
वजन घटाने की बात आती है या फिर मसल्स को मजबूत बनाने की, आपको नाश्ते में या दिन के खाने में प्रोटीन का सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि एक संतुलित मात्रा में प्रोटीन लेने से बूढ़े लोगों को बढ़ती उम्र में भी अपनी मांसपेशियों को बनाए रखने और वजन घटाने वालों को वेट लॉस में मदद मिलती है। लेकिन, जबकि ज्यादातर लोग पूरे दिन असमान रूप से प्रोटीन का सेवन करते हैं।
हाल में हुए बर्मिंघम विश्वविद्यालय में नए शोध में पाया गया कि नई मांसपेशियों के निर्माण के लिए शरीर के तंत्र को कुशलता से कार्य करने के लिए नियमित उत्तेजना या प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है। तंत्र को यह प्रोत्साहन तब मिलता है, जब हम एक र्प्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते हैं। उम्र के साथ शरीर का यह तंत्र वृद्ध लोगों में कम कुशल होता है, इसलिए उन्हें युवा लोगों के समान प्रतिक्रिया के लिए अधिक प्रोटीन खाने की आवश्यकता होती है।
हालांकि, सिर्फ अधिक प्रोटीन खाना पर्याप्त नहीं है। बूढ़े लोगों को अपनी मांसपेशियों के द्रव्यमान के लिए प्रोटीन का अधिकतम लाभ सुनिश्चित करने के लिए अपने खाने की हर मील में समान रूप से प्रोटीन के सेवन की आवश्यकता होती है।
युवाओं, वयस्कों और बूढ़े लोगों खानपान पर किया गया अध्ययन
बर्मिंघम विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ स्पोर्ट, एक्सरसाइज एंड रिहैबिलिटेशन साइंसेज के शोधकर्ताओं ने युवाओं, मध्यम आयु वर्ग के लोगों और बूढ़े लोगों में उनके खाना खाने का अध्ययन किया। जिसमें शोधकर्ताओं ने प्रोटीन की मात्रा, पैटर्न और स्रोत पर विशेष ध्यान दिया।
इसके बाद उनके परिणामों से पता चला है कि, जबकि सभी तीन समूहों के अधिकांश लोगों ने प्रोटीन के सेवन के लिए वर्तमान राष्ट्रीय दिशानिर्देशों (RDA) से अधिक थे या दैनिक खानपान और नाश्ते में प्रोटीन का सेवन बहुत विविध थे।
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कैसे किया गया अध्ययन
अध्ययन में इन तीन आयु वर्ग के समूहों को विभाजित कर 120 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। जिसमें पहले में, प्रतिभागियों की औसत आयु 23 थी, दूसरे में 51 की औसत आयु और तीसरे में औसतन 77 वर्ष की आयु वर्ग के लोग थे। इसके बाद सभी प्रतिभागियों को तीन दिन की अवधि में एक फूड डायरी पूरी करने के लिए कहा गया।
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों पैर्टन में खानपान की आदतों की जांच की, विशेष रूप से उन्होंने विभिन्न आयु समूहों में प्रोटीन के सेवन का मूल्यांकन किया और दिन भर में प्रोटीन के सेवन के 18 अलग-अलग पैटर्न पाए। जिसमें विभिन्न प्रकार की खाने की आदतों को देखा गया।
सबसे अधिक ध्यान देने वाली बात थी कि टीम ने पाया कि युवा और मध्यम आयु वर्ग के व्यक्तियों की तुलना में बूढ़े लोगों में, दोपहर के भोजन के समय, कम गुणवत्ता वाले प्रोटीन स्रोत, जैसे कि रोटी खाने की अधिक संभावना होती है। परिणाम पोषण संबंधी दिशानिर्देशों के लिए साक्ष्य प्रदान करते हैं, जो वृद्ध लोगों को उन आदतों को अपनाने में मदद कर सकते हैं, जो उनके सभी भोजन में अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन की खपत को महत्वपूर्णता को दर्शाते हैं।
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अध्ययन के परिणाम
अध्ययन के लेखक, डॉ. बेनोइट स्मेनिंक्स बताते हैं, "हम जानते हैं कि अधिक उम्र या बूढ़े लोग प्रोटीन की एक निश्चित मात्रा का उपभोग करते समय मांसपेशियों के निर्माण के लिए एक अच्छी प्रतिक्रिया दिखाते हैं। इसलिए, बूढ़े लोगों को युवाओं और वयस्कों के समान मांसपेशियों के निर्माण की प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए अधिक प्रोटीन खाने की आवश्यकता होती है।"
उन्होंने कहा, "मांसपेशियों को डाइट्री प्रोटीन का बेहतर उपयोग करने में मदद करने का एक और तरीका नियमित व्यायाम करना है।"
अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि प्रोटीन के सेवन के लिए एक आकार-फिट-सभी दिशानिर्देश सभी आयु समूहों में उचित नहीं है। बस यह कहना है कि बूढ़े लोगों को र्प्याप्त या अधिक प्रोटीन का सेवन करना चाहिए।"
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