
Benefits of Having Poha in Pregnancy : प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को पौष्टिक चीजें खाने की सलाह दी जाती है, ताकि गर्भ में पलने वाले शिशु का सही विकास हो सके। महिलाओं से कहा जाता है वो तरबूज, खरबूज, केला जैसे फ्रूट, नट्स और दूध का सेवन करें। घर के बुजुर्ग, डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट द्वारा इतना कुछ बताए जाने के बाद भी प्रेग्नेंट महिलाओं के मन में खानपान को लेकर कई तरह के सवाल आते हैं। उन्हीं सवालों में से एक है प्रेग्नेंसी के दौरान पोहा यानी की चिड़वा खाना चाहिए या नहीं? इस सवाल का जवाब है 'हां'।
प्रेग्नेंसी के दौरान पोहा खाने से न सिर्फ होने वाली मां की सेहत दुरुस्त रहती है, बल्कि गर्भ में पलने वाले शिशु को भी बहुत फायदा पहुंचाता है। तो देर किस बात की है, चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान पोहा खाने के फायदों (Benefits Of Poha During Pregnancy) के बारे में।
इसे भी पढ़ेंः कभी मोटापे को लेकर लोग उड़ाते थे मजाक, एक्सरसाइज से Fat टू Fit बनीं नेहा बसंल
पोहा के पोषक तत्व - Nutritional Value of Poha
पोहे में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, पोटैशियम , जिंक , मैग्नीशियम , फास्फोरस , कैल्शियम , आयरन , कॉपर , मैंगनीज और विटामिन C और विटामिन A जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सारे पोषक तत्व प्रेग्नेंसी के दौरान जरूरी होते हैं।
प्रेग्नेंसी मे पोहा खाने के 5 फायदे - Benefits Of Poha During Pregnancy
यहां आपको प्रेग्नेंसी के दौरान पोहे का सेवन करने के कुछ फायदे बताए गए हैं:
1. ब्लड शुगर करता है कंट्रोल
पोहे में हाई फाइबर पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड में ग्लूकोज को रिलीज करता है। ब्लड से ग्लूकोज सही तरीके से रिलीज होने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। प्रेग्नेंसी के दौरान जिन महिलाओं को डायबिटीज होने का खतरा रहता है, वह भी बिना किसी संकोच के पोहे का सेवन कर सकती हैं।
इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी में तरबूज खाना चाहिए या नहीं? एक्सपर्ट से जानें जवाब
2. आंतों के लिए है अच्छा
पोहा एक प्रोबायोटिक है। प्रोबायोटिक होने की वजह से पोहा आंतों के लिए बहुत अच्छा होता है। दरअसल, जब धान से पोहे को तैयार किया जाता, तो पहले इसे गुनगुने पानी में उबाला जाता है। धान को पानी में उबालने के बाद धूप में सुखाया जाता है और फिर तैयार किया जाता है। इस पूरे प्रोसेस के दौरान पोहे में प्रोबायोटिक की मात्रा और ज्यादा हो जाती है, जो आंत के लिए अच्छा होता है।
3. पाचन को सुधारता है पोहा
पोहे में हाई फाइबर पाया जाता है, जिसकी वजह से यह पाचन संबंधी समस्याओं को सुधारने में मदद करता है। पोहा पचाने के लिए शरीर को बहुत कम मेहनत करनी पड़ती है। साथ ही, यह प्रेग्नेंसी के दौरान पेट में दर्द, अपच और सूजन को ठीक करने में मदद करता है।
4. एनीमिया को करता है दूर
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में खून की कमी हो जाती है। यहां बता दें कि शरीर में खून की कमी की वजह से एनीमिया नामक बीमारी होती है, जिससे उबरने में बहुत वक्त लगता है। पोहे में आयरन और जिंक पाया जाता है। यह दोनों ही पोषक तत्व शरीर में खून की कमी को पूरा करते हैं, जिससे एनीमिया को दूर करने में मदद मिलती है।
5. ग्लूटेन फ्री डाइट है पोहा
पोहा एक ग्लूटेन फ्री अनाज है। प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव की वजह से अगर आपको ग्लूटेन युक्त चीजों से एलर्जी हो रही है, तो पोहा आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
Pic Credit: Freepik.com