लड शुगर इंबैलेंस होने की वजह से होती है। इसलिए ऐसे में डाइट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से ब्लड शुगर लेवल भी मेंटेन रहता है और बॉडी में एनर्जी बनी रहती है। 

हार्ट हेल्थ को फायदा होता है- Beneficial For Heart Health

हार्ट हेल्थ से जुड़ी बीमारियां डायबिटीज की वजह से भी होती हैं। क्योंकि इसमें  ब्लड शुगर असंतुलित रहता है और इससे हार्ट तक ब्लड ठीक से पहुंच नहीं पाता है। लेकिन रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है और हार्ट हेल्थ को भी फायदा होता है। 

रेजिस्टेंस ट्रेनिंग के लिए आप पुलअप्स, पुशअप्स, डेडलिफ्ट, प्लैंक और बाइसेप कर्ल्स ट्राई कर सकते हैं। लेकिन अगर आपकी कोई सर्जरी हुई है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही ये एक्सरसाइज करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें। 

 

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