शिशुओं को हृष्ट-पुष्ट बनाने के लिए करें लहसुन और सरसों तेल से मालिश, जानें इसके फायदे और सही तरीका

लहसुन और सरसों तेल की मालिश से आपके शिशु का शारीरिक विकास अच्छे से होगा। आइए जानते हैं इस तेल को बनाने की विधि -    
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शिशुओं को हृष्ट-पुष्ट बनाने के लिए करें लहसुन और सरसों तेल से मालिश, जानें इसके फायदे और सही तरीका

नवजात शिशु बहुत ही नाजुक होते हैं। इसलिए उनका खास ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है। शिशुओं के हर एक छोटी से छोटी बातों का विशेष ध्यान रखना होता है। शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए एक्सपर्ट नियमित रूप से नवजात शिशुओं की मालिश करने की सलाह देते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ उसे मजबूत बनाए रखने के लिए नियमित रूप से मालिश की आवश्यकता होती है। हम में से कई लोग शिशुओं की नियमित मालिश करते होंगे, लेकिन गलत तेल के इस्तेमाल से मालिश के फायदे घट जाते हैं। जी हां, शिशुओं के लिए मालिश जितना जरूरी है। उतना ही जरूरी यह है कि आप किस तरह के तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। बाजार में मौजूद तेल के बजाय अगर आप घर में इस्तेमाल होने वाले सरसों तेल से शिशुओं की मालिश करते हैं, तो उनके शरीर को दोगुना फायदा होता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि लहसुन और सरसों तेल की मालिश से शिशुओं को होने वाले और किस तरह आप घर में लहसुन और सरसों तेल को तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से- 

कैसे तैयार करें लहसुन और सरसों तेल?

  • सबसे पहले एक छोटा सा बर्तन लें। 
  • इसमें करीब 250 ग्राम सरसों तेल डालें।
  • अब सरसों तेल को अच्छे से गर्म करें।
  • इसके बाद गैस बंद करके, इस गर्म तेल में 10 से 15 लहसुन की कलियां डालें।
  • अब तेल को ठंडा होने दें। तेल जब ठंडा हो जाए, तो एक बोतल में भरकर रख लें।
  • जब भी आपको अपने शिशु को मालिश करना हो, तो एक छोटे से बर्तन में जरूरत के हिसाब से तेल लेकर इसे गर्म करें।
  • मालिश के दौरान तेल को गर्म करते वक्त आप इसमें तुलसी की पत्तियां और अजवाइन डाल सकती हैं। इससे पेट और स्किन की परेशानी दूर होगी।

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लहसुन और सरसों तेल की मालिश के फायदे  

स्किन की समस्या होगी दूर 

लहसुन और सरसों तेल की मालिश करने से बच्चों में सर्दी-खांसी की परेशानी दूर होती है। तेल से मालिश करते वक्त तेल को छाली में लगाना ना भूलें। इसके साथ ही यह त्वचा संबंधी परेशानी को दूर करने में आपकी मदद कर सकती है। दरअसल, सरसों तेल में एंटी-फंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो स्किन पर होने वाले संक्रमण से बचाव करने में मददगार साबित होते हैं। सरसों तेल के इस्तेमाल से आप स्किन इंफेक्शन से दूर रह सकते हैं। 

ब्‍लड सर्कुलेशन 

लहसुन और सरसों तेल की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे शिशुओं का शारीरिक विकास बेहतर तरीके से होता है। इस तेल से नियमित रूप से मालिश करने से हड्डियां मजबूत होती है। साथ ही मांसपेशियों का विकास अच्छे से होता है।  

घने होते हैं बाल 

अगर आपके शिशु के बालों की ग्रोथ कम है, तो इस तेल का इस्तेमाल जरूर करें। नियमित रूप से इस तेल को बालों में लगाने से शिशुओं के बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। साथ ही शिशु के बाल अच्छे होते हैं। इतना ही नहीं इस तेल के तीव्र गंध से मच्छर भी दूर रहते हैं। यानी इस तेल की मालिश से आपके बच्चों को मच्छर कम काटेंगे। 

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एंटीबैक्‍टीरियल और एंटीफंगल है तेल 

सरसों तेल में एंटीबैक्‍टीरियल गुण मौजूद होता है, जो आपके बच्चे के स्किन को संक्रमण से बचाव कर सकता है। इतना ही नहीं लहसुन में एंटीफंगल गुण मौजूद होता है। यानी इसके इस्तेमाल से फंगल इंफेक्शन के खतरे से भी बचा जा सकता है।  

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