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फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं में पिएं चेस्टबेरी की चाय, महिलाओं के लिए होती है फायदेमंद

प्रेग्नेंसी के लिए महिला व पुरुष दोनों की फर्टिलिटी हेल्थ बेहतर होनी चाहिए। आगे जानें चेस्टबेरी की चाय से फर्टिलिटी में कैसे सुधार करें।
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फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं में पिएं चेस्टबेरी की चाय, महिलाओं के लिए होती है फायदेमंद

Benefits of chasteberry tea to reduce infertility problems: आज के समय में काम की भागदौड़ के चलते लोगों को अपने लिए समय ही नहीं मिलता है। वहीं, बढ़ती मंहगाई में फाइनेंशियल रूप में स्टेबल होने के लिए लोग कम उम्र में शादी करने से बचने लगे हैं। अधिक उम्र में शादी होने के अपने कई नुकसान हो सकते हैं। लोगों में बढ़ता तनाव, काम का स्ट्रेस, अनियमित जीवनशैली और खाने में पौष्टिक  चीजों का सेवन न करने की वजह से लोगों को फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं (Fertility Problems) का सामना करना पड़ रहा है। यही  वजह है कि आज शहरी इलाकों में आईवीएफ सेंटरों की संख्या बढ़ने लगी है। लाइफस्टाइल और खानपान का सीधा असर फर्टिलिटी हेल्थ पर पड़ता है। वहीं, देर तक जागना, शराब का सेवन करना, सिगरेट पीना (Alcohol and Smoking) और अधिक आयु आदि की वजह से भी प्रजनन से जुड़े स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ता हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स की मानें तो फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए आप घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। डायटिशियन मनप्रीत कालरा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए चेस्टबेरी की चाय के फायदों  (Chasteberry Tea To Reduce infertility Problems) को शेयर किया है। साथ ही, बताया  है कि इस चाय के नियमित सेवन से फर्टिलिटी से जुड़ी  परेशानी  से छुटकारा पाया जा सकता है। 

फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं में पिएं चेस्टबेरी की चाय - Benefits Of Chasteberry Tea To Reduce Infertility Problems In Hindi 

हार्मोनल संतुलन

फर्टिलिटी से जुड़ी अधिकतर समस्याओं की मुख्य वजह हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) है। चेस्टबेरी  से बनने वाली इस चाय से पिट्यूटरी ग्लैंड के कार्य बेहतर होते हैं। इससे हार्मोन  नियंत्रित रहते हैं। इसके साथ ही, महिलाओं के पीरियड्स से जुड़े एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स नियंत्रित होते हैं। इसके अलावा,  चेस्टबेरी की चाय के सेवन से ओव्यूलेशन की प्रक्रिया में भी सुधार होता है। 

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ओव्यूलेशन सपोर्ट

कंसीव करने वाली महिलाओं की फर्टिलिटी हेल्थ में ओव्यूलेशन (Disturb ovulation cycle) की महत्वपूर्ण  भूमिका होती है। चेस्टबेरी की चाय का उपयोग करके अनियमित पीरियड्स साइकिल या ओव्यूलेटरी डिसफंक्शन को दूर किया जा सकता है। ओव्यूलेशन प्रक्रिया में बाधा से कंसीव करने में समस्या हो सकती है। 

प्रोलैक्टिन के स्तर को कम करना

प्रोलैक्टिन का हाई लेवल भी इंफर्टिलिटी (High Prolactin Hormones) की वजह हो सकता है। यह हार्मोन स्तनपान कराने वाली महिलाओं के शरीर में ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में सहायक होता है। लेकिन, जो महिलाएं स्तनपान नहीं करवा रही हैं, उनके शरीर में प्रोलैक्टिन का बढ़ता स्तर ओव्यूलेशन और पीरियड्स साइकिल को खराब कर सकता है। इससे कंसीव करने में समस्या आ सकती है। 

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) को कम करना

पीएमएस की समस्या सीधे तौर पर फर्टिलिटी की समस्या से जुड़ी नहीं है। लेकिन, यह महिलाओं के गर्भधारण करने की कोशिश को बाधित कर सकती हैं। चेस्टबेरी की चाय से पीएमएस के लक्षण जैसे मूड में बदलाव, सूजन, चिड़चिड़ापन आदि में आराम मिलता है। 

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Chasteberry Tea To Reduce infertility Problems: चेस्टबेरी की चाय से पीएमएस में होने वाले अन्य लक्षण जैसे सिरदर्द, पेट में दर्द और ऐंठन में आराम मिलता है। यदि आपको भी पीरियड्स या फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या हो, तो ऐसे में आप डाइटिशियन की सलाह पर चेस्टबेरी की चाय पी सकते हैं।

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